चुनाव संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि राज्यों के चुनावों को भी देखा जाए, तो यह पूरे साल भर चलता है।
महंगाई पर काबू के लिए सरकार भी समान रूप से गंभीर : शक्तिकांत दास
मुंबई, 21 दिसंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि महंगाई पर काबू के लिए केंद्र सरकार और केंद्रीय बैंक द्वारा ‘समन्वित रुख’ अख्तियार किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने लाभ का कारक विश्लेषण कहा कि मुद्रास्फीति को लेकर रिजर्व बैंक के साथ सरकार भी ’समान रूप से गंभीर’ है।
रिजर्व बैंक कुछ सप्ताह पहले ही सरकार को लिखित रूप से मुद्रास्फीति को संतोषजनक दायरे में लाने से चूकने की वजह बताई है। इसके बाद अब गवर्नर का यह बयान आया है।
दास ने बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा आयोजित ‘बीएफएसआई इनसाइट समिट 2022’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि महंगाई पर काबू के लिए केंद्रीय बैंक और सरकार के बीच ‘समन्वित रुख’ अपनाया गया है।
उन्होंने दोनों द्वारा महंगाई पर अंकुश के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए यह बात कही।
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India's economic growth: भारतीय रिजर्व बैंक(RBI MPC) ने इससे पहले इसी महीने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के लिए वृद्धि दर के अनुमान को सात से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है.
India's लाभ का कारक विश्लेषण economic growth: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के लाभ का कारक विश्लेषण सदस्य जयंत आर वर्मा (RBI MPC member Jayant R Verma) का मानना है कि भारत की आर्थिक वृद्धि ‘अत्यंत नाजुक’ स्थिति में है और इसे अभी पूरा समर्थन देने की जरूरत है. वर्मा लाभ का कारक विश्लेषण ने कहा कि निजी उपभोग और पूंजी निवेश ने अबतक रफ्तार नहीं पकड़ी है, ऐसे में अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि कमजोर बनी हुई है. उन्होंने इस बात की आशंका जताई कि भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) अपनी आकांक्षाओं और जरूरत के हिसाब से वृद्धि दर्ज नहीं कर पाएगी. भाषा की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि अर्थव्यवथा को आगे बढ़ाने के चार ‘इंजन’ हैं. इनमें से दो इंजन निर्यात और सरकार के खर्च ने महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने में मदद की, लेकिन अब इसमें दूसरे इंजनों को ‘बैटन’ अपने हाथ में लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मैं अर्थव्यवस्था की वृद्धि के चार इंजन के बारे में सोचता हूं. ये हैं - निर्यात, सरकारी खर्च, पूंजी निवेश और निजी उपभोग.
निजी निवेश के रफ्तार पकड़ने का इंतजार
खबर के मुताबिक, वर्मा ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से निर्यात वृद्धि का मुख्य कारक नहीं रह सकता. वहीं सरकार का खर्च भी राजकोषीय दिक्कतों की वजह से सीमित है. एमपीसी के सदस्य (RBI MPC member Jayant R Verma) ने कहा कि विशेषज्ञ काफी समय से इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि निजी निवेश रफ्तार पकड़े. हालांकि, भविष्य की वृद्धि संभावनाओं को लेकर चिंता की लाभ का कारक विश्लेषण वजह से पूंजी निवेश प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या आगामी महीनों में दबी लाभ का कारक विश्लेषण मांग ठंडी पड़ने के बाद चौथे इंजन यानी निजी उपभोग की तेजी जारी रहेगी. एमपीसी मेंबर ने कहा कि इन स्थितियों को देखते हुए मुझे आशंका है कि आर्थिक वृद्धि अत्यंत नाजुक स्थिति में है और इसे पूरे समर्थन की जरूरत है.
भारतीय रिजर्व बैंक(RBI MPC) ने इससे पहले इसी महीने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के लिए वृद्धि दर के अनुमान को सात से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है. दूसरी ओर विश्व बैंक ने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है. भारतीय प्रबंध लाभ का कारक विश्लेषण संस्थान-अहमदाबाद (आईआईएम-अहमदाबाद) के प्रोफेसर वर्मा ने हालांकि भरोसा जताया कि दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत के समक्ष मंदी का जोखिम नहीं है. उन्होंने कहा कि वास्तव में भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) का प्रदर्शन अन्य बड़े देशों से बेहतर है. वर्मा ने कहा कि समस्या यह है कि भारत की आकांक्षा का स्तर ऊंचा है, विशेषरूप से यह देखते हुए कि हमने दो साल महामारी की वजह से गंवा दिए हैं.
साल के अंत में शुक्र का गोचर, इन राशियों को मिलेगा कई लाभ
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह को धन-ऐश्वर्य और वैभव का कारक माना जाता है। जिन जातकों की कुंडली में शुक्र की स्थिति ठीक होती है तो भोग, विलास भूमि, भवन का सुख प्राप्त होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, साल के अंत यानी 29 दिसंबर को शुक्र एक बार फिर राशि परिवर्तन कर रहे हैं। शुक्र के इस लाभ का कारक विश्लेषण गोचर से कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलने वाला है।
ज्योतिष गणना के अनुसार, 29 दिसंबर को शाम 4 बजकर 13 मिनट पर शनि की राशि मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर 22 जनवरी 2023 तक विराजमान रहेंगे। इसके बाद लाभ का कारक विश्लेषण कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
इस राशि में शुक्र का गोचर दसवें भाव में हो रहा है। इसके साथ ही शुक्र की सप्तम दृष्टि चौथे भाव में पड़ रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों को कार्यस्थल में काम का प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे आपको पदोन्नति के साथ बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। इस अंतराल में निवेश करना लाभकारी होगा। बिजनेस में पैसा लगाने से कई गुना अधिक फल मिलेगा।
Gochar 2023 : बुध ग्रह की कृपा से नए साल में इन जातकों पर बरसेगा छप्पर फाड़कर धन
Gochar 2023 : वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रह-नक्षत्र कुछ समय के बाद राशिपरिवर्तन करते रहते हैं। वहीं ये सभी ग्रह किसी भी राशि लाभ का कारक विश्लेषण में युति करके शुभ-अशुभ योग बनाते हैं। इसके साथ ही जब कोई ग्रह सूर्य के बेहद करीब आता है तो वह अस्त हो जाता है। अर्थात उस ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है, जिससे वह जीवन पर बुरा असर डालने लगता है। धन-व्यापार, बुद्धि, संवाद आदि के कारक ग्रह 12 जनवरी 2023 को उदित होने जा रहे हैं। धनु राशि में बुध के उदय होने का असर सभी राशि के लोगों के जीवन पर पड़ेगा। वहीं बुध का उदय होना कुछ राशि वालों के लिए बेहद ही शुभ रहेगा और उन्हें करियर में तरक्की और कारोबार में धन लाभ प्राप्त होगा। तो आइए जानते हैं, बुध का उदय होना किन राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होगा।
साल 2023 की शुरुआत में ही बुध ग्रह का उदय वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए अत्यंत शुभ है। इन जातकों को धन के मामले में तगड़ा लाभ होगा। पैसे कमाने के नए-नए तरीके सामने आ सकते हैं। निवेश से लाभ हो सकता है। सही तरीके से लिया गया जोखिम भरा निवेश भी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। वाणी के दम पर काम बन जाएंगे।
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