How to earn 1 lakh per month from share market: शेयर बाजार से हर महीने कैसे कमाएं 1 लाख रुपये? जानिए क्या होनी चाहिए आपकी रणनीति!

क्या आपने भी अभी तक शेयर बाजार में निवेश नहीं किया, 2022 में कर सकते हैं शुरुआत, समझिए निवेश रणनीति

 मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अपनी पूंजी का बहुत कम हिस्सा ही Penny Stocks में लगाना चाहिए.

मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अपनी पूंजी का बहुत कम हिस्सा ही Penny Stocks में लगाना चाहिए.

बाजार में बिना सोचे समझे निवेश करने की बजाय योजना बनाकर निवेश करना चाहिए. अगर आपने भी अभी तक बाजार में निवेश नहीं किया . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 05, 2022, 12:24 IST

Investment Tips: क्या आपने भी अभी तक शेयर बाजार में निवेश नहीं किया है. अगर शेयर बाजार में निवेश करने का सोच रहे हैं तो साल 2022 शुरुआत के लिए अच्छा समय हो सकता है. क्यों और कैसे हो सकता है ये जानना जरूरी है. पिछले साल आपने भी देखा- सुना मार्केट रणनीति कैसे चुनें होगा कि शेयर बाजार ने जोरदार रिटर्न दिया. वहीं आपने सुना होगा कि साल 2020 में शेयर बाजार बहुत ज्यादा गिरा था. शेयर बाजार ने अपनी गिरावट को जल्द ही रिकवर कर लिया. साथ ही निफ्टी ने बीते साल 20 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया.

इन घटनाओं ने एक बार फिर साबित किया कि अगर आप अच्छी कंपनी के शेयरों में निवेश करते हैं तो लॉन्ग टर्म में ये अच्छा रिटर्न देते हैं. साथ ही बीते साल ने ये भी बताया कि शेयर मार्केट का रास्ता एकतरफा नहीं होता, ये गिरता चढ़ता रहता है. लिहाजा बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव से घबराना नहीं चाहिए.

बाजार में बिना सोचे समझे निवेश करने की बजाय योजना बनाकर निवेश करना चाहिए. अगर आपने भी अभी तक बाजार में निवेश नहीं किया है तो यह साल आपके लिए शुरुआत के लिए अच्छा साल हो सकता है. आइए हम आपको यहां बताते हैं कि अगर आप बाजार में निवेश करने का सोच रहे हैं किन रणनीतियों को अपनाना होगा.

1- नियमित निवेश – बाजार में कब तेजी होगी या कब गिरावट इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. तेजी या गिरावट में पैसा लगाने से बचना चाहिए अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं. बल्कि आप नियमित निवेश या एसआईपी करते हैं. चाहें वो शेयर हो या म्यूचुअल फंड. इस तरह आपकी शेयर प्राइज एवरेज होकर सही रेट पर आ जाएगी.

2- पोर्टपोलियों में विविधता- अपने फोर्टफोलियों में विविधता रखें. किसी एक शेयर में पूरा पैसा न लगाएं. बल्कि कोशिश करें अलग अलग सेक्टर की मजबूत कंपनियों को पकड़े. जैसे ऑटो, बैंक, आईटी सेक्टर के अच्छे शेयरों को पकड़ें. एक ही शेयर या म्यूचुअल फंड में पूरा पैसा न लगाएं.

3-मजबूत कंपनी के शेयर में पैसा लगाए- अच्छी कंपनी के शेयरों को गिरावट में बेचने की बजाय खरीदें. कुछ समय के लिए अच्छे शेयर गिर सकते हैं लेकिन फिर वो रिकवर कर लेते हैं. इसलिए कमजोर या खराब शेयरों में पैसा न लगाएं.

4- लालच में न आएं- बाजार में जल्द से जल्द पैसे को कई गुना करने के चक्कर में न आएं. बहुत सारे यूट्यूब चैनल या टिप्स देने वाले आपको तुरंत करोड़पति बनाने का झांसा देते हैं. बाजार में आपको अपने निवेश पर बैंक या दूसरे निवेश माध्यमों से ज्यादा निवेश मिल सकता है न कि यह जादुई छड़ी है जो आपको कुछ दिन में ही अमीर बना देगा.

5- एक्सपर्ट से सलाह लें- अगर आप ज्यादा पैसा लगाना या लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं तो किसी मार्केट एक्सपर्ट या जानकारी सलाह लेकर पैसा लगाएं. किसी दोस्त या रिश्तेदार के टिप्स के भरोसे न चलें. बल्कि बहुत सारे ब्रोकरेज हाउस सर्टिफाइड एक्सपर्ट निवेश की सलाह देते हैं. ऐसे किसी विशेषज्ञ से ही सलाह लेकर पैसा लगाएं.

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रिलेशनशिप मार्केटिंग

रिलेशनशिप मार्केटिंग , या Relationship marketing — यह एक व्यावसायिक रणनीति है जिसका उद्देश्य प्रमुख व्यावसायिक आंकड़ों — ग्राहकों और व्यावसायिक भागीदारों के साथ दीर्घकालिक संबंध बनाना है। कस्टमर रिलेशनशिप मार्केटिंग - यह ग्राहकों और संभावित ग्राहकों के साथ उस तरह से संबंध बनाने से संबंधित है जिससे कि वे नियमित ग्राहक बन जाए।

रिलेशनशिप मार्केटिंग का सार रिश्ते को पारस्परिक रूप से लाभप्रद बनाना है: प्रत्येक पक्ष सहयोग से लाभान्वित होता है और रिश्ते को बनाए रखने और इसे विकसित करने का प्रयास करता है। विपणन की यह अवधारणा हाल ही में बीसवीं शताब्दी के अंत में उभरी है, और अधिक से अधिक प्रासंगिक होती जा रही है, क्योंकि रिलेशनशिप मार्केटिंग की अवधारणा ग्राहकों को आपकी कंपनी की ओर आकर्षित करने के लिए पैसे खर्च नहीं करने देती है। बल्कि उन ग्राहकों के द्वारा आपके उत्पाद की बिक्री में बढ़ोतरी करती हैं जो पहले से ही आपके उत्पादों में दिलचस्पी ले रहे होते हैं।

रिलेशनशिप मार्केटिंग की लोकप्रियता में योगदान देने वाले कई कारकों मार्केट रणनीति कैसे चुनें में, उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए उच्च प्रतिस्पर्धा सबसे पहले आती है। जैसे-जैसे ग्राहक ऑफ़र से अभिभूत होते हैं, आपके उत्पादों पर उनका ध्यान आकर्षित करना अधिक कठिन हो जाता है। साथ ही, एक नियमित ग्राहक के द्वारा एक अनियमित व्यक्ति की तुलना में खरीदारी करने की अधिक संभावना मार्केट रणनीति कैसे चुनें होती है। Bain & Company द्वारा किए गए शोध के अनुसार, एक कंपनी अपने लाभ को 25% तक बढ़ा सकती है यदि वह अपने को मार्केट रणनीति कैसे चुनें बनाए रखने की दर को कम से कम 5% बढ़ा दे। ऐसा क्यों होता है? क्योंकि नियमित ग्राहक अधिक महंगी खरीदारी करने को तैयार हैं। वे अधिक खरीदने की प्रवृत्ति भी रखते हैं।

रिलेशनशिप मार्केटिंग की अवधारणा

इसके मूल में, रिलेशनशिप मार्केटिंग (जिसे पार्टनरशिप मार्केटिंग के रूप में भी जाना जाता है) की अवधारणा पारंपरिक मार्केटिंग के समान गतिविधियों पर आधारित है: ग्राहकों की जरूरतों का पता लगाना और पूरा करना। अंतर यह है कि रिलेशनशिप मार्केटिंग ग्राहकों के साथ संबंध बनाने पर अधिक केंद्रित है। रिलेशनशिप मार्केटिंग का उपयोग कंपनी की मार्केटिंग रणनीति के मूल सिद्धांत के साथ-साथ ग्राहक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए एक उपकरण के रूप में किया जा सकता है।

रिलेशनशिप मार्केटिंग इस विचार पर आधारित है कि एक पुराने ग्राहक को बनाए रखना एक नए को आकर्षित करने से ज्यादा महत्वपूर्ण है। एक ग्राहक को बनाए रखने के लिए, आपको उन्हें आपसी सहयोग की सर्वोत्तम शर्तें प्रदान करने की आवश्यकता है। पहला कदम अपने ग्राहकों की जरूरतों को जानना और उन्हें पूरा करने में सक्षम होना है। आपको अपना व्यवसाय चलाने का तरीका भी बदलना होगा। ऐसा करने के लिए, ऊपर सूचीबद्ध रिलेशनशिप मार्केटिंग के मूल सिद्धांतों का पालन करें:

  • लंबे समय तक बातचीत एकल लेनदेन के लिए बेहतर होती है, भले ही वे बड़ी हों;
  • पुराने ग्राहकों को बनाए रखना नए लोगों को आकर्षित करने के लिए बेहतर है;
  • सबसे पहले, उन उपभोक्ताओं के साथ संबंधों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है जो लंबी अवधि में महंगी खरीदारी करने वाले हैं;
  • आपको अपने भागीदारों के प्रति चौकस रहने और उनसे प्रतिक्रिया प्राप्त करने का प्रयास करने की आवश्यकता है।

इन सिद्धांतों को लागू करने के लिए विभिन्न रिलेशनशिप मार्केटिंग रणनीतियों का उपयोग किया जा सकता है।

रिलेशनशिप मार्केटिंग की रणनीतियाँ

कुछ कंपनियां प्रत्येक ग्राहक के साथ व्यक्तिगत रूप से काम करने का जोखिम उठा सकती हैं। ज्यादातर मामलों में, रिलेशनशिप मार्केटिंग में ग्राहक केंद्रित नीति बड़े डेटा सरणियों को संभालने और बड़े पैमाने पर उपभोक्ता के साथ संबंध बनाने के बारे में है। संबंध विपणन में, इसके लिए तीन रणनीतियों का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है:

  • बड़े पैमाने पर निजीकरण। विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए, एक कंपनी ग्राहक डेटा और उनके व्यवहार के बारे में जानकारी एकत्र करती है। प्राप्त आंकड़ों के आधार पर, खरीदारों को प्रकारों में बांटा जाता है और प्रत्येक प्रकार के खरीदार के लिए सलाह दी जाती हैं।
  • ग्राहकों की आवश्यकताओं के लिए उत्पादों का बड़े पैमाने पर अनुकूलन। उपभोक्ता समूह में, हमेशा ऐसे ग्राहक होते हैं जो अधिक भुगतान करने को तैयार होते हैं: उत्पाद की विस्तारित कार्यक्षमता या विशिष्ट समस्याओं के समाधान के लिए। ऐसा उत्पाद बनाना जो ग्राहक की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करता हो, उनके साथ दीर्घकालिक संबंध बनाने का एक अच्छा तरीका है। कंपनियां अक्सर यह मानती हैं कि ग्राहक मार्केट रणनीति कैसे चुनें स्वयं सही उत्पाद को "इकट्ठा" करने में सक्षम हैं। यह एक गलती है। वास्तव में, इसका दूसरा रास्ता है। यदि आप ग्राहक की ओर एक कदम बढ़ाते हैं, तो यह उन्हें उत्पाद में अधिक रुचि दिखाने के लिए प्रोत्साहित करेगा और बाद में अपने स्वयं के संपूर्ण उत्पाद को "इकट्ठा" करेगा।
  • ग्राहक संबंध प्रबंधन (CRM, Customer Relationship Management) रणनीति। इस रणनीति के अनुसार, ग्राहकों की बातचीत के आसपास एक व्यवसाय बनाया जाता है: उनकी खरीदारी की आदतें, आदि।

कई निर्माताओं के लिए ग्राहक संबंध विकसित करने की आवश्यकता स्पष्ट है, लेकिन सभी निर्माताओं ने अभी तक उपरोक्त रणनीतियों को लागू नहीं किया है। रिलेशनशिप मार्केटिंग के उदाहरणों में अक्सर तकनीकी नवाचारों के साथ काम करना शामिल होता है। ये सभी रिलेशनशिप मार्केटिंग की रणनीतियों को लागू करने के लिए आवश्यक संबंध विपणन उपकरण हैं।

विषय के अनुसार सीखना

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How to earn 1 lakh per month from share market: शेयर बाजार से हर महीने कैसे कमाएं 1 लाख रुपये? जानिए क्या होनी चाहिए आपकी रणनीति!

How to earn 1 lakh per month from share market: बहुत सारे लोग हैं, जिन्होंने कोरोना काल में शेयर बाजार (Share Market) से तगड़ी कमाई की है। ऐसे में शेयर बाजार की तरफ लोगों का झुकाव भी बढ़ा है। कई लोग ये जानना चाहते हैं कि शेयर बाजार से महीने भर में 1 लाख रुपये कैसे कमाएं? आइए जानते हैं शेयर बाजार से 1 लाख रुपये हर महीने कमाने की क्या रणनीति (Strategy to earn 1 lakh per month from share market) होनी चाहिए।

how to earn 1 lakh per month from share market, know what should be your strategy

How to earn 1 lakh per month from share market: शेयर बाजार से हर महीने कैसे कमाएं 1 लाख रुपये? जानिए क्या होनी चाहिए आपकी रणनीति!

1 लाख कमाने मार्केट रणनीति कैसे चुनें के लिए पहले चाहिए 1 करोड़ रुपये!

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शेयर बाजार से हर महीने 1 लाख रुपये कमाने के लिए आपको कई लाख रुपये शेयर बाजार में लगाने भी होंगे। आमतौर पर सालाना औसत निकाला जाए तो शेयर बाजार से 12-15 फीसदी तक का रिटर्न मिलता है। यानी हर महीने आपको करीब 1 फीसदी या उससे कुछ ज्यादा का रिटर्न मिल सकता है। ऐसे में अगर आप 1 लाख रुपये हर महीने कमाना चाहते हैं तो आपको कम से कम 100 लाख यानी 1 करोड़ रुपये शेयर बाजार में लगाने होंगे। इस तरह आपको सालाना औसत के हिसाब से 1 लाख रुपये के करीब रिटर्न मिल सकता है।

नुकसान के लिए भी रहना होगा तैयार

अगर आप भी शेयर बाजार से हर महीने 1 लाख रुपये कमाना चाहते हैं तो ये मार्केट रणनीति कैसे चुनें भी ध्यान रखना होगा आपको कुछ नुकसान उठाने के लिए भी तैयार रहा होगा। वैसे तो हर कोई किसी भी शेयर में पैसे निवेश करने से पहले तमाम कैल्कुलेशन करता है, लेकिन कभी कोरोना वायरस जैसी महामारी नुकसान की वजह बन जाते हैं तो कभी अचानक से किसी सरकारी पॉलिसी की घोषणा हो जाती है जो शेयर बाजार को रास नहीं आती। ऐसे में अचानक शेयर बाजार गिरता है, जिससे नुकसान भी हो जाता है। हालांकि, अगर आप लंबे वक्त के लिए निवेश कर रहे हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि शेयर बाजार गिरने के बाद दोबारा फिर से मार्केट रणनीति कैसे चुनें संभलता है और रिटर्न देता है।

कैसे ऊपर-नीचे होता है शेयर बाजार?

शेयर बाजार में तेजी कई चीजों पर निर्भर करती है, जैसे कंपनी का नफा-नुकसान, दुनिया भर के बाजारों की स्थिति, सरकार की नीतियां आदि। इस समय कोरोना वायरस का सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ रहा है, क्योंकि इसकी वजह से लॉकडाउन लग रहे हैं, जिससे तमाम बिजनस के ऑपरेशन रुकते हैं, जिसका नतीजा होता है कि बिजनस को नुकसान होता है। तो आपको शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले इन सब बातों पर गौर करना होगा। यह भी ध्यान रखना होगा कि आप अच्छे शेयर्स में ही पैसे लगाएं।

कैसे चुनें अच्छे स्टॉक?

अच्छे स्टॉक का मतलब यहां ये बिल्कुल नहीं है कि कौन से स्टॉक रिटर्न अधिक देते हैं। अच्छे स्टॉक का मतलब है कि उस कंपनी के फंडामेंटल्स कैसे हैं। यह देखना जरूरी है कि कंपनी ने पिछले सालों में कैसा परफॉर्म किया है और आने वाले सालों के लिए उसकी क्या योजनाएं हैं। अच्छे स्टॉक का सीधा सा मतलब ये है कि कौन सा स्टॉक निरंतर रिटर्न दे सकता है। ऐसे स्टॉक के चक्कर में ना पड़ें जो रातों-रात तेजी से ऊपर जाते हैं, क्योंकि वह गिरते भी वैसे ही हैं। ऐसे स्टॉक्स के चक्कर में भी ना पड़ें, जिनमें लिक्विडिटी की परेशानी होती है, क्योंकि इन स्टॉक को बेचने में बहुत परेशानी होती है।

क्या पैसे कमाने का कोई शॉर्ट-कट भी है?

शेयर बाजार हर तरह के लोगों को कमाई का मौका देता है। अगर आप एक संजीदा निवेशक हैं तो आप शेयर बाजार में लंबे वक्त के लिए निवेश कर के पैसे कमा सकते हैं। वहीं अगर आप सट्टेबाजी कर के शार्ट-कट में पैसे कमाना चाहते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग के जरिए एक ही दिन में तगड़ा रिटर्न पा सकते हैं। हालांकि, आपको ये समझना होगा कि इंट्राडे में अगर तगड़ा रिटर्न मिल सकता है तो तगड़ा मार्केट रणनीति कैसे चुनें नुकसान भी हो जाता है।

Indore News: ब्रांड जागरूकता स्थापित करना एक शक्तिशाली मार्केटिंग रणनीति है

Indore News: ब्रांड जागरूकता स्थापित करना एक शक्तिशाली मार्केटिंग रणनीति है

Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन (आइएमए) द्वारा विशेष सेशन का आयोजन किया गया। इसमें निरमा विश्वविद्यालय के प्रो. डा. तेजस शाह ने ग्रोइंग बिजनेस थ्रू डिजिटल मार्केटिंग विषय पर बात की डा. तेजस मार्केट रणनीति कैसे चुनें शाह ने बताया कि कैसे विभिन्न डिजिटल मार्केटिंग टूल का उपयोग करके ब्रांड जागरूकता पैदा करना इस बात का पैमाना है कि एक ब्रांड अपने लक्षित दर्शकों के लिए कितना यादगार और पहचानने योग्य है।

ब्रांड जागरूकता स्थापित करना एक शक्तिशाली मार्केटिंग रणनीति है जो उपभोक्ताओं को एक ब्रांड और उसके उत्पादों मार्केट रणनीति कैसे चुनें के प्रति सहज वरीयता विकसित करने के लिए प्रेरित करती है। डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से लीड उत्पन्न करना लीड जनरेशन आनलाइन उपयोगकर्ताओं को एक व्यवसाय के लिए संभावनाओं में पहचानने, आकर्षित करने और बदलने की प्रक्रिया है।

डा. तेजस ने बताया कि अपने ब्रांड के साथ ग्राहकों कि संभावनाओं को कैसे जोड़ा जाए। डिजिटल मार्केटिंग में लीड जनरेशन आनलाइन उपयोगकर्ताओं को एक व्यवसाय के लिए संभावनाओं में पहचानने, आकर्षित करने और बदलने की प्रक्रिया है। यह विधि आनलाइन चैनल, रणनीति और रणनीतियों का उपयोग करती है जैसे ईमेल अभियान, भुगतान किए गए सोशल मीडिया विज्ञापन, या यहां तक कि एक लैंडिंग पृष्ठ के माध्यम से डाउनलोड करने योग्य सामग्री की पेशकश।

डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से रूपांतरण बढ़ाना के लिए अपनी साइट पर एक पॉप-अप जोड़ें। अनावश्यक प्रपत्र फील्ड निकालें। प्रशंसापत्र, समीक्षाएं और लोगो जोड़ें। विकर्षणों को दूर करें। प्रारंभिक चरण को वास्तव में आसान बनाएं। तृतीय-पक्ष साइनअप सेवा जोड़ें। अपनी सीटीए कापी को मजबूत करें। अपनी साइट पर लाइव चैट जोड़ें। डा. तेजस ने बैलेंसिंग पुश बनाम पुल मार्केटिंग रणनीतियों के बारे में भी बताया। ई-कामर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से कोई व्यवसाय कैसे उत्पन्न कर सकता है।

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सोशल मीडिया मार्केटिंग अनुकूलन रणनीतिया। जुड़ाव बढ़ाएं और अधिक संभावनाएं हासिल करें। संभावनाएं बनाना। कन्वर्ट ग्राहकों को भुगतान करने के लिए ले जाता है। अपने लक्षित दर्शकों तक पहुंचने के लिए आपको अपनी प्रोफाइल को खोज परिणामों में दृश्यमान बनाना होगा। इसे आप्टिमाइज करते समय मूल बातें कवर करना याद रखें। डा. शाह ने वेबसाइट मार्केटिंग रणनीतियों के अनुकूलन के बारे में भी चर्चा की। खोज इंजन अनुकूलन रणनीतिया बनाना। सशुल्क डिजिटल अभियानों पर निवेश संबंधी निर्णय लेना। मोबाइल मार्केटिंग रणनीति तैयार करना। डिजिटल मार्केटिंग टूल के माध्यम से व्यवसाय का स्थानीयकरण करना चाहिए।

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