ढेर सारे Demat Accounts को लेकर हैं कन्फ्यूज? जानें एक ही खाते में कैसे ट्रांसफर करें अपनी सारी सिक्योरिटीज
हो सकता है आपके पास भी एक से अधिक डीमैट खाते हों और सभी खातों में कुछ प्रतिभूतियां पड़ी हुई हों। अगर ये एक ही डीमैट खाते में आ जाए तो इनका प्रबंधन आसान हो जाएगा। आइए जानते हैं कि एक ही डीमैट खाते में सिक्योंरिटीज कैसे करें ट्रांसफर
नई दिल्ली, रामकुमार के। पांच साल पहले से लेकर वर्तमान तक किसी भी व्यावसायिक क्षेत्र को देखें, आपको आमूल-चूल बदलाव नजर आएंगे। किसी भी और बदलाव की तुलना में डिजिटलीकरण सबसे बड़ा बदलाव है। डिजिटलीकरण एक ऐसी ताकत के रूप में सामने आया है कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच इसकी कुशल पैंतरेबाजी दुनिया भर के व्यवसायों के लिए जीवन और मरण का विषय बन गई है। उस संदर्भ में, पूंजी बाजार ने न केवल तकनीकी नवाचारों को लागू किया है बल्कि इसके आश्चर्यजनक प्रभाव से अपने लाभ को भी बढ़ाया है।
एक उद्योग के रूप में पूंजी बाजार ने डिजिटलीकरण की लहर पर बहुत अच्छी तरह सवारी की है। एक बोझिल पेन और पेपर प्रक्रिया से एक सहज डिजिटल अनुभव में इस क्षेत्र के परिवर्तन ने बड़ी संख्या में लोगों को पूंजी बाजार में हिस्सा लेने और क्षेत्र में मौजूद वित्तीय संभावनाओं का पता लगाने की अनुमति दी है। किसी भी समय कहीं से भी डिजिटल रूप से डीमैट खाता खोलने की सुविधा, चाहे वह घर पर सोफे पर आराम से पसर कर हो या काम के सिलसिले में की गई यात्राओं के दौरान। इसने ऐसे कई लोगों को प्रतिभूति बाजार तक पहुंच प्रदान की है, जो पहले वित्तीय संभावनाओं के विशाल सागर की बूंद बनने से छूट गए थे।
खुदरा निवेशकों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि कैसे पूंजी बाजार ने अधिक समावेशी बनने के लिए डिजिटलीकरण का उपयोग किया है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने मार्च 2022 के अंत तक 8.97 करोड़ नए डीमैट खाते दर्ज किए, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 63 फीसदी अधिक है।
हालांकि, एक निवेशक एक ही या अलग-अलग डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (DP) के साथ कई डीमैट खाते भी खोल सकता है। कई डीमैट खाते खोलने के लिए, निवेशकों के पास विभिन्न कारण हो सकते हैं जैसे कि निवेश पोर्टफोलियो को विस्तृत करना या अलग करना या विभिन्न ब्रोकर्स की सेवाएं प्राप्त करना। हालांकि, एक से अधिक डीमैट खाते रखना तब अधिक फायदेमंद होता है जब आप एक भागीदार के रूप में, शेयर बाजार में एक व्यापारी और एक निवेशक दोनों होते हैं। अन्यथा, सामान्य आधार पर, एक से अधिक डीमैट खाते केवल उन निवेशकों के पास होते हैं जो प्रत्येक डीमैट खाते के खिलाफ अपने नामांकित, संयुक्त धारकों आदि की स्पष्ट रूप से पहचान करना चाहते हैं।
डीमैट खाताधारकों का एक बड़ा हिस्सा केवल एक डीमैट खाता रखने का अभ्यासी है क्योंकि कई डीमैट खाते रखने से उनके पोर्टफोलियो प्रबंधन और शायद ट्रेडिंग अनुभव में परेशानी हो सकती है। यह प्रत्येक डीमैट खाते पर डीपी द्वारा लगाए जाने वाले कुल वार्षिक रखरखाव शुल्क में वृद्धि करेगा। साथ ही, यदि कोई डीमैट खाता एक निर्धारित अवधि के लिए निष्क्रिय रहता है, तो खाता फ्रीज हो सकता है, फिर से सक्रिय हो सकता है, जिसकी अपनी चुनौतियां हैं।
यह बहुत संभव है कि विभिन्न कारणों से विभिन्न डीपी संस्थाओं के साथ अतीत में कई डीमैट खाते खोले गए हों। कई निवेशक प्रतिभूतियों को स्थानांतरित करने और खातों को समेकित करने की जटिल प्रकृति के कारण खाता बंद नहीं करते हैं। हालांकि, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि प्रतिभूतियों को एक खाते से दूसरे खाते में स्थानांतरित करना बहुत ही आसान है।
आपकी प्रतिभूतियों को एक खाते से दूसरे खाते में स्थानांतरित करने की सेवा डिपॉजिटरी द्वारा प्रदान की जाती है और इसे डिजिटल रूप से करने का अनुभव बिना किसी परेशानी के है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक निवेशक है, जिनका नाम हैं ‘ए’, उनके पास दो डीमैट खाते हैं जो उसके लिए शेयर बाजार में व्यापार का लगातार ट्रैक रखना मुश्किल बना रहे हैं। यहां, निम्नलिखित कदम उठाकर, ‘ए’ अपने खाते को आसानी से समेकित कर सकते हैं और पूरे पोर्टफोलियो को एक डीमैट खाते में प्राप्त करते हुए उक्त डीमैट खाते में निहित संपत्ति का डैशबोर्ड दृश्य प्राप्त कर सकते हैं।
सिक्योरिटीज को भिन्न डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर करने की विधि
चरण 1 - प्रक्रिया शुरू करने के लिए, ‘ए’ को पहले डिपॉजिटरी सेवा प्रदाता की वेबसाइट पर जाना होगा और डीपी आईडी और क्लाइंट आईडी प्रदान करने वाली प्रतिभूतियों के हस्तांतरण के लिए दिए गए पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
चरण 2 - अब, ‘ए’ को पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा, जिसे दर्ज करके निवेशक उपयोगकर्ता नाम, सुरक्षा प्रश्न और उत्तर सेट कर सकेगा।
चरण 3 - लेन-देन के साथ आगे बढ़ने के लिए, ‘ए’ को एक विश्वसनीय खाता जोड़ना होगा। विश्वसनीय खाता लगभग 24 घंटों की अधिकतम अवधि के भीतर सक्रिय हो जाता है।
चरण 4 - ‘ए’ को अब शेयरों के हस्तांतरण के लिए पोर्टल में लॉग इन करना होगा, ‘ट्रांजिक्शन’ टैब पर क्लिक करें और ‘सेटअप’ विकल्प के तहत ‘बल्क सेटअप’ चुनें।
चरण 5 - प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ने के लिए, ‘ए’ को ‘ट्रांजैक्शन’ का चयन करना होगा, निष्पादन तिथि दर्ज करनी होगी और ‘ट्रस्टेड’ खाते का चयन करना होगा।
चरण 6 - यहां, प्रतिभूतियों के आईएसआईएन जिन्हें स्थानांतरित किया जाना है, शेयरों की मात्रा और उनके हस्तांतरण के कारण का चयन करने की आवश्यकता है। विवरण जमा करने के बाद, ‘ए’ अनुरोध को सत्यापित करने और उसे स्वीकृत करने में सक्षम हो जाएंगा।
चरण 7 - अब, ‘ए’ को लेनदेन शुरू करने के लिए बस ‘कमिट’ विकल्प पर क्लिक करना होगा। ‘ए’ को पंजीकृत मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर एक सत्यापन पिन प्राप्त होगा। पिन डालने के बाद ट्रांसफर रिक्वेस्ट सबमिट की जाएगी। जमा करने के बाद, डिपॉजिटरी पुष्टि के लिए निवेशक के डीपी को अनुरोध भेजेगा। डीपी से पुष्टि के बाद ट्रांसफर अनुरोध किया जाएगा।
एक कंसोलिडेटेड सिंगल डीमैट खाता निवेश यात्रा को अधिक फलदायी और उत्पादक बनाता है क्योंकि डीमैट खाता खोलने समय काम आने वाले पेपर यह निवेशकों को अपने लेनदेन पर बेहतर पकड़ बनाने में मदद करता है और सभी डेटा को एक ही स्थान पर रखकर भविष्य के लिए बुद्धिमानी से योजना बनाने में मदद करता है।
(लेखक CDSL में बिजनेस और ऑपरेशंस के प्रमुख हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)
आपके पास भी पड़े हैं सालों पुराने 'Physical Shares?' बेकार हो जाएं इससे पहले जानिए इसे बेचने का तरीका
Convert physical paper shares to Demat: शेयर बाजार में सिर्फ डीमैट अकाउंट में पड़े शेयरों को बेचा, ट्रांसफर किया जा सकता है. लेकिन देश में कई लोगों के पास आज भी फिजिकल फॉर्म में कंपनियों के शेयर हैं. साल 2019 में मार्केट रेगुलेटर सेबी ने फिजिकल फॉर्म के शेयरों को डीमेट में कन्वर्ट करके ही बेचने या ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया था.
- फिजिकल पेपर्स शेयरों को डीमैट में कन्वर्ट करने का तरीका
- फिजिकल शेयरों को डीमैटेरियलाइज्ड करना जरूरी
- बिना इसके शेयरों को बेचा, ट्रांसफर नहीं किया जा सकता
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नई दिल्ली: Convert Physical Shares to Demat: अगर अचानक ही आपको अपनी अलमारी में धूल खा रहे फिजिकल शेयरों की पोथी हाथ लग गई है, और आप इस बात को लेकर खुश हैं कि उसे बेचकर आप मोटा मुनाफा कमाएंगे तो जरा अपनी भावनाओं को लगाम दीजिए, ये इतना आसान भी नहीं है. मार्केट रेगुलेटर के नियमों के मुताबिक आप फिजिकल शेयरों को शेयर बाजार में बेच या ट्रांसफर नहीं सकते हैं, इसके लिए पहले उन्हें इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में तब्दील करना होगा यानी डीमैट में कन्वर्ट करना होगा.
फिजिकल शेयरों का क्या करें
हालांकि इसका ये मतलब कतई नहीं है कि फिजिकल फॉर्म में रखे गए शेयर बेकार हो गए, या फिर आप उन्हें रख नहीं सकते, बिल्कुल रख सकते हैं, लेकिन जब भी आप उन्हें बेचने जाएंगे तो उन्हें फिजिकल से इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदलना होगा. इसके बाद आप इन शेयरों के साथ जो चाहे करें, सेबी को कोई ऐतराज नहीं होगा. फिजिकल फॉर्म से इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों को कन्वर्ट करने को डीमैटेरियलाइजेशन (Dematerialisation) डीमैट खाता खोलने समय काम आने वाले पेपर कहते हैं, इस भारी भरकम शब्द पर मत जाइए, ये इतना मुश्किल भी नहीं है.
किन शेयरों को कन्वर्ट कर सकते हैं
आपको इन शेयरों को फिजिकल फॉर्म से डीमैट अकाउंट में डालना होता है. इस प्रक्रिया में एक बात का ध्यान रखना होता है कि केवल उन्हीं शेयरों को आप डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं जिसकी कंपनी के शेयर एक्टिव हों और एक्सचेंज में उनकी ट्रेडिंग हो रही हो. अगर कंपनी के शेयर एक्सचेंज से डीलिस्ट हो गए हैं तो आपके लिए ये फिजिकल शेयर सिर्फ कागज का टुकड़ा हैं और कुछ नहीं.
फिजिकल शेयरों को डीमैट में ऐसे कन्वर्ट करें
अगर कंपनी के शेयरों में अब भी ट्रेडिंग हो रही है तो आपको बताते हैं कि फिजिकल शेयरों को डीमैट अकाउंट में कैसे लेकर जा सकते हैं.
ये रहा 5 स्टेप तरीका
1- सबसे पहले तो आप किसी भी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स, स्टॉक ब्रोकर के साथ एक डीमैट खाता खोलने समय काम आने वाले पेपर डीमैट अकाउंट खोलें. इसमें आपको अपना KYC वेरिफिकेशन कराना होता है
2- जब आपका डीमैट अकाउंट खुल जाएगा तो आप अपने फिजिकल शेयरों को डीमैटेरियलाइज्ड फॉर्मेट में कन्वर्ट करने के लिए रिक्वेस्ट दे सकते हैं
3- आपको अपने फिजिकल शेयरों को डीमैट कंपनी Dematerialisation Request Form (DRF) के साथ जमा करना होगा. अलग अलग कंपनियों के लिए अलग अलग फॉर्म का इस्तेमाल करें
4- इसके बाद आपको सभी सरेंडर शेयरों के लिए एक 'Acknowledgment Slip' दी जाएगी.
5- वेरिफिकेशन के बाद आपके फिजिकल शेयर डीमैट अकाउंट में आ जाएंगे और फिजिकल शेयरों को नष्ट कर दिया जाएगा
लीजिए हो गए आपके फिजिकल शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में कन्वर्ट. अब आप चाहें इसको बेच दें या ट्रेड करें आपकी मर्जी.
Ban vs Ind, 2nd Test: बांग्लादेश की दूसरी पारी 231 रन पर सिमटी, भारत को जीत के लिए 145 रन का लक्ष्य
भारत और बांग्लादेश के बीच ढाका के मीरपुर में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में मेजबान टीम की दूसरी पारी 231 रन पर सिमट गई है। इस तरह दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया तो जीत के लिए 145 रनों का लक्ष्य मिला है।
भारत और बांग्लादेश के बीच ढाका के मीरपुर में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में मेजबान की दूसरी पारी 231 रन पर सिमट गई है। इस तरह दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया तो जीत के लिए 145 रनों का लक्ष्य मिला है। इससे पहले चायकाल के वक्त बांग्लादेश का स्कोर195/7 था। टी ब्रेक के बाद बांग्लादेश की पूरी पारी 231 रन पर ऑल आउट हो गई। इससे पहले विकेटकीपर नुरुल हसन सातवें विकेट के रूप में 31 रन बनाकर स्टंप आउट हुए थे। वहीं मेहदी हसन बिना खाता खोले पैवेलियन लौट थे। ज़ाकिर हसन डीमैट खाता खोलने समय काम आने वाले पेपर ने 51 रन बनाए और वे उमेश यादव की गेंद पर आउट हुए थे। भारत के लिए अक्षर पटेल ने 3, अश्विन और सिराज ने 2-2 विकेट झटके। उमेश और जयदेव एक-एक विकेट लेने में कामयाब रहे।
लिटन दास के जवाबी आक्रमण में अर्धशतक जड़ने से शनिवार को भारत के खिलाफ ढाका टेस्ट के दूसरे सत्र के अंत में भारत के खिलाफ बांग्लादेश की बढ़त 108 हो गई। चाय तक, बांग्लादेश का स्कोर 195/7 था, जिसमें दास ने 78 गेंदों में नाबाद 58 रन बनाए, यह उनका 15वां टेस्ट अर्धशतक था और नुरुल हसन के साथ 46 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी के साथ मेजबानों की लड़ाई का नेतृत्व किया, जिन्होंने 31 रन बनाए और तस्किन अहमद के साथ नाबाद 46 रन की साझेदारी की।
भारत ने सत्र में तीन विकेट झटके, जिसमें जाकिर हसन को उमेश यादव ने सिराज के हाथों कैच आउट कराया। विराट कोहली ने दास का कैच 20 और 49 पर दो बार ड्रॉप किया। सत्र की शुरूआत भारत के लिए खराब रही क्योंकि उन्होंने 37वें ओवर में अपना तीसरा और आखिरी रिव्यू गंवा दिया।
अक्षर पटेल की गेंद पर दास दो बार बचे, जब कोहली ने दाएं हाथ के बल्लेबाज को दो चौके देकर स्लिप में कैच लेने का मौका डीमैट खाता खोलने समय काम आने वाले पेपर गंवा दिया। बाएं हाथ के स्पिनर को अपने अगले ओवर में सफलता मिली जब उन्होंने स्वीप के लिए जाते समय मेहदी हसन मिराज को आउट कर दिया।
इससे पहले, रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद सिराज ने सुबह-सुबह नजमुल हुसैन शंटो और मोमिनुल हक को आउट किया, उसके बाद जयदेव उनादकट और एक्सर पटेल ने क्रमश: शाकिब अल हसन और मुशफिकुर रहीम को लंच तक आउट किया।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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बंधन बैंक पहली बार एआरसी को बेचेगा तनावग्रस्त कर्ज : सूत्र
कोलकाता, 23 दिसंबर (भाषा) बंधन बैंक की तरफ से संपत्ति पुनर्गठन कंपनी (एआरसी) को अपना तनावग्रस्त कर्ज बेचने की घोषणा निजी क्षेत्र के ऋणदाता के लिए इस तरह का पहला मामला है। बैंक के एक सूत्र ने यह जानकारी दी।
बैंक ने बुधवार को कहा था कि 8,897 करोड़ रुपये के कर्ज को बट्टे खाते में डालने के बाद वह तनावग्रस्त कर्ज एआरसी को बेचेगा। बैंक ने कहा था, ''''बैंक को एआरसी से 801.00 करोड़ रुपये की बाध्यकारी डीमैट खाता खोलने समय काम आने वाले पेपर बोली मिली है।''''
सूत्र ने कहा कि बट्टे खाते में डाली गई राशि छोटे व्यवसायों और कृषि ऋण या सूक्ष्म-ऋण अग्रिमों के कारण थी। उन्होंने कहा, ''''यह पहली बार है जब बैंक किसी एआरसी को अपना तनावग्रस्त कर्ज बेचेगा।''''
बोली एआरसी द्वारा प्रस्तावित 801 करोड़ रुपये की बाध्यकारी बोली पर स्विस चुनौती प्रक्रिया (एससीएम) के अनुसार लगाई जाएगी।
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वैश्विक घटनाक्रम से भारत के लिए परिस्थितियां जटिल होने का अनुमानः मंत्रालय
नयी दिल्ली, 23 दिसंबर (भाषा) वैश्विक आर्थिक घटनाक्रम से अगले साल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए परिस्थितियां और जटिल होने का अनुमान है। वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट में शुक्रवार को यह बात कही गई।
इस रिपोर्ट के मुताबिक बाहरी मोर्चे पर सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है। मंत्रालय की नवंबर के लिए मासिक आर्थिक समीक्षा के अनुसार बाहरी क्षेत्र वैश्विक मंदी से पैदा हुई प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहा है।
इसके मुताबिक, सेवा निर्यात में मजबूती और धनप्रेषण में बढ़ोतरी के चलते चालू खाता का घाटा साल की बाकी अवधि के दौरान सीमित होने की उम्मीद है। चालू खाता का घाटा चालू वित्त वर्ष में 100 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है।
रिपोर्ट में डीमैट खाता खोलने समय काम आने वाले पेपर कहा गया, ''''जैसा कि हम 2023 में प्रवेश कर रहे हैं, वैश्विक आर्थिक घटनाक्रम आगे और जटिल परिस्थितियां पैदा कर सकते हैं और इसलिए हमें लगातार सतर्कता के साथ हालात पर नजर बनाए रखनी होगी।''''
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