भारत माल के सर्वोच्‍च 20 नि‍र्यातकों में से एक है और 2010 में सर्वोच्‍च 10 सेवा नि‍र्यातकों में से एक है ।

सुमेरियन सभ्यता के व्यापार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था

भारत जीडीपी के संदर्भ में वि‍श्‍व की नवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है । यह अपने भौगोलि‍क आकार के संदर्भ में वि‍श्‍व में सातवां सबसे बड़ा देश है और जनसंख्‍या की दृष्‍टि‍ से दूसरा सबसे बड़ा देश है । हाल के वर्षों में भारत गरीबी और बेरोजगारी से संबंधि‍त मुद्दों के बावजूद वि‍श्‍व में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्‍यवस्‍थाओं में व्यापारी टिप्पणी से एक के रूप में उभरा है । महत्‍वपूर्ण समावेशी विकास प्राप्‍त करने की दृष्‍टि‍ से भारत सरकार द्वारा कई व्यापारी टिप्पणी गरीबी उन्‍मूलन और रोजगार उत्‍पन्‍न करने वाले कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ।

इति‍हास

ऐति‍हासि‍क रूप से भारत एक बहुत वि‍कसि‍त आर्थिक व्‍यवस्‍था थी जि‍सके वि‍श्‍व के अन्‍य भागों के साथ मजबूत व्‍यापारि‍क संबंध थे । औपनि‍वेशि‍क युग ( 1773-1947 ) के व्यापारी टिप्पणी दौरान ब्रि‍टि‍श भारत से सस्‍ती दरों पर कच्‍ची सामग्री खरीदा करते थे और तैयार माल भारतीय बाजारों में सामान्‍य मूल्‍य से कहीं अधि‍क उच्‍चतर कीमत पर बेचा जाता था जि‍सके परि‍णामस्‍वरूप स्रोतों का द्धि‍मार्गी ह्रास होता था । इस व्यापारी टिप्पणी अवधि‍ के दौरान वि‍श्‍व की आय में भारत का हि‍स्‍सा 1700 ए डी के 22.3 प्रति‍शत से गि‍रकर 1952 में 3.8 प्रति‍शत रह गया व्यापारी टिप्पणी । 1947 में भारत के स्‍वतंत्रता प्राप्‍ति‍ के पश्‍चात अर्थव्‍यवस्‍था की पुननि‍र्माण प्रक्रि‍या प्रारंभ हुई । इस उद्देश्‍य से वि‍भि‍न्‍न नीति‍यॉं और योजनाऍं बनाई गयीं और पंचवर्षीय योजनाओं के माध्‍यम से कार्यान्‍वि‍त की गयी ।

अवैध व्यापार रोधी प्रकोष्ठ

मानव के अवैध व्यापार-रोधी क्रियाकलाप करते समय विभिन्न राज्यों में कई पुलिस पदाधिकारियों द्वारा की गई कई अच्छी पहलें जानकारी में आई हैं। तथापि, कुछ दृष्टांतों को छोड़ कर ऐसी पहलों को दस्तावेज का रूप नहीं दिया गया और काफी हद तक वे अज्ञात ही रहीं। उक्त संकलन, मानव के अवैध व्यापार को रोकने और नियंत्रित करने में राज्य पुलिस पदाधिकारियों द्वारा की गई सकारात्मक कार्रवाइयों को रिकार्ड करने और उन्हें मान्यता देने का एक प्रयास है।

भारत सरकार ने गृह मंत्रालय में युनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्ज एंड क्राइम (यू एन ओ डी सी) के साथ मिल कर मानव के अवैध व्यापार के संबंध में कानून प्रवर्तन अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए चार राज्यों नामत: महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल और आन्ध्र प्रदेश में दो वर्षीय परियोजना शुरु की है। परियोजना के संचालन, मार्गर्शन और निगरानी के लिए परियोजना कार्य संचालन समिति का गठन किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला के माध्यम से व्यापारी टिप्पणी यह परियोजना, मानव के अवैध व्यापार की समस्या के संबंध में कानून प्रवर्तन अधिकारियों (पुलिस और अभियोजक) की जागरुकता बढाएगा और अपराध की बेहतर ढंग से जांच-पड़ताल करने में उनकी क्षमता और बढ़ेगी और ऐसे अपराध करने वाले अपराधियों पर मुकदमा चलाएंगे। इस परियोजना के तहत चुने हुए राज्यों में राज्य स्तर पर मानव के अवैध व्यापार-रोधी (ए एच टी यू) कुछ यूनिटें विकसित करने या सुदृढ़ बनाए जाने का भी प्रस्ताव है। मानव के अवैध व्यापार-रोधी यूनिट (ए एच टी यू) का मुख्य कार्य, व्यापारी टिप्पणी कानून प्रवर्तन करना होगा और यह पीड़ितों की देख-रेख करने और पुनर्वास के लिए अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ संबंध स्थापित करेगी।

Facebook पर CM योगी के खिलाफ की आपत्तिजनक टिप्पणी, आरोपी व्यापारी गिरफ्तार

चांद कुरैशी के विवादित फेसबुक पोस्ट का स्थानीय बीजेपी नेताओं ने विरोध जताया था (फोटो साभार: फेसबुक)

  • News18Hindi
  • Last Updated : February 20, 2020, 14:05 IST

नोएडा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को सोशल मीडिया (Social Media) में एक बार फिर निशाना बनाया गया है. पुलिस (UP Police) ने ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के जेवर के रहने वाले चांद कुरैशी नामक एक व्यवसाई को गिरफ्तार किया है. चांद कुरैशी पर फेसबुक पर सीएम योगी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है.

दरअसल कुरैशी ने एक फेसबुक पोस्ट को अपने वॉल पर शेयर किया था. यह पोस्ट वायरल हुआ तो स्थानीय बीजेपी नेताओं ने इसका विरोध जताया. बीजेपी नेताओं ने आरोपी चांद कुरैशी के खिलाफ व्यापारी टिप्पणी पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया और उसे गिरफ्तार करने की मांग की थी. अपने पोस्ट में कुरैशी ने एक शेर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो शेयर करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.

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