यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने जीते सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी बैंक सहित 6 आईबीए पुरस्कार
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी बैंक सहित 6 आईबीए पुरस्कार जीते है। आईबीए बैंकिंग प्रौद्योगिकी पुरस्कारों के 18वें संस्करण में घोषित बड़े बैंकों की श्रेणी के अंतर्गत बैंक ने कुल 6 प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते।
इस सान के आईबीए पुरस्कारों में ‘बैंकिंग में डिजिटल और एनालिटिक्स का भविष्य’ मनाते हुए बैंकिंग उद्योग में उन प्रौद्योगिकियों और कार्यप्रणालियों को मान्यता दी जिन्होंने पिछले साल उच्च स्तर का इनोवेटिव प्रदर्शन किया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी बैंक,सर्वश्रेष्ठ आईटी जोखिम प्रबंधन,सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी प्रतिभा के लिए बड़े बैंकों की श्रेणी (सार्वजनिक और निजी) के तहत विजेता के रूप में सम्मानित किया गया है। पुरस्कारों का चयन ग्राहक सुविधा, प्रणाली के लचीलेपन और निरंतर सुधार के क्षेत्र में नवीन पद्धति के कार्यान्वयन के आधार पर किया गया था। बताते चले कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को लगातार चौथे वर्ष सर्वश्रेष्ठ आईटी जोखिम प्रबंधन के तहत सम्मानित किया गया है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सर्वश्रेष्ठ एआई एंड एमएल बैंक, सर्वश्रेष्ठ वित्तीय समावेशन और सर्वश्रेष्ठ फिनटेक सहयोग श्रेणी के तहत विशेष पुरस्कार भी प्राप्त किया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ग्राहक केंद्रित और कर्मचारी सशक्तिकरण के माध्यम से समावेशी, उत्तरदायी और जिम्मेदार बैंकिंग पर ध्यान केंद्रित कर के अगली पीढ़ी के डिजिटल बैंक के रूप में परिवर्तित हो रहा है. पिछले एक साल में बैंक ने उद्योग जगत में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा पूल बनाने पर और ग्राहक अनुभव को बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीकों का लाभ लेकर इसे सभी तक पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की डिजिटल यात्रा से बैंक के बढ़ते डिजिटल कारोबार पर अपनी पकड़ बनाने और एक मजबूत डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के अपने इस प्रयास में एक बड़ी उपलब्धि है। बैंक नवोन्मेषी समाधानों, फिनटेक साझेदारियों और नई उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे एआई /एमएल, 5जी ब्लॉकचैन, मेटावर्स, देवसेकऑप्स आदि की खोज करके डिजिटल परिवर्तन की ओर अग्रसर है।
RBI ने NBFC के लिए चलनिधि जोखिम प्रबंधन पर मसौदा मानदंड जारी किए
RBI ने कहा कि 5,000 करोड़ रुपये और उससे अधिक संपत्ति आकार वाली सभी गैर-जमा लेने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) और सभी डिपॉजिट लेने वाले NBFC को अपनी संपत्ति के आकार के बावजूद, तरलता कवरेज अनुपात (LCR) के संदर्भ में एक तरलता बफर बनाए रखना है.
एनबीएफसी और मूल निवेश कंपनियों के लिए तरलता जोखिम प्रबंधन ढांचे पर एक मसौदे में, ये उपाय संभावित तरलता अवरोधों के लिए एनबीएफसी के लचीलापन को बढ़ावा देंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके पास 30 दिनों तक चलने वाले तीव्र तरलता तनाव से बचने के लिए पर्याप्त उच्च गुणवत्ता वाले तरल संपत्ति (HQLA) है. बैंकिंग नियामक ने प्रस्तावित किया कि यह 01 अप्रैल 2020 से 01 अप्रैल 2024 तक LCR को एक ग्लाइड पथ के माध्यम से लागू करेगा.
Mulank 5 Jyotish 04 December 2022 Numerology Prediction: जोखिम लेने से बचें, पेशेवर व्यवहार बनाए रखें
Numerology Prediction, Ank Jyotish Mulank Number 5, 04 December 2022: 5 मूलांक वाले व्यवस्था पर नियंत्रण बढ़ाएंगे. दीर्घकालिक गतिविधियों पर ध्यान देंगे. सफलता का प्रतिशत बेहतर बना रहेगा. प्रबंधन में सुधार होगा. जोखिम से बचें. मित्रों समकक्षों का सहयोग रहेगा. पेशेवर व्यवहार बनाए रखेंगे. सजगता से आगे बढ़ेंगे. मितभाषी रहेंगे.
अरुणेश कुमार शर्मा
- नई दिल्ली,
- 04 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 04 दिसंबर 2022, 5:00 AM IST)
मूलांक 5: जिन लोगों का जन्म 5, 04 या 23 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 5 है.
नंबर 5- 4 दिसंबर 2022 का मूलांक 4 और भाग्यांक 4 है. अंक 5 के लिए आज का दिन प्रभावशाली है. व्यापार व्यवसाय से जुडे़ जन तेजी से आगे बढ़ेंगे. जिम्मेदारियों को बख्ूबी निभाएंगे. करियर कारोबार में बेहतर प्रदर्शन बनाए रखेंगे. पेशेवर प्रभावशाली रहेंगे. आर्थिक वाणिज्यिक मामलों में अनुकूलता बढेगी. धैर्य व सूझबूझ से काम लेंगे. लोगों का आकर्षण बना रहेगा. अपेछित सफलता पाएंगे. अंक 5 वाले व्यक्ति अच्छे अच्छे संपर्क सूत्र रखते हैं. विभिन्य विषयों में सहायक होते हैं. आज इन्हें पूर्व अनुभवों का लाभ मिलेगा. निजी संबंधों में बेहतर बने रहेंगे. उच्च मनोबल से कार्य करेंगे. अपनों की अवहेलना से बचें. विनम्रता बढ़ाएंगे.
मनी मुद्रा- करियर व्यापार में सभी प्रभावित बने रहेंगे. व्यवस्था पर नियंत्रण बढ़ाएंगे. दीर्घकालिक गतिविधियों पर ध्यान देंगे. सफलता का प्रतिशत बेहतर बना रहेगा. प्रबंधन में सुधार होगा. जोखिम से बचें. मित्रों समकक्षों का सहयोग रहेगा. पेशेवर व्यवहार बनाए रखेंगे. सजगता से आगे बढ़ेंगे. मितभाषी रहेंगे.
पर्सनल लाइफ- परिजनों का साथ सहयोग पाएंगे. अपनों की खुशियों में शामिल होंगे. संबंधों में सकारात्मकता रहेगी. वातावरण सुखद रहेगा. परिवार में हर्ष आनंद रहेगा. प्रेम पक्ष संवार पर रहेगा. मन के मामले विश्वसनीय रहेंगे. प्रियजन की सुनें. बड़प्पन बढ़ाएं.
हेल्थ ऐंड लिविंग- सभी का समर्थन पाएंगे. तेजी दिखाएंगे. सभी प्रभावित रहेंगे. प्रयास संवरेंगे. व्यवस्था जोखिम प्रबंधन मजबूत होगी. जीवनशैली आकर्षक होगी. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा.
फेवरेट नंबर- 1 2 4 5 7 8
फेवरेट कलर- आंवला समान
एलर्ट्स- दिनचर्या व्यवस्थित रखें. सामंजस्य बढ़ाएं. स्वयं पर ध्यान दें. वचन पूरा करें. लोभ न आएं.
जोखिम प्रबंधन в английский
Lawley Insurance provides commercial insurance, employee benefits, risk management and personal insurance.
तीसरा, आपदा जोखिम प्रबंधन में अधिक से अधिक भागीदारी और महिलाओं के नेतृत्व को प्रोत्साहित किया गया है।
The sustainability of the economic growth will depend upon how good we are at the task of risk management.
क्षेत्र में आपदा तैयारी और आपदा जोखिम प्रबंधन को मजबूत बनाना, विशेष रूप से आपदाओं के पीड़ितों की सहायता करना।
Strengthening disaster preparedness and disaster risk management in the region, especially aid to victims of disasters.
बीमा कंपनियों को इस तरह के मामलों से बचने के जोखिम प्रबंधन लिए जोखिम प्रबंधन की ओर ज्यादा अध्ययन और प्रयास करना चाहिए।
खाद्य सुरक्षा में सुधार के लिए, हम उपयुक्त जोखिम प्रबंधन लिखत एवं मानवीय आपातकालीन उपकरण विकसित करने का वचन देते हैं।
To improve food security, we commit to develop appropriate risk-management instruments and humanitarian emergency tools.
हमें जोखिम प्रबंधन, जालसाजी रोकने और पारम्परिक मॉडलों में अवरोध से निपटने में बैंकों और वित्तीय संस्थानों को अधिक लचीला बनाना होगा।
We must make banks and financial institutions more resilient in managing risks,fighting frauds and dealing with disruption of traditional models.
भारत आपदा जोखिम प्रबंधन के प्रयोजनों के लिए किसी भी देश के लिए अपनी अंतरिक्ष क्षमताओं को उपलब्ध बनाने के लिए तैयार है।
India is ready to make its space capabilities available to any country for purposes of disaster risk management.
हमें बैंकों और वित्तीय संस्थानों को जोखिम प्रबंधन, धोखाधड़ी से निपटने और पारंपरिक मॉडलों में व्यवधान से निपटने में अधिक लचीला बनाना होगा।
We must make banks and financial institutions more resilient in managing risks,fighting frauds and dealing with disruption of traditional models.
बाध्यता के लिए समग्र जोखिम प्रबंधन के अंग के रूप में भारतीय परमाणु बीमा पूल का प्रस्ताव भी यूएस पक्ष के समक्ष रखा गया।
The idea of the India Nuclear Insurance Pool as a part of the overall risk-management scheme for liability was also presented to the U.S. side.
* जापान के अंतर्राष्ट्रीय जल संकट एवं जोखिम प्रबंधन केंद्र (आईसीएचएआरएम) द्वारा संचालित जल संबद्ध आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला के माध्यम से जोखिम प्रबंधन क्षमता का निर्माण
* Capacity Building through the Workshop on Water-related Disaster management conducted by the International Center for Water Hazard and Risk Management (ICHARM) of Japan
जबकि बाज़ार के बाद सुरक्षा निगरानी का यह प्रमुख माध्यम है, मार्केटिंग के बाद जोखिम प्रबंधन के लिए FDA की अपेक्षाएं बढ़ रही हैं।
While this remains the primary tool of postmarket safety surveillance, FDA requirements for postmarketing risk management are increasing.
दायित्वों के लिए समग्र जोखिम प्रबंधन योजना के भाग के रूप में प्रस्तावित भारत परमाणु बीमा पूल भी अमरीकी पक्ष को पेश किया गया।
The proposed India Nuclear Insurance Pool as a part of the overall risk-management scheme for liability was also presented to the U.S. side.
आईएनआईपी, जीआईसी री और अन्य भारतीय लोक उद्यमों/निजी बीमा कंपनियों द्वारा गठित जोखिम प्रबंधन तंत्र है जिसकी कुल निधि 1500 करोड़ रु. की है।
The INIP is a risk management mechanism formed by GIC Re and other Indian Public Sector Undertakings/private insurance companies with a total corpus of Rs 1,500 crore.
दायित्व के लिए संपूर्ण जोखिम-प्रबंधन योजना के एक भाग के रूप में प्रस्तावित भारत परमाणु बीमा पूल भी अमरीकी पक्ष को प्रस्तुत किया गया था।
The proposed India Nuclear Insurance Pool as a part of the overall risk-management scheme for liability was also presented to the U.S. side.
आपदा जोखिम प्रबंधन में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ाई जाए: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा जोखिम कटौती के प्रयासों के नवीकरण की 10 सूत्री कार्यसूची रेखांकित करते हुए गुरुवार को महिला वालंटियरों की शिरकत को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा जोखिम कटौती के प्रयासों के नवीकरण की 10 सूत्री कार्यसूची रेखांकित करते हुए गुरुवार को महिला वालंटियरों की शिरकत को बढ़ावा देने पर जोर दिया। साथ ही सभी तरह की आपदाओं से निबटने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया में वृहद सामंजस्य लाने का आह्वान भी किया। मोदी ने यहां ‘आपदा जोखिम कटौती पर एशियाई मंत्रीस्तरीय सम्मेलन’ (एएमसीडीआरआर) का उद्घाटन करते हुए गरीब परिवारों से लेकर छोटे और मध्यम उपक्रमों व बहुराष्ट्रीय निगमों से लेकर राष्ट्र राज्यों तक सभी के लिए जोखिम कवरेज के लिए काम करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी विकास सेक्टरों को आपदा जोखिम प्रबंधन के उसूलों को आत्मसात करना चाहिए और महिलाओं की शिरकत व नेतृत्व को बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि वे किसी आपदा में सबसे ज्यादा शिकार होती हैं। आबादी के अनुपात में महिलाएं आपदाओं से बहुत ज्यादा प्रभावित होती हैं। उनके पास अनूठी ताकत और अंतर्दृष्टि होती है। हमें आपदा से प्रभावित महिलाओं की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अवश्य ही बड़ी संख्या में महिला वालंटियरों को प्रशिक्षित करना चाहिए। उन्होंने कहा-हमें पुनर्निर्माण को समर्थन देने वाली महिला इंजीनियरों, राजमिस्त्रियों और भवन-निर्माण कारीगरों और आजीविका बहाली के लिए महिला स्व-सहायता समूहों की जरूरत है। वैश्विक स्तर पर जोखिम आकलन, आपदा जोखिम प्रबंधन प्रयासों की प्रभाव-क्षमता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग और सोशल मीडिया व मोबाइल प्रौद्योगिकी से मिले अवसरों के उपयोग पर जोर दिया जाना चाहिए।
मोदी ने स्थानीय क्षमता और पहल को आगे बढ़ाने, आपदाओं पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया में वृहद सामंजस्य लाने और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि किसी आपदा से सीख लेने का मौका नहीं गंवाया जाए। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर सुनामी पूर्वसूचना प्रणाली सक्रिय हो गई है और अपने आॅस्ट्रेलियाई व इंडोनेशियाई समकक्षों के साथ भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र के लिए क्षेत्रीय सुनामी बुलेटिन जोखिम प्रबंधन जारी करना अनिवार्य हो गया है। उन्होंने कहा कि चक्रवातों की पूर्व सूचना प्रणाली में सुधार को लेकर भी यही स्थिति है। भारत में यदि हम 1999 और 2013 के चक्रवातों के प्रभाव की तुलना करें तो हम अब तक की गई प्रगति को देख सकते हैं। इससे चक्रवातों के कारण होने वाली मौतों में पर्याप्त कमी आई है। इसे एक उत्कृष्ट वैश्विक कार्य माना जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपदा के जोखिम में कमी की जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन को बढ़ावा देने और सतत विकास में जोखिम प्रबंधन एक अहम भूमिका है। इसलिए यह सम्मेलन प्रासंगिक हो गया है और उचित समय पर हो रहा है।
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2023 में इन 3 राशि वालों को करियर और व्यापार में मिल सकती है अपार सफलता, देवताओं के गुरु बृहस्पति करेंगे मेष राशि में प्रवेश
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में एशिया और प्रशांत क्षेत्र के 61 देशों के 1100 प्रतिनिधि व 2900 घरेलू प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं। यह बैठक एशियाई क्षेत्र में आपदा जोखिम को कम करने के लिए सेंदई मसविदे को लागू करने का मार्ग प्रशस्त करेगी और इसकी प्रगति का निरीक्षण करने के लिए एक पूरी प्रक्रिया भी तय करेगी। मोदी ने कहा कि पिछले दो दशकों में, विश्व खासतौर पर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं और उनमें से अधिकतर सकारात्मक हैं।
उन्होंने कहा- हमारे क्षेत्र में कई देशों ने अपनी अर्थव्यवस्थाओं का रूपांतरण किया है और वे वैश्विक आर्थिक विकास के इंजन बन गए हैं। हमारे करोड़ों लोग गरीबी से बाहर लाए जा चुके हैं। एशिया-प्रशांत क्षेत्र एक से ज्यादा तरीकों से वैश्विक नेतृत्वकर्ता रहा है। लेकिन हमें इस प्रगति को हमेशा के लिए तय नहीं मानना चाहिए। इसमें चुनौतियां भी हैं। पिछले 20 साल में 850 हजार लोग एशिया-प्रशांत में आपदाओं में मारे गए हैं। आपदाओं के कारण होने वाली मौतों की संख्या के मामले में विश्व के शीर्ष 10 देशों में से सात देश एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हैं।
मोदी ने 2001 में गुजरात में आए भूकम्प से जुड़ा अपना निजी अनुभव भी साझा किया और कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने भूकम्प के बाद उबरने में सहयोग देने के लिए लोगों के साथ मिलकर काम किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के समक्ष मौजूद बड़ी चुनौतियां तेज शहरीकरण है और शायद एक दशक के भीतर ही क्षेत्र में गांवों की तुलना में शहर में रहने वालों की संख्या ज्यादा होगी। उन्होंने कहा कि शहरीकरण के कारण छोटे इलाकों में लोगों, संपत्ति और आर्थिक गतिविधियों की संख्या अत्यधिक बढ़ जाने से आपदा जोखिम प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा हो जाएंगी। इनमें से अधिकतर इलाके आपदा के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में हैं। यदि हम नियोजन व क्रियान्वयन दोनों के संदर्भ में इस वृद्धि का प्रबंधन नहीं करते हैं तो आपदाओं के कारण आर्थिक व मानवीय नुकसानों का खतरा पहले से कहीं ज्यादा हो जाएगा।
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