नई दिल्ली: ग्राहकों के लिहाज से देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के संस्थापक नितिन कामत ने शेयर बाजार में ट्रेड करने वालों को एक बहुत जरूरी सलाह दी है. नितिन कामत ने शेयर बाजार के ट्रेडर से कहा है कि उन्हें रात भर जग कर अमेरिकी शेयर बाजार को ट्रैक करने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा है कि इसकी जगह ट्रेडर अगर रात को चैन से सोएं तो वे दिन में एक्टिव तरीके से भारत के शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकते हैं.

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नितिन कामत ने कहा है कि अमेरिकी शेयर बाजार को ट्रैक करने से भारत में शेyरों की खरीद-फरोख्त या होल्ड करने में कोई फायदा होने वाला नहीं है. नितिन ने कहा है कि पिछले कुछ समय में भारत का शेयर बाजार अमेरिकी शेयर बाजार से अलग चाल चल रहा है, इसलिए अगर कोई ट्रेडर रात भर जग कर अमेरिकी शेयर बाजार को ट्रैक करता है तो उससे उसे यहां फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है.

how to do intraday trading in zerodha in hindi

यदि अपने zerodha में अपना अकॉउंट खुलवाया है और उसमे कैसे ट्रेडिंग किया जाये इसके बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको आज इसी विषय के बारे में बताने वाला हूँ जिससे आपको ज़ेरोढा में ट्रेडिंग करते वक़्त कोई परेशानी न हो

सबसे पहले आपको nse के साइट से कुछ ज्यादा प्राइस और हाई वॉल्यूम वाले स्टॉक को अपने ज़ेरोढा के लिस्ट में रखने होंगे और यह ध्यान देने वाली बात यह है की वे सारे शेयर एक ही सेक्टर के नहीं हो सब अलग – अलग हों चाहिए और साथ में ज़ेरोढा प्लेटफार्म भी 5 भागो में कुल 250 स्टॉक रखने की सुविधा देती हैं इसका लाभ आप जरूर ले

ऊपर इमेज में मैंने महत्वपूर्ण भाग को एक लाइन के द्वारा चिन्हित किया हैं सबसे पहले आप nse के साइट से स्टॉक को चुनकर एक कॉपी में लिख ले और उसके बाद उन सारे लिखे हुए स्टॉक को ज़ेरोढा के बॉक्स में इन्सर्ट कर ले ।

इंट्राडे करने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी होता हैं रोजाना के बेसिस पर स्टॉक का अध्यन करना की कौन सा स्टॉक उप ट्रेंड में हैं या कौन सा स्टॉक डाउन ट्रेंड में यदि कोई स्टॉक उप ट्रेंड है तो उसे खरीदना हैं और कोई स्टॉक निचे गिर रहा है तो उसे शार्ट सेल्ल करना हैं ।

अब बारी हैं स्टॉक को चुनने की और उसपर एक ट्रेड लेकर कैसे मुनाफा कमाए इसके बारे में मैं आपको अब बताने वाला हूँ लेकिन उससे पहले आपको एक बात ध्यान देना है की इंट्राडे में ट्रेड लेते समय कभी भी ज्यादा प्रॉफिट कमाने का लालच ना करे नहीं तो ज्यादा फायदा कमाने के चक्केर में नुक्सान भी हो सकता हैं ।

ट्रेडिंग के प्रकार स्टॉक बाजार में निवेश कैसे करे इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने

zerodha intraday trading in hindi

मान लीजिये की इंट्राडे करने के लिए मैंने ज़ेरोढा के बॉक्स से आईसीआईसीआई बैंक को इंट्राडे के लिए चुन लिया हैं और अब हमे इंडिकेटर का भी इस्तेमाल करना हैं तभी हम कोई ट्रेड ले पायंगे ।

इंडिकेटर के लिए मैंने बोलिंगर बंद को चुना हैं जो भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जानेवाला एकलौता इंडिकेटर हैं और ट्रेंड को पाचन करने के लिए macd का प्रयोग करेंगे । चूँकि हमे इंट्राडे के लिए ट्रेड लेना है इसके लिए टाइम पीरियड 15 मिनट का होगा ।

buy – कोई भी स्टॉक खरीदने से पहले मैड पर उसके ट्रेंड को चेक करेंगे और इसके चेक करने के सबसे आसान तरीका हैं जब macd line signal लाइन को निचे से ऊपर की ओर ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है क्रॉस करे

तब आप समझ जाइये की अब इस स्टॉक में buy की अवसर आने वाले हैं । यह सिग्नल मिलने के बाद अब हमे बोलिंगर बैंड के तरफ जाकर उसके बिच वाली लाइन जो की 20 डे मूविंग एवरेज की होती हैं

उसके ऊपर किसी ग्रीन कैंडल के क्लोज होने का इंतजार करना हैं जैसे ही कोई ग्रीन कैंडल क्लोज होगी उसके हाई के ऊपर हम स्टॉक को खरीद लेंगे ।

stop loss – इसमें आप स्टॉप लोस्स दो तरह से लगा सकते हैं पहला की बढ़िया रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो पाने के लिए bolinger band के निचे वाली लाइन में अपना स्टॉप लोस्स रखे नहीं तो बिच वाली लाइन के ठीक निचे वाले प्राइस पर भी अपने स्टॉप लोस्स रख सकते हैं ।

sell – इंट्राडे में स्टॉक को buy करने के बाद उसे सेल्ल भी करना पड़ता हैं इसके लिए आप प्रॉफिट के मार्जिन को फिक्स कर दे जो 1 से 3 प्रतिसत तक हो सकता हैं

swing trading कैसे करे किस कंपनी का शेयर चुने लोस्स को वापस कैसे लाये

margin intraday square off meaning in hindi

1 ) पहला जब इंट्राडे के दौरान कोई स्टॉक को हम खरीदते हैं तो हमे उस स्टॉक के प्राइस के हिसाब से 10% का बैलेंस अपने demat खातेमें रखना पड़ता हैं जैसे की मान लीजिये की मुझे icici बैंक का 10 शेयर खरीदना हैं

और उसका एक शेयर का प्राइस 500 रूपए हैं तो मुझे अपने अकाउंट में कम से कम 500 रूपए रखने होंगे तभी मैं उस शेयर के 10 कॉन्टिटी खरीद पाउँगा यदि आपके अकाउंट में 5000 रूपए है तो आप बिना लवरेज और मार्जिन के भी उस स्टॉक को खरीद सकते हैं ।

2 ) यदि आपने इंट्राडे के दौरान लवरेज के माध्यम से कोई स्टॉक को ख़रीदा हैं और आपको ऐसा लगता हैं की उस स्टॉक की और ऊपर जाने की संभावना हैं तो आप उसे अपने खुद के पैसे से कन्वर्ट करके अगले दिन के लिए भी होल्ड कर सकते हैं

3 ) intraday squre off का मतलब है की जब आपने कोई स्टॉक को इंट्राडे के लिए ख़रीदा हैं तो आपको मार्किट बंद होने के 10 से 15 मिनट पहले अपने सारे सौदे को क्लोज करने होते हैं यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपसे फाइन के रूप में कुछ पैसे काट लिए जायेंगे इसलिए हो सके तो अपने सौदे को 3 बजे तक जरूर क्लोज कर ले

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निष्कर्ष (how to do intraday trading in zerodha in hindi)

आपको मेरा यह आर्टिकल zerodha me intraday trading kaise kare कैसा लगा हमे कमेंट में जरूर बताएं जिससे हमे और भी इस तरह के आर्टिकल लिखने में मदद मिलती हैं और साथ में अपने सवाल को भी हमसे पूछ सकते हैं जिसका जवाब देने की पूरी कोसिस की जाएगी धन्यवाद

जानिये COVID-19 के दौरान निवेश और ट्रेडिंग को लेकर क्या बोले Zerodha के को-फाउंडर निखिल कामथ

जानिये COVID-19 के दौरान निवेश और ट्रेडिंग को लेकर क्या बोले Zerodha के को-फाउंडर निखिल कामथ

पूरी दुनिया में COVID-19 ने बाजार को प्रभावित किया है जिससे निवेश और व्यापार में बेहद मुश्किलें हो रही है। लेकिन, Zerodha के को-फाउंडर और चीफ़ इनवेस्टमेंट ऑफिसर निखिल कामथ के अनुसार, "यह निवेश करने का सबसे बुरा समय नहीं है"

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2010 में, दो भाइयों, निखिल और नितिन कामथ ने ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म Zerodha की स्थापना की। दोनों ने दिन के व्यापारियों पर ध्यान केंद्रित करके शुरुआत की। तब से, इस जोड़ी ने बूटस्ट्रैप्ड कंपनी को बड़े पैमाने पर विकसित किया है, बिना किसी बाहरी फंडिंग के साथ, भारत में सबसे सफल और प्रसिद्ध उद्यमियों में से दो बन गए हैं।

आज, Zerodha लोंग-टर्म इन्वेस्टर्स और वन-टाइम इन्वेस्टर्स दोनों को शामिल करने के लिए विकसित हुआ है। 2019 ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है में, निखिल और नितिन ने अल्ट्रा हाई नेट इंडिविजुअल्स के लिए क्लाइंट एलायंस मैनेजमेंट कंपनी ट्रू बीकन, कैटेगरी III अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (एआईएफ) की सह-स्थापना की।

श्रद्धा शर्मा के साथ मनी मैटर्स के इस एपिसोड में, निखिल ने बताया कि इस अनिश्चित समय के दौरान कैसे व्यापार करना है, किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना है, और अगर आप पहली बार निवेश करना चाहते हैं तो कैसे करें?

यहां देखें पूरा इंटरव्यू:

अभी, भारतीयों को हाई रिटर्न के लिए शेयर बाजार की ओर रुख करना है। फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स अब हमें उस तरह का रिटर्न नहीं दे रही हैं जैसी हम ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है उम्मीद रखते थे, और सरकार नहीं चाहती कि लोग बहुत अधिक सोना खरीदें।

दूसरी ओर, रियल एस्टेट भी अब लाभदायक नहीं दिखता। निखिल बताते हैं कि अगले तीन से पांच साल के लिए कैपिटल एलोकेट करने के लिए बहुत ज्यादा रास्ते नहीं बचे हैं, इसलिए हर किसी को किसी न किसी तरह का जोखिम उठाना पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह निश्चित तौर पर भारत के विकास की कहानी है।

“सबसे बड़ा सबक बाजार से सामान्य अपेक्षाएं रखना है; आपके पास जो भी है उसे दाव पर लगाने और असाधारण परिणामों की उम्मीद करने की कोशिश न करें।”

निखिल के अनुसार, 15 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि वृद्धि का मतलब बहुत पैसा है, और यदि आप इस परिणाम के साथ आ सकते हैं, तो निवेश बहुत सरल हो सकता है। किसी को भी निवेश करने के लिए उधार लेने की जरूरत नहीं है - बस लंबी अवधि के पर्याप्त रिटर्न के लिए अपनी बचत का एक हिस्सा अलोकेट करें।

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COVID-19 के दौरान निवेश

निखिल का कहना है कि किसी को बाजार में छोटी अवधि के उतार-चढ़ाव के साथ नहीं देखना चाहिए क्योंकि बाजार "समाचार पर प्रतिक्रिया नहीं करता है"।

“आपको इसे अलग नज़रिए से देखना होगा - क्या यह अगले पांच साल में प्रवेश करने का अच्छा समय है? कोई भी अल्पकालिक परिणामों की भविष्यवाणी नहीं कर ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है सकता है।

उनके अनुसार, बहुत से फर्स्ट-टाइम निवेशक - चूंकि लॉकडाउन के कारण लोगों के पास अभी इतना समय है - शेयर बाजार को देख रहे हैं, विशेषकर ऐसे लोग जो लंबे समय में ऐसा करना चाहते हैं और आखिरकार उनके पास मौका है अध्ययन और निवेश का।

और अगर आप सोच रहे थे कि अभी कौन से सेक्टर में निवेश करना है, तो निखिल का कहना है कि उन्हें फार्मा और आईटी “पसंद हैं क्योंकि इन सेक्टरों में आमतौर पर बहुत कम समय की अशांति नहीं देखी जाती है।

“जब चीजें ठीक नहीं हो रही हैं तो वे छिपाने के लिए अच्छी जगहें हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से अभी रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर को पसंद नहीं करता हूं, क्योंकि कोरोनावायरस के नतीजे वाणिज्यिक और आवासीय अचल संपत्ति पर अन्य क्षेत्रों की तुलना में काफी खराब होंगे।”

निखिल FMCG की भी सिफारिश करते हैं और चेतावनी देते हैं कि जिन कंपनियों ने पिछले कुछ वर्षों में उधार लिया है और 50 प्रतिशत खर्च किया है, जो वे सर्विसिंग करते हैं उस ब्याज को इस संकट से बचाना मुश्किल होगा।

वे आगे कहते हैं,

“काश मुझे पता होता कि कौन सा स्टॉक ऊपर जाने वाला है। लेकिन, आम तौर पर, यह एक अच्छा विचार है - जब चीजें अच्छी तरह से नहीं चल रही हैं - तो सबसे बड़ी कंपनियों में निवेश करें और स्मॉल और मिडिल कैप से दूर रहें। पेनी स्टॉक न खरीदें, और इस साल के पोर्टफोलियो को लार्ज कैप कंपनियों के बीच रखें। निफ्टी के शेयरों को खरीदें और किसी तरह के विविधीकरण (diversification) की तरह रखें।”

Zerodha, Upstox, Angel Broking और Groww, कौन सी है सबसे बेहतर Trading App-

अगर आप स्टॉक मार्केट ( STOCK TRADING) में ट्रेडिंग करने की तैयारी शुरू करने जा रहे हैं तो यह वीडियो आपके लिए बहुत खास होने वाला है. इस वीडियो में हम आपको बताएंगे देश की चार बड़ी ट्रेडिंग एप्स(TRADING APPS) में से सबसे बेहतर कौन कौन सी है .यह चारों ऐप (zerodha)डिस्काउंट ब्रोकरेज के ऊपर काम करती हैं , इसके अंदर आपको ट्रेडिंग करने के लिए ज्यादा ब्रोकरेज नहीं चुकानी पड़ती(angle broking) .इन चारों में से कौन सी ऐप ज्यादा फायदेमंद है और किसके कितने हैं charges जानने के लिए इस वीडियो को देखें.

Zerodha: नितिन कामत ने क्यों ट्रेडर्स को दी रात में चैन से सोने की सलाह, अमेरिकी बाजार को ट्रैक करने से फायदा नहीं

zerodha के नितिन कामत ने कहा है कि इसकी जगह ट्रेडर अगर रात को चैन से सोएं तो वे दिन में एक्टिव तरीके से भारत के शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकते हैं.

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नितिन कामत ने शेयर बाजार के ट्रेडर से कहा है कि उन्हें रात भर जग कर अमेरिकी शेयर बाजार को ट्रैक करने की कोई आवश्यकता नहीं है.

नई दिल्ली: ग्राहकों के लिहाज से देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के संस्थापक नितिन कामत ने शेयर बाजार में ट्रेड करने वालों को एक बहुत जरूरी सलाह दी है. नितिन कामत ने शेयर बाजार के ट्रेडर से कहा है कि उन्हें रात भर जग कर अमेरिकी शेयर बाजार को ट्रैक करने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा है कि इसकी जगह ट्रेडर अगर रात को चैन से सोएं तो वे दिन में एक्टिव तरीके से भारत के शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकते हैं.

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नितिन कामत ने कहा है कि अमेरिकी शेयर बाजार को ट्रैक करने से भारत में शेyरों की खरीद-फरोख्त या होल्ड करने में कोई फायदा होने वाला नहीं है. नितिन ने कहा है कि पिछले कुछ समय में भारत का शेयर बाजार अमेरिकी शेयर बाजार से अलग चाल चल रहा है, इसलिए अगर कोई ट्रेडर रात भर जग कर अमेरिकी शेयर बाजार को ट्रैक करता है तो उससे उसे यहां फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है.


भारत और अमेरिकी शेयर बाजार के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि अमेरिकी शेयर बाजार में दुनिया के किसी हिस्से में कामकाज करने वाली कंपनी लिस्ट हो सकती है. वहां सिर्फ अमेरिका में कामकाज कर रही कंपनी की ही लिस्टिंग नहीं की जाती. अमेरिकी शेयर बाजार के सूचकांक में दुनिया के अलग-अलग देशों की अलग-अलग कारोबार की कंपनियां लिस्ट की जा सकती है.

जहां तक भारत के शेयर बाजार का सवाल है तो भारत के शेयर बाजार में भारतीय कंपनियों की प्रमुखता है. इस वजह से भारत का शेयर बाजार अमेरिकी शेयर बाजार की तुलना में कम उतार-चढ़ाव दर्ज करने वाला है. भारत के शेयर बाजार में सभी ट्रांजैक्शन और निवेश रुपए में किए जाते हैं, इस तरह अमेरिकी शेयर बाजार में कारोबार अमेरिकी डॉलर में किया जाता है.

अमेरिकी शेयर बाजार भारत की तुलना में मजबूत माना जाता है. भारत की तुलना में यूएस स्टॉक मार्केट कम उतार-चढ़ाव भरा है. भारत में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव अधिक होता है.

भारत के निवेशकों में अमेरिकी शेयर बाजार के लिए दीवानगी देखी जाती है. अमेरिकी शेयर बाजार में दुनिया की कई कंपनियां लिस्ट होती है. भारत में बीएसई सेंसेक्स को शेयर बाजार के प्रतीक के रूप में जाना जाता है उसी तरह अमेरिका में डाउ जॉन्स इंडस्ट्रियल एवरेज है.

पिछले 10 सालों में भारत और अमेरिकी शेयर बाजार में एक तरह का ही रिटर्न निवेशकों को दिया है. अमेरिकी शेयर बाजार का सालाना रिटर्न 9.75% रहा है जबकि भारत के शेयर बाजार का सालाना रिटर्न 9.7% रहा है. पिछले कुछ समय में भारत के शेयर बाजार का अमेरिकी शेयर बाजार से लिंक टूट रहा है.

Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?

Diwali Muhurat Trading 2022: शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।

Diwali Muhurat Trading 2022

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

विस्तार

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

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