व्यवसाय विकास कार्यक्रम
एक नवोदित उद्यमी के रूप में, किसी को हमेशा व्यावसायिक उद्यमों से संबंधित किसी भी कार्य को करते समय सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। हम एक सफल व्यापार साम्राज्य के निर्माण के लिए आवश्यक, एक महत्वपूर्ण घटक का दौरा करेंगे।
व्यवसाय विकास कार्यक्रम– व्यवसाय के विकास को उद्देश्य, पहल और बेहतर व्यवसाय करने की दिशा में गतिविधियों के रूप में संक्षेपित किया जा सकता है। इसे आपूर्ति, मांग, कानूनी, मानव संसाधन, पूंजी और लेखा, आदि सहित संचालन के सभी क्षेत्रों के एकीकृत रणनीतिक प्रबंधन के रूप में कहा जा सकता है। यह ग्राहकों, बाजारों और रिश्तों से एक संगठन के लिए दीर्घकालिक मूल्य का सूत्रीकरण है।
व्यवसाय विकास सभी के बारे में है – “यदि आप परिणामों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप कभी नहीं बदलेंगे; यदि आप बदलाव पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आपको मन वांछित परिणाम मिलेंगे।”
इसके द्वारा, हम आसानी से यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि व्यावसायिक विकास आपके चारों ओर के सर्वश्रेष्ठ परिवर्तनों के लिए खुद को ढालने के बारे में है। छोटे और युवा व्यवसाय उद्यमियों के जीवन में व्यवसाय विकास कार्यक्रम की भूमिका निम्नानुसार देखी जा सकती है:
आय में वृद्धि- बेहतर विकास कार्यक्रमों से, व्यवसाय के उद्यमी को अधिक लाभ और आय में वृद्धि होती है।
व्यापार का विस्तार- लाभदायक व्यवसाय अंततः व्यवसाय में विकास को बढ़ावा देगा।
यह नए निवेशक बनाता है- व्यवसाय की प्रतिष्ठा बेहतर होगी; उतना ही नए निवेशकों को खींचने एक व्यापारी के लिए अवसर एक व्यापारी के लिए अवसर या पुराने को बनाए रखने का अवसर बेहतर होगा।
भारत सरकार विशिष्ट व्यवसाय विकास कार्यक्रमों के विषय में छोटे व्यवसाय उद्यमियों को सहायता प्रदान करने में सबसे आगे रही है। आत्मनिर्भर सेना नए उभरे उद्यमियों के लिए विभिन्न व्यावसायिक विकास योजनाओं को लागू करने में सरकार की सहायता के लिए अथक प्रयास कर रही है। एक स्वतंत्र संगठन के रूप में, हम युवा उद्यमियों के बीच नेतृत्व क्षमता को जाग्रत करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। व्यवसाय विकास कार्यक्रम उन्हें व्यवसाय का गुरु बना सकते हैं।
हम उन्हें चुनौतियों का विश्लेषण करने और आगामी व्यावसायिक चुनौतियों के समाधान के लिए उपकरण और कौशल से लैस करने के लिए, व्यावसायिक विकास में उचित प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य रखते हैं।
हम उस युग में रहते हैं जहां हम एक-दूसरे के विचारों की परवाह करते हैं और एक नेटवर्क का निर्माण करते हैं जिससे हम लाभ और लाभ के व्यापक वर्णक्रम का भी लाभ उठा सकते हैं।
न्यूनतम समय में छोटे उद्यमों की अधिकतम वृद्धि को बढ़ाने के लिए हमें इन विचारों को अनुकूलित करने और इन विकास विधियों के दायरे में अपने कौशल को बढ़ाने की सख्त आवश्यकता है।
AatmNirbhar Sena wholeheartedly believes in the country's vast potential to become a bright spot. We decided to offer a no-cost or low-cost business development mentorship, capital arrangement, financial management, एक व्यापारी के लिए अवसर export strategy, technical assistance, and other related services to budding entrepreneurs of the country.
नागालैंड में उद्यमियों के बीच व्यापार नेटवर्क का निर्माण के लिए ट्रेड फेयर का आयोजन
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य उद्यमियों के बीच व्यापार नेटवर्क का निर्माण करना, अवसर और सरकार के बीच सहयोग की संभावना का पता लगाना। एजेंसियां और व्यवसाय; उद्यमियों को नए उत्पादों, प्रौद्योगिकियों और व्यावसायिक संभावनाओं से परिचित कराना और बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी) इंटरैक्शन की सुविधा प्रदान करना है। उद्यमियों और लघु उद्योगों के स्थानीय उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करना, विशेष रूप से आसियान देशों के साथ व्यापार, वाणिज्य और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना, नागालैंड की क्षमता का प्रदर्शन करने और राज्य में उपलब्ध विभिन्न व्यावसायिक अवसरों के लिए एक खिड़की प्रदान करने के लिए और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं, वित्तीय संस्थानों और व्यापार और वाणिज्य के अन्य संगठनों के उत्पादों और सेवाओं में नवीनतम नवाचारों के बारे में उपभोक्ताओं को संवेदनशील बनाना आदि भी इस कार्यक्रम के लक्ष्य हैं।
मुख्य आकर्षण
भव्य उद्घाटन और समापन समारोह, निवेशकों और उद्यमियों के लिए अवसरों पर व्यापार शिखर सम्मेलन, नागालैंड और पूर्वोत्तर भारत के विदेशी व्यंजनों के साथ फूड कोर्ट, सरकारी विभाग और ऑटोमोबाइल शोकेस इसका मुख्य आकर्षण हैं। एक्सपो समृद्ध सांस्कृतिक और पारंपरिक प्रदर्शन और स्थानीय प्रतिभाओं का प्रदर्शन करेगा।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय रोजगार, रसद, कृषि-पर्यटन, व्यापार वित्तपोषण और एसटी और महिला उद्यमियों के प्रचार पर चर्चा करने और आगे की योजना बनाने के लिए एक व्यापार शिखर सम्मेलन होगा।
इटावा के वरिष्ठ व्यापारियों को किया गया सम्मानित: व्यापार मंडल 3 सितंबर को व्यापारी दिवस घोषित करवाने के लिए हुए एक जुट
इटावा में व्यापार मंडल के एक संगठन ने तीन सितंबर को व्यापारी दिवस के रूप में मनाया। जिसमें वरिष्ठ व्यापारियों को "व्यापारी रत्न" सम्मानित किया गया।अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने कार्यक्रम आयोजन किया।
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल जनपद इटावा के जिला अध्यक्ष जागेश्वर प्रसाद अग्रवाल की अध्यक्षता में 3 सितंबर राष्ट्रीय व्यापारी दिवस मनाया गया। जिला प्रभारी मनोज अग्रवाल ने सभी वरिष्ठ व्यापारियों को व्यापार रत्न सम्मान से सम्मानित किया। जिसमें वरिष्ठ व्यापारी राम शरण गुप्ता, श्याम सिंह वर्मा, त्रिलोकीनाथ केसरवानी, चंद्रप्रकाश जैन, वीरेंद्र स्वरूप कुशवाह सहित 25 व्यापारियों को सम्मानित किया गया।
जिलाध्यक्ष जागेश्वर अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार मजदूर दिवस, शिक्षक दिवस मनाया जाता है, उसी प्रकार व्यापारी दिवस भी सरकार को घोषित करना चाहिए। इसके लिए हम लोग प्रधानमंत्री को पत्र भेज चुके हैं, और यह लड़ाई काफी समय से चल रही है हम व्यापारी व्यापारी दिवस को घोषित करा कर ही दम लेंगे।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला महामंत्री धर्मेंद्र कुमार जैन ने कहा व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग है। देश में सर्वाधिक टैक्स व्यापारी वर्ग ही सरकार को देता है, लेकिन सरकारें उनकी मांगों को अब तक नजरअंदाज करती रही लेकिन हमारी लड़ाई जब तक जारी रहेगी तब तक प्रत्येक व्यापारी को सम्मान नहीं दिला देती।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहायक श्रम आयुक्त श्वेता गर्ग ने सभी व्यापारियों को 3 सितंबर व्यापारी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरि शंकर पटेल, जिला उपाध्यक्ष लल्लू वारसी, सतीक मंसूरी,डॉक्टर संतोष राठौर, रविंद्र सिंह कुशवाह, लाइनपार अध्यक्ष पंकज कुशवाह, जिला मंत्री इकरार अहमद, गणेश प्रसाद अग्रवाल, संजीव राजपूत, संतोष कुमार, युवा जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह कुशवाह, जिला महामंत्री रंजीत सिंह कुशवाह, युवा जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष विकास शाक्य, महिला जिला उपाध्यक्ष अंजना दोहरे, अशोक कुमार कुशवाहा, प्रणव कांत पोरवाल, सतीक मंसूरी, राजीव गोयल, श्याम जी, राधे यादव, अनीश उद्दीन, आदि उपस्थित रहे।
दिवाली पर गिफ्ट में कर्मचारियों को मिली कार और बाइक्स, इस व्यापारी ने जीता सबका दिल
जयंती लाल ने कहा कि उनके कर्मचारी उनका परिवार हैं. मैं उन्हें गिफ्ट देकर फैमिली मेंबर की तरह उन्हें ट्रीट करना चाहता हूं. बता दें कि गिफ्ट में कार-बाइक मिलने पर कर्मचारी खुश हैं और कुछ भावुक हैं.
Updated: October 17, 2022 10:00 AM IST
Deepawali Gift: दीपावली का सीजन शुरू हो चुका है और कई कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को बोनस भी दिया जा चुका है. ऐसे में सोचिए अगर किसी कर्मचारी को इस दिवाली गिफ्ट में कार या बाइक मिले तो क्या होगा. कुछ ऐसा ही मामला तमिलनाडु और चेन्नई में देखने को मिला है जहां एक व्यापारी ने अपने कलीग और बाकी स्टाफ को दिवाली के अवसर पर तोहफे में 1 करोड़ 20 लाख की कार और बाइक्स बांटी है. यह कार और बाइक्स कर्मचारियों को बतौर दिवाली गिफ्ट दिया गया है.
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खबरों के मुताबिक जयंती लाल चयंती ज्वैलरी शॉप के मालिक हैं. उन्होंने 8 कारें और 18 बाइक्स अपने स्टाफ को बतौर दिवाली गिफ्ट दी है. स्टाफ गिफ्ट में कार और बाइक मिलने के बाद खुश है. कुछ लोग इन कीमती गिफ्ट्स को देखकर चौंक गए हैं तो कुछ लोग इससे भावुक हो गए हैं. जयंती लाल ने इस दौरान कहा कि उनका स्टाफ उनका परिवार है. मेरे स्टाफ ने हर परिस्थिति काम किया है. हालात कैसे भी हो वे हमेशा मेरे साथ रहे हैं.
काम को किया प्रोत्साहित
जयंती लाल ने इस बाबत कहा कि उनके स्टाफ के चेहरे पर खुशी देख उन्हें खुशी मिलती है. यह उनके काम को प्रोत्साहित करने और उनके जीवन में कुछ स्पेशल जोड़ना है. उन्होंने मेरे व्यापार को बढ़ाने में मुख्य योगदान दिया है और हर बुरी-अच्छी परिस्थिति में वे मेरे साथ रहे हैं. इसी से मैं व्यापार में प्रॉफिट कमाता हूं. उन्होंने कहा कि उनके बिजनेस के सबसे मजबूत स्तंभ उनके कर्मचारी हैं. उनके कारण ही वे एक सफल बिजनेसमैन हैं.
परिवार की तरह करना चाहता हूं ट्रीट
जयंती लाल ने कहा कि उनके कर्मचारी उनका परिवार हैं. मैं उन्हें गिफ्ट देकर फैमिली मेंबर की तरह उन्हें ट्रीट करना चाहता हूं. बता दें कि गिफ्ट में कार-बाइक मिलने पर पूरे कर्मचारी खुश हैं और कुछ भावुक हैं.
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व्यापारी संगठन ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन को एक साल टालने के लिए कहा, कमेटी बनाने को लेकर की मांग
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को भेजी एक चिट्ठी में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की आखिरी तारीख को 1 जुलाई 2022 को एक साल के समय के लिए आगे बढ़ाने की अपील की है. इसके साथ उसने यह भी आग्रह किया है कि इस गंभीर मुद्दे पर एक संयुक्त समिति का गठन किया जाए.
कैट ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की आखिरी तारीख को 1 जुलाई 2022 को एक साल के समय के लिए आगे बढ़ाने की अपील की है.
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) (CAIT) ने रविवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को भेजी एक चिट्ठी में सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) पर प्रतिबंध लगाने की आखिरी तारीख (Last Date) को 1 जुलाई 2022 को एक साल के समय के लिए आगे बढ़ाने की अपील की है. इसके साथ उसने यह भी आग्रह किया है कि इस गंभीर मुद्दे पर एक संयुक्त समिति (Committee) का गठन किया जाए, जिसमें सरकारी अधिकारियों और हितधारकों के प्रतिनिधियों को सिंगल यूज प्लास्टिक के समान विकल्पों का सुझाव देने का एक समयबद्ध समय का निर्देश जारी किया जा सके. इससे बिना किसी व्यवधान के देश सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर सके.
यह चिट्ठी महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित होने वाले कैट के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के 100 से ज्यादा व्यापारी नेताओं द्वारा इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर विचार-विमर्श के बाद जारी किया गया.
विकल्पों को तैयार रखना जरूरी: कैट
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि निस्संदेह पर्यावरण का प्रदूषण मानव सभ्यता के लिए एक बड़ा खतरा है और पर्यावरण की रक्षा के लिए सुधारात्मक कदमों की बहुत जरूरत है. हालांकि, किसी भी प्रतिबंध को लागू करने से पहले इस्तेमाल को स्थानांतरित करने के लिए समान विकल्पों को तैयार रखना और भी जरूरी है.
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए कि लंबे समय में सिंगल यूज प्लास्टिक देश में लाखों लोगों को रोजगार देने वाला और 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का सालाना कारोबार करने वाला एक बहुत बड़ा उद्योग बन गया है. सिंगल यूज वाले प्लास्टिक उद्योग में बैंकों और वित्तीय संस्थानों की एक बड़ी हिस्सेदारी है और बिना कोई समान विकल्प दिए पूर्ण प्रतिबंध की स्थिति में भारत के खुदरा व्यापार के कामकाजी कार्यक्षेत्र में भारी नुकसान होगा और एक बड़ा वित्तीय संकट खड़ा होगा और कारोबारी दिवालियापन के कगार पर खड़ा होगा.
व्यापारियों को होगा सीधा नुकसान: कैट
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि क्योंकि व्यापारी उपभोक्ताओं और जनता के लिए पहला संपर्क बिंदु हैं, इसलिए उन्हें इस प्रतिबंध की वजह से परिणाम भुगतने होंगे. हालांकि, उत्पाद बेचने वाले व्यापारी आपूर्ति श्रृंखला के एक घटक के रूप में काम कर रहे हैं, जिससे जनता के लिए चीजें उपलब्ध हो सकें. हालांकि, सिंगल यूज प्लास्टिक का 98 फीसदी बहुराष्ट्रीय कंपनियों, कॉर्पोरेट निर्माताओं, उत्पादकों, ई-कॉमर्स कंपनियों, वेयरहाउसिंग हब, उद्योग और अन्य प्रकार की उत्पादन इकाइयों द्वारा अपनी उत्पादन लाइन या तैयार माल की पैकेजिंग में इस्तेमाल किया जाता है. व्यापारियों को निर्माता या मूल स्रोत से जो भी पैकिंग मिलती है, उसमें सामान बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
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जब तक इन कंपनियों और विनिर्माण इकाइयों को उत्पादन लाइन में या तैयार माल की पैकिंग में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए मजबूर नहीं किया जाता है, तब तक उपभोक्ता की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल का अवसर हमेशा रहेगा. इसलिए, ऐसे निर्माताओं या मूल स्थान को सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने के लिए बाध्य करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए. इसी तरह प्लास्टिक कैरी बैग के स्थान पर समकक्ष वैकल्पिक कैरी बैग भी उपलब्ध कराए जा सकते हैं, जिससे प्लास्टिक कैरी बैग का इस्तेमाल सामान रखने के लिए नहीं किया जा सके. सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध तभी सफल हो सकता है, जब इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए.
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