3 Golden Rules For Intraday Trading By Ghanshyam Tech In Hindi

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले है घनश्याम टेक सर के द्वारा बताये गए कुछ ट्रेडिंग नियमो की जो की ट्रेडिंग में बहुत जरुरी होते है दोस्तों जैसा की आप जानते है की किसी भी चीज में नियम और अनुशासन बहुत जरुरी होता है जैसा की हम अपने हर पोस्ट में ये बात बताते है क्योकि दुनिया की कोई भी फील्ड हो बिना नियम और अनुशासन के आप उसमे कभी भी सफल नहीं हो सकते पढाई से लेकर किसी बिज़नस की बात करे या खेल से लेकर किसी भी प्रोफेशन की बात करे हमें सफल होने के लिए उसके नियम और अनुशासन का पालन करना ही पड़ेगा अगर आपको किसी भी फील्ड में बहुत लम्बे समय तक सफल रहना है तो हमें उसके नियम और अनुशासन को पालन करना पड़ता है हर फील्ड के लिए अलग अलग नियम और अनुशासन होते है उसी तरह इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए भी हमारे कुछ नियम और अनुशासन होते है जिसको पालन करके ह ऍम इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम ट्रेडिंग में सफल हो सकते है और ये नियम और अनुशासन हम जो बताने जा रहे है इन नियमो और अनुशासन के बारे में घनश्याम टेक सर ने भी बहुत मेहनत की है तभी आज वो इतने सफल ट्रेडर है तो दोस्तों आशा करता हाउ की आप भी इन नियमो और अनुसाशन का पालन करेंगे और सफल ट्रेडर बन कर दिखयेंगे नीचे कुछ नियम और अनुशासन बताये गए है इसे ध्यान से पढ़े और नोट कर ले

Rules For Intraday Trading

Table of Contents

loosing ट्रेड में एवरेज न करना | Never Average losing trade

दोस्तों हमें कभी भी losing ट्रेड में और अधिक लॉट नहीं add करना है मतलब की हमें कभी भी अपने loosing ट्रेड को एवरेज नहीं करना है अगर आप किसी भी त्ट्रेड में लोस कर रहे है और निफ्टी या बैंक निफ्टी नीचे जा रही हो और अपने कॉल option लिया है तो कभी भी उसे एवरेज मत करना हमें कभी भी एवरेज नहीं करना चाहिए चाहे वो कोई भी ट्रेड हो ये आदत हमें बड़े लोस भी करवा सकती है ठीक है प्रॉफिट मान इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम लो कम भी होता है तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन है इसमें हम एक बड़े नुकसान से बाख सकते है आप कोई भी ट्रेडर हो चाहे इंट्राडे करते हो या स्विंग ट्रेडिंग करते हो या पोजीशनल ट्रेडिंग करते है हमें हमेशा यही कोशिस करनी चाहिए की हम कभी भी अपने ट्रेड को एवरेज न करे अगर करना भी है तो हम अपने प्रॉफिट वाले ट्रेड को एवरेज कर सकते है लेकिन नुकसान वाले ट्रेड को कभी भी एवरेज नहीं करना चाहिए जैसा की आपमें से बहुत सारे ट्रेडर होंगे जो अपने ट्रेड को नीचे आने पर उसे और एवरेज करना शुरू कर देते है इससे होता ये है की जब आपका प्राइस खरीद के मूल्य तक आएगा तब आप निकल जायेंगे और यदि ये ट्रेड और नीचे जाना शुरू हो अगया तो यकीन मानिये आप एक बहुत बड़ा लोस कर लेंगे और सारा पैसा ख़तम हो जायेगा

wining ट्रेड में दोबारा एंट्री लेना | Never take Re-entry in wining trade

दोस्तों हमें यदि किसी wining ट्रेड में है और हम उससे निकल जाते है मतलब की हम अपनी पोजीशन प्रॉफिट लेकर काट देते है तो हमें कभी भी अब उस ट्रेड में दोबारा एंट्री नहीं लेना चाहिए जैसा की मान लीजिये बैंक निफ्टी 38500 में चल रही है और हमने एक ट्रेड लिया कॉल का और बैंक निफ्टी 38900 चली गयी तो हमें जो भी प्रॉफिट हो रहा है हमने अपनी पोजीशन को काट दिया और प्रॉफिट ले लिया अब हम देखते है की बैंक निफ्टी 40100 पर पहुच गयी जबकि हम 38900 में ही निकल गए थे तब ऐसी स्थिति में हमें कभी भी दोबारा एंट्री नहीं लेनी चाहिए और आप यकीन मानिये अगर इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम आप इस ट्रेड में दोबारा एंट्री लेंगे तो यकीनन ही 90% चांस है की आपको लोस होगा इसलिए अपने wining ट्रेड से एग्जिट होने के बाद हमें दोबारा कभी भी एंट्री नहीं लेनी चाहिए क्योकि हमें नहीं पता की ये बैंक निफ्टी कहा तक जा सकती है बस हमें जो मिलना था मिल गया अब इसे अगले दिन के लिए छोर दीजिये आज जो हमें मिलना था मिल गया अगर इतना ही अफ़सोस हो रहा है की हम ट्रेड से पोजीशन को काट दिए तो भाई हमें ट्रेड निकलना ही नहीं चाहिए था और जब एक बार ट्रेड से पोजीशन को काट दिए है तो अब इतना सोचना क्या जाने दो जहा जा रहा है हम अब कल ही ट्रैड करेंगे

लोस को जल्दी काटना | Cut Your Loss Fast

दोस्तों यदि हम कोई ट्रेड लेते है निफ्टी या बैंक निफ्टी में और ट्रेड लेते समय हम अपना एक SL लगते है की इसके नीचे आने पर हम यहाँ पर अपनी पोजीशन छोर देंगे तो अब जब भी ट्रेड हमारा SL के पास आता है तो हमें तुरंत ही अपने ट्रेड की पोजीशन को काट देना चाहिए उसमे हमें ज्यदा सोचना विचारना नहीं है की शायद यहाँ से ऊपर चला इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम जायेगा ये उम्मीद बिलकुल भी मत लगाना और जो भी लोस हो रहा है तुरंत उसे बुक कर लेना चाहिए और यदि फिर से ट्रेड ऊपर जाएग तो हम फिर से पोजीशन बना लेंगे लेकिन उसी ट्रेड में उम्मीद बना कर नहीं बैठेंगे क्योकि हमें एक बात हमेशा याद रखनी इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम चाहिए की हम इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे है और यहाँ पर बहुत ही फ़ास्ट निर्णय लेना पड़ता है हमें कुछ नहीं सोचना तुरंत अपना निर्णय लेना है और अपनी पोजीशन काट लेना है यदि आप तेजी से निर्णय नहीं ले पते है तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे और आप सोचते रहेंगे और जब तक आपका ट्रेड आपको बड़ा लोस डे देगा क्योकि हम जब कोई भी ट्रेड ले तो उससे पहले ही सारी बातो निर्णय हमारे पास होना चाहिए की यहाँ पर SL लेना है यहाँ पर टारगेट लेना है ट्रेड लेने के बाद हमें अब कुछ नहीं सोचना है बस हमने जो भी सोचा है वैसा ही करना है टारगेट आयेगा तो पोजीशन काट देंगे और SL आयेगा तो भी पोजीशन काट देंगे ये निर्णय तुरंत लेना पड़ता है तबी हम इंट्राडे में ट्रेडिंग कर पाएंगे

एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

आप ना केवल मूल्य में वृद्धि होने पर अभी तो मूल्य में गिरावट आने पर भी कमा सकते हैं। यदि शेयर का प्राइस गिर रहा है और आपको लगता है कि यह और गिरेगा तो इस स्थिति में आप शेयर बेचकर करके पैसे कमा सकते हैं।

निम्नलिखित कदमों का उपयोग करके आप इंट्राडे में स्टॉक्स बेचकर कमाई कर सकते हैं:

  • अपने एंजल ब्रोकिंग ऐप से सर्च आइकन को क्लिक कीजिए तथा उस स्टॉक को ढूंढिए जिसमें आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं। सबसे पहले रिजल्ट पर क्लिक कीजिए। आप यदि यह सोचते हैं की मूल्य पहले से ही बहुत अधिक है और निश्चित ही इनमें गिरावट आएगी तो Sell बटन को दबाइए।
  • Quatity फील्ड में जितने शेयर आप बेचना चाहते हैं उनकी संख्या लिखिए और उसके बाद यह निश्चित कीजिए की क्या आप मार्केट ऑर्डर प्लेस करना चाहेंगे या लिमिट ऑर्डर (मैं ऊपर समझा चुका हूं)।
  • Intraday को Product Type के रूप में चुने।
  • बाकी बचे दो फील्ड्स को ना छुएं और सेल ऑर्डर को प्लेस करने के लिए Sell बटन को दबाएं।
  • अपने सेल आर्डर के विवरण को कंफर्म करने के लिए Confirm को क्लिक करें।
  • आपका ऑर्डर एग्जीक्यूट हो जाएगा और आप तभी कमा पाएंगे यदि मूल्य में गिरावट आती है तथा आपको हानि होगी यदि मूल्य में वृद्धि होती है।
  • होने वाली हानि को सीमित करने के लिए स्टॉप लॉस ऑर्डर को प्लेस करना ना भूलें।
  • तय किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति के बाद एग्जिट करें और अपने स्टॉप लॉस ऑर्डर को कैंसिल करें।

इस प्रकार, एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे में बेचकर आप कमाई कर सकते हैं।

अस्वीकरण: इस पोस्ट में उपलब्ध सूचना केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। कृपया किसी भी सुझाव को निवेश की सलाह के रूप में ना लें। ट्रेडिंग जोखिम से संबंधित होती है इसीलिए इसे ध्यानपूर्वक करें।

शेयर मार्केट में करते हैं Intraday Trading तो हो जाएं सावधान! SEBI के आज से लागू हुए नियमों से पड़ेगा ये असर

SEBI ने फिक्स की इंवेस्मेंट की लिमिट

SEBI new peak margin: आज से सिक्योरिटी एंड एक्सजेंस बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पीक मार्जिन के नियम (Peak Margin rules) ब . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : March 02, 2021, 16:39 IST

नई दिल्ली. अगर आप शेयर मार्केट (Share Market) में पैसा लगाते हैं तो आपके लिए बेहद जरूरी खबर है. बता दें कि आज से सिक्योरिटी एंड एक्सजेंस बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पीक मार्जिन के नियम (Peak Margin rules) बदल गए हैं. आज से नया पीक मार्जिन दोगुना बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया. इससे पहले 25 प्रतिशत पीक मार्जिन लगाए गए थे. पीक मार्जिन के आज से बदले नियम इंट्राडे, डिलीवरी और डेरिवेटिव जैसे सभी सेगमेंट में लागू होंगे. चार में से सबसे ज्यादा मार्जिन को पीक मार्जिन माना जाएगा.

1 मार्च से सेबी का नया नियम लागू
यानी की अब दिनभर (IntraDay trading) में जो ट्रेड्स होंगे उस पर ज्यादा मार्जिन होगा. क्लीयरिगं कॉर्पोरेशन उसके चार स्क्रीन शॉर्ट लेगा. यानी कि चार बार यह देखेगा कि दिन में जो ट्रेड हुए उसमें मार्जिन कितने हैं. उसके आधार पर दो सबसे ज्यादा मार्जिन होगा, उसका कैलकुलेशन करेगा और निवेशकों को उसका कम से कम 50 प्रतिशत मार्जिन रखना होगा. अगर आपने नहीं रखा तो आपको इसके एवज में पेनाल्टी लगेगी. इससे पहले 25 प्रतिशत मार्जिन नहीं रखने पर पैनाल्टी लगती थी. अब 1 मार्च से नए नियम लागू हो गए हैं.

अगला पीक मार्जिन जून में आएगा
यह पीक मार्जिन दूसरा फेज है. पहला फेज दिसंबर 2020 में आया था. अब मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीक मार्जिन का तीसरा फेज इस साल जून में आएगा. जिसमें निवेशकों को कम से कम 75 प्रतिशत मार्जिन कम से कम रखना होगा. इसके बाद फिर सितंबर से पूरा 100 प्रतिशत रखना होगा.

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ब्रोकर्स और ट्रेडर्स को बड़ी राहत, इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम SEBI ने पीक मार्जिन नियमों में दी ढील, इंट्राडे पर पेनाल्टी से मिल सकता है छुटकारा

SEBI Update: सेबी ने पीक मार्जिन के नियमों में ब्रोकर्स और ट्रेडर्स को ढील दी है. इस नियम के बाद ब्रोकर्स और ट्रेडर्स को इंट्राडे ट्रेडिंग के समय लगने वाली पेनाल्टी से छुटकारा मिल सकता इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम है.

SEBI Update: सेबी यानी कि सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने ब्रोकर्स और ट्रेडर्स (Brokers and Traders) को बड़ी राहत दी है. सेबी ने पीक मार्जिन के नियमों में ब्रोकर्स और ट्रेडर्स को ढील दी है. इस नियम के बाद ब्रोकर्स और ट्रेडर्स को इंट्राडे ट्रेडिंग के समय लगने वाली पेनाल्टी से छुटकारा मिल सकता है. नए नियम के मुताबिक इंट्राडे से फिक्स्ड बिगनिंग ऑफ द डे मार्जिन (Bod Margin) स्नैपशॉट के हिसाब से तय होगा. बता दें कि बिगनिंग ऑफ द डे मार्जिन में सभी SPAN मार्जिन और ELM शामिल होंगे.

ब्रोकर्स संगठन ने फैसले का किया स्वागत

वहीं ब्रोकर्स के संगठन एनमी (ANMI) के प्रेसिडेंट कमलेश शाह ने इस पर कहा कि वो इस फैसले को लागू करने पर सेबी की चेयरमैन माधवी पुरी बुच के प्रति आभार व्यक्त करते हैं. उन्होंने कहा कि 2 मई को सेबी के चेयरमैन के साथ इस मुद्दे पर बैठक हुई थी. उन्होंने कहा कि इस नियम के बाद सारी पेनाल्टी प्रोसिडिंग ब्रोकर्स पर से हट जाएगी.

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उन्होंने कहा कि इस नियम की वजह से ब्रोकर्स को राहत मिलेगी. अगर ब्रोकर्स अगले दिन का एंड ऑफ दि मार्जिन जमा करते हैं तो पीक मार्जिन इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम कलेक्शन में कोई डिफॉल्ट नहीं होगा और इसकी वजह से ब्रोकर्स या ट्रेडर्स पर कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी. उन्होंने आगे कहा कि सेबी के इस फैसले से सभी क्लाइंट और ब्रोकर्स को बहुत रिलीफ मिलेगा.

🔸इंट्रा-डे के दिन पेनाल्टी से छुटकारा

ब्रोकर्स पर इस वजह से लगता था जुर्माना

बता दें कि मार्जिन में कमी आने पर ब्रोकर्स पर जुर्माना लगता था. वहीं ब्रोकर्स जुर्माने की रकम ट्रेडर्स पर थोप दिया करते थे. उन्होंने कहा कि फिक्स्ड मार्जिन की वजह से बार-बार ब्रोकर्स को स्नैपशॉट्स मिलते थे. ऐसे में पीक मार्जिन के नियमों में ढील देने के बाद से ब्रोकर्स और ट्रेडर्स इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम को बड़ी राहत मिली है.

Margin Rule To Change From Today: आज से 100 फीसदी मार्जिन रूल लागू, जानिए- सेबी ने क्यों किया बदलाव?

Margin Rule To Change From Today: शेयर बाजार में इंट्रा डे ट्रेडिंग और फ्यूचर एंड ऑप्शन में ट्रेडिंग करने के लिए आज से 100 फीसदी मार्जिन रूल लागू हो गया है.

Published: September 1, 2021 9:54 AM IST

share market today

Margin Rule To Change From Today: सेबी ने 1 सितंबर यानी आज से पीक मार्जिन के नियमों में बदलाव कर दिया है. आज से ट्रेडिंग के लिए 100 फीसदी मार्जिन अपफ्रंट रखने की जरूरत होगी. पहले यह सिर्फ 75 फीसदी था. यानी शेयर खरीदने या बेचने के लिए 75 फीसदी अपफ्रंट मार्जिन की जरूरत थी. आज से इंट्राडे पोजीशन में भी इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम 100 फीसदी मार्जिन की जरूरत होगी.

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जानिए – 100 फीसदी मार्जिन रूल का ट्रेडर्स पर क्या होगा असर?

फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) में ट्रेडिंग करने वालों को अब मार्जिन के तौर पर ज्यादा फंड रखना होगा. अब पीक मार्जिन के तौर पर 100 फीसदी मार्जिन अपफ्रंट रखना होगा. एक ही दिन में शेयर खरीदकर बेचने वाले यानी इंट्राडे करने वालों को भी 100 फीसदी मार्जिन की जरूरत होगी. पहले 75 फीसदी मार्जिन अपफ्रंट की जरूरत होती थी.

आसान शब्दों में कहें तो अगर कोई ट्रेडर 10 लाख रुपये का निफ्टी कॉन्ट्रैक्ट खरीदना चाहता है तो अब उसे बतौर 20 फीसदी मार्जिन 2 लाख रुपये रखना होगा. लेकिन पहले सिर्फ 1.50 लाख रुपये मार्जिन रखने की जरूरत होती थी.

जानिए- क्या है पीक मार्जिन?

पिछले साल तक कारोबारी सत्र के अंत में मार्जिन वसूला जाता था. उदाहरण के तौर पर अगर आपने कल एक करोड़ रुपये F&O में निवेश किया तो आज के मार्केट सत्र में भी अतिरिक्त 1 करोड़ रुपये का निवेश कर सकते थे. पुराने सिस्टम में एक करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश पर अलग से कोई मार्जिन नहीं चुकाना पड़ता था. यानी कल के मार्केट सत्र से लेकर आज के मार्केट सत्र के बीच सिर्फ एक करोड़ रुपये के मार्जिन पर आप 2 करोड़ रुपये F&O में निवेश कर सकते थे. लेकिन नए नियम के मुताबिक, आपको अतिरिक्त एक करोड़ रुपये पर भी मार्जिन देना होगा.

सेबी ने पीक मार्जिन सिस्टम पिछले साल लागू किया था. इसे चार चरणों में लागू किया गया है. पहले चरण में अतिरिक्त एक करोड़ रुपये पर 25% मार्जिन वसूला गया. दूसरे चरण में 50 फीसदी, तीसरे चरण में 75 फीसदी और चौथा चरण 1 सितंबर से लागू हो गया. इसमें 100 फीसदी अपफ्रंट मार्जिन चुकाना होगा.

सेबी ने क्यों किया बदलाव?

बाजार के बदलते पहलुओं को देखते इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम हुए सेबी ने ये रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क बनाया है. इसे फ्रेमवर्क को बनाने के लिए सेबी ने रिस्क मैनेजमेंट रिव्यू कमिटी (RMRC) के साथ मशविरा किया था. हालांकि ब्रोकर्स संगठन ANMI इस बदलाव से खुश नहीं है और इसमें कई बदलाव की मांग कर रहे हैं.

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