कैसे काम करेगा डिजिटल रुपया?
कितना सेफ होगा डिजिटल रुपया?
डिजिटल रुपया, जानें कैसा होगा#AapkiKhabarAapkaFayda में देखिए
bitcoin ke fayde aur nuksan kya hai
आज की मेरे इस Article Bitcoin के लाभ और हानि क्या है इनके महत्व क्या है में आपको Bitcoin को इस्तेमाल करने के कुछ फायदे और नुकसान के बारे में बता रहा हूँ, ताकि आपको इसके बारे में और भी कुछ जानकारी मिल सके।
इस तरह से आपको Bitcoin क्या है ये कैसे काम करते हैं खरीदने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके।
अगर आप एक Bitcoin User नहीं हैं या तो फिर आप भी Bitcoin User बनना चाहते हैं, और Bitcoin को आप भी खरीदना चाहते हैं तो आपको मैं इसकी जानकारी दे रहा हूँ।
तो चलिए अब इसके बारे मे जानते हैं कि Bitcoin को Use करने के क्या-क्या फायदे - नुकसान हैं
Bitcoin को Use करने के फायदे
अगर आप Bitcoins का Use कर रहे हैं या इसको Use करने के बारे में सोच रहे हैं, और अपने लिए Bitcoin खरीदना चाहते हैं।
तो मैं आपको बता रहा हूँ कि आपको Bitcoin को Use करने से बहुत फायदे हो सकते हैं।
तो अब हम जानते हैं कि Bitcoin इस्तेमाल करने के अच्छे फायदों के बारे में
यह सबसे ज्यादा इसलिए ही popular है, कि अगर आप लम्बे समय (6 Months या फिर 1 Year) के लिए Bitcoin में Invest करते है तो काफी फायदा हो सकता है।
क्योकि अभी तक के Record के अनुसार Bitcoin की value लगातार बढ़ रहा रहा है।
लेकिन इसकी value कम भी हो सकता है। उस स्थिति में आपको loss का भी सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए अगर आप इस Bitcoin में Investment करना चाहते हैं तो यह आपको बहुत ज्यादा लाभ दे सकता है।
और आप इसको कम में खरीदकर ज्यादा पैसे में बेचकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं।
Bitcoin में आपका transaction fee credit card and debit card से payment करने के मुकाबले बहुत ही कम होता है।
इसलिये आप किसी International Transaction के लिए Bitcoin का इस्तेमाल कर सकते हैं, आपको transaction fee कम लगेगा।
Bitcoin में हमारा Account कभी भी block नहीं होता जैसे कभी कभी किसी कारण से bank हमारे credit या debit card को block कर देता है, तो वो समस्या यहाँ नहीं होती।
Bitcoin आज पूरे world में इस्तेमाल किया जाने लगा है। यही इसका एक मुख्य फायदा भी है।
यह पूरी दुनिया में चलने लगा है, और आप इसको पूरे World में इस्तेमाल कर सकते हैं।
Bitcoin का Use आप किसी भी देश में कभी भी कर सकते हैं।
Bitcoins में आप अगर long term के लिए investment करेगें तो आपको इससे काफी Profit हो सकता है।
क्यूंकि ऐसा Record में देखा गया है, की bitcoin की Price जो कि निरंतर बढ़ रहा है।
तो आगे चल कर हो सकता है, आपको इससे बहुत Profit मिले।
Bitcoin का account कभी भी block Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान नहीं होता है।
जैसे कभी-कभी किसी कारण से bank हमारे credit या फिर debit card को block कर देता है, तो Bitcoin में ऐसी कोई System नहीं होती है।
Bitcoin पर Government की भी कोई नजर नही होती है, और यह tax free भी होता है।
यानी कि कोई भी देश की Government इस पर tax नहीं लगा सकती है।
Bitcoin जो कि Use करने में आसान और एकदम secure होता है। इस पर आपकी security ओर personal informations का पूरा ध्यान रखा जाता है।
इन सभी के अलावा भी इस Bitcoin के बहुत से फायदे होते हैं।
इसलिए अगर आप Bitcoin का Use करते हैं तो यह आपके लिए काफी हद तक फायदेमंद होता है, और इसमें किसी भी तरह का Risk बहुत कम रहता है।
Bitcoin को Use करने के नुकसान
Bitcoin के इस्तेमाल में सिर्फ फायदे ही होते हैं। इसके कुछ नुकसान भी होते हैं।
क्या आप जानते हैं Bitcoin को Use करने से कुछ नुकसान के बारे में
इस Bitcoin को Control करने के लिए कोई Government Authority नही है।
इसकी Rate and Price काफी Fluctuate (कम -ज्यादा) करता रहता है। इसलिए कभी-कभी ये Risky भी हो सकता है।
अगर आपका account कभी hack हो जाता है, तो आप अपने सारे bitcoins खो देंगे और इसे वापस भी नहीं लाया जा सकता।
इस Bitcoin में आपकी मदद कोई भी देश की Government नहीं कर पाएगी।
जब आप Online कोई सामन Bitcoin का use करके खरीदेंगे तो हो सकता है कि Seller आपको खराब सामान send कर दे।
तो आप उसे Return करके Bitcoin Refund नही पा सकते है।
बहुत से Online merchant (seller),, payment के लिए Bitcoin को Accept नही करते।
Bitcoin से आप बहुत से online popular Companies और Stores and Shops मिल जायेंगे जहाँ पर आप Bitcoin का use करके products and services को खरीद सकते है।
भारत मे Bitcoin का कोई भी भविष्य नहीं देखने को मिल रहा है। हमारे भारत की सरकार समय-समय पर इस Bitcoin को लेकर चेतावनी देती रहती है।
इसलिए हो सकता है कि Bitcoin भारत में शायद आगे चलकर Baned हो जाये या फिर Bitcoin Buying and Selling बंद हो जाये।
Bitcoin की Price निरंतर कम और ज्यादा होती रहती है। इसलिए इसमें loss होने का खतरा ज्यादा रहता है।
हो सकता है कि आप ज्यादा पैसे में Bitcoin खरीदें ओर फिर इसकी कीमत कम हो जाये। इसलिए इसमें आपको Loss होने की Risk बनी रहती है।
क्या आप भी Bitcoin में निवेश करने का बना रहे प्लान, तो जानिए यहां क्या करें.
टेस्ला की ओर से निवेश की घोषणा के बाद क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में हर दिन उछाल दर्ज किया जा रहा है.
क्या आप भी बिटकॉइन में पैसा लगाने का सोच रहे हैं. अगर ऐसा है तो उससे पहले आप इसके बारे में अच्छे से जान लीजिए कि आखिर . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : February 09, 2021, 13:42 IST
नई दिल्ली: क्या आप भी बिटकॉइन (Bitcoin) में पैसा लगाने का सोच रहे हैं… अगर ऐसा है तो उससे पहले आप इसके बारे में अच्छे से जान लीजिए कि आखिर ये बिटकॉइन क्या है और इसमें कैसे ट्रेडिंग होती है. इन दिनों ये दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके रिटर्न ने निवेशकों को हैरान कर दिया है, लेकिन इसमें जिस तरह का Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान रिटर्न मिलता है रिस्क भी उसी हिसाब से होता है.
साल 2017 में, दिल्ली के 37 साल के राहुल मिश्रा ने अपने कार्यालय के सहयोगियों को देखकर बिटकॉइन में निवेश किया. बता दें उस वर्ष की शुरुआत में बिटकॉइन की कीमत पहले ही 65,000 रुपये से बढ़कर 3.61 लाख रुपये हो गई थी. हर महीने, वह 25,000 रुपये का निवेश करते रहे. उन्होंने अपनी चल रही म्यूचुअल फंड व्यवस्थित निवेश योजनाओं को बिटकॉइन में बदल दिया था.
बता दें उसके ठीक छह महीने बाद, उन्हें एक झटका लगा. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग का एक परिपत्र जारी किया. इसने आरबीआई द्वारा विनियमित सभी कानूनी संस्थाओं को निर्देश दिया कि वे आभासी मुद्राओं का सौदा न करें या क्रिप्टोकरेंसी में काम करने वाले किसी व्यक्ति या व्यवसाय को सेवाएं प्रदान न करें. इससे निवेशक घबरा गए. भारत में बिटकॉइन की कीमत दुर्घटनाग्रस्त हो गई. सात दिनों के अंदर, इसकी कीमत 5.2 लाख रुपये प्रति बिटकॉइन के उच्च स्तर से गिरकर 3.07 लाख रुपये हो गई. नोटबंदी से पहले 1.50 लाख रुपये के बिटकॉइन में उनका अपना निवेश 30,000 रुपये तक गिर गया था.
क्या होता है बिटकॉइन?
यह एक किस्म का डिजिटल या वर्चुअल टोकन होता है, जिसे काफी जटिल एल्गोरिदम को हल कर हासिल किया जाता. इस विख्यात क्रिप्टोकरेंसी का ट्रांसफर आसानी से मुफ्त में एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में संभव है.
बिटकॉइन कैसे करता है काम?
अगर किसी भी व्यक्ति के पास बिटकॉइन है, तो इसकी कीमत और वैल्यू ठीक उसी तरह मानी जाएगी जैसे ईटीएफ में कारोबार करते समय सोने की कीमत मानी जाती है. इस बिटकॉइन से आप ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं और इसे निवेश के रूप में भी संभाल कर रख सकते हैं. आपको बता दें बिटकॉइन एक पर्सनल ई-वॉलेट से दूसरे पर्सनल ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं.
कई बार होता है भारी उतार-चढ़ाव
बिटकॉइन में कई बार भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. बता दें पिछले 5 सालों में बिटकॉइन करीब 40 से 50 फीसदी तक गिर गया है. साथ ही साल 2013 में बिटकॉइन की कीमत 233 डॉलर पर पहुंच गई थी और Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान फिर अचानक गिरकर 67 डॉलर पर आ सकती है.
भारत में कहां से खरीद सकते है बिटकॉइन?
भारत में बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त के लिए 11 ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं. इसमें उनोकॉइन, जेबपे, कॉइनसिक्योर, कॉइनमामा, लोकलबिटकॉइन और बिटकॉइन एटीएम जैसे नाम शमिल हैं.
कहां होता है बिटकॉइन का इस्तेमाल?
आपको बता दें इंडिया में आप फ्लिपकार्ट, अमेजन और मेकमायट्रिप जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां बिटकॉइन उपभोक्ताओं के लिए वाउचर प्रोग्राम चलाती है, लेकिन बिटकॉइन को स्वीकार नहीं करती है. इसके लिए एक्सचेंज बिटकॉइन को सामान्य करेंसी में बदलते हैं.
इसमें करना चाहिए निवेश या नहीं
आपको बता दें खुदरा Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान निवेशकों को बिटकॉइन से बचना चाहिए. फाइनेंशियल एजुकेटर और फिनसफे इंडिया के संस्थापक मृणाल अग्रवाल ने बिटकॉइन में निवेश को जुए के बराबर बताया है. वह कहती हैं कि ”यहां कोई अंडरलाइंग संपत्ति नहीं है, यह अन-रेगुलेटिड है. इसके अलावा मूल्य की खोज अप्रत्याशित है तो इससे दूर रहो.’
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Cryptocurrency से कैसे अलग होगा RBI का डिजिटल RUPEE? कैसे करेगा काम, जानें इससे जुड़ी खास बातें
Cryptocurrency in India: RBI की तरफ से जारी होने वाली डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी, वैसे RBI किसी और बेहतर टेक्नोलॉजी को भी एडाप्ट कर सकता है. ये पेपर करेंसी की तरह डिजिटल फॉर्म में जारी एक लीगल टेंडर होगा.
Cryptocurrency in India: जल्द ही अपना भी डिजिटल रुपया (Digital RUPEE) होगा. आपके लेन-देन का तरीका बदल जाएगा. रुपया अब पॉकेट में रखने तक सीमित नहीं होगा. जेब से निकलकर वर्चुअल वर्ल्ड में सर्कुलेट होगा. ये आपको जेब में रखने के लिए नहीं मिलेगा. प्रिंट भी नहीं होगा. बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगा. जैसे- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin). बजट 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि RBI अगले साल तक अपना डिजिटल RUPEE लाएगा. ये पूरी तरह से लीगल टेंडर होगा. इसमें निवेश भी आसान होगा. इस ऐलान के बाद से ही हर कोई जानना चाहता है कि डिजिटल Rupee होगा कैसा.. अच्छी बात ये है कि इसे हमारी सरकार, RBI रेगुलेट करेगा. इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा.
कब तक आएगा डिजिटल Rupee?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि RBI का डिजिटल 'रूपी' FY23 के आखिरी तक आ जाएगा. RBI डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है. अभी इसके टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम चल रहा है. डिजिटल करेंसी (Indian Digital Currency) की टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम चल रहा है. ये कैसे काम करेगी इसका फ्रेमवर्क भी तैयार हो रहा है. ये बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगा.
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) हो सकता है नाम
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के जाल से बचाने के लिए सेंट्रल बैंक यानि RBI अपनी डिजिटल करेंसी इंट्रोड्यूस करेगा. इसका नाम CBDC- सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी हो सकता है. हालांकि, इसके नाम पर अभी फैसला नहीं हुआ है. डिजिटल करेंसी का फायदा ये होगा कि इससे डिजिटली लेन-देन कर सकेंगे.
कैसे काम करेगा डिजिटल रुपया?
कितना सेफ होगा डिजिटल रुपया?
डिजिटल रुपया, जानें कैसा होगा#AapkiKhabarAapkaFayda में देखिए
कैसे काम कर सकता है Digital Rupee?
Krazybee के CEO मधु एकंबरम के मुताबिक, ये कैसी होगी इसको लेकर अभी कुछ ज्यादा साफ नहीं हैं. लेकिन, डिजिटल रूप में जैसे हम अपने बैंक अकाउंट में कैश देखते हैं, वॉलेट में अपना बैलेंस चेक करते हैं. कुछ ऐसे ही इसे भी देख और रख सकेंगे. लेकिन, ये 1 रुपए का होगा या कितने अमाउंट का अभी ये कहना मुश्किल है. अभी इसके काम करने के तरीके को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है. लेकिन, ये तय है कि CBDC ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा. पेपर करेंसी की तरह इसका लीगल टेंडर होगा. आप जिसे पेमेंट करना चाहेंगे उसे इससे पेमेंट कर सकेंगे और उसके अकाउंट या डिमैट अकाउंट में ये पहुंच जाएगी. ये भी पॉसिबल है कि CBDC इलेक्ट्रॉनिक रूप में अकाउंट में दिखाई देगा. CBDC को पेपर नोट के साथ बदला जा सकेगा. कैश के मुकाबले ट्रांजैक्शन आसान और सुरक्षित होगा. ये बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, लेकिन टेक्नोलॉजी के जरिए ट्रांजैक्शन पूरा होगा. एक तरह से इलेक्ट्रॉनिक कैश होगा.
क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान होगी?
क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से प्राइवेट है. इसे कोई मॉनिटर नहीं करता और किसी सरकार या सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं होता. ऐसी करेंसी गैरकानूनी होती हैं. लेकिन, RBI जिस करेंसी पर काम कर रहा है, वो पूरी तरह से RBI ही रेगुलेट करेगा. सरकार की मंजूरी होगी. डिजिटल रुपया की क्वांटिटी की भी कोई सीमा नहीं होगी. जैसे बिटकॉइन की होती है. सबसे खास बात है RBI का रेगुलेशन होने से मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग, फ्रॉड की आशंका नहीं होगी.
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डिजिटल करेंसी की खासियत
- CBDC किसी देश का डिजिटल टोकन होगा.
- बिजनेस में पैसों के लेनदेन का काम हो जाएगा आसान.
- चेक, बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन का झंझट नहीं रहेगा.
- मोबाइल से कुछ सेकेंड में पैसे ट्रांसफर होंगे.
- नकली करेंसी की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
- पेपर नोट की प्रिटिंग का खर्च बचेगा.
- डिजिटल करेंसी जारी होने के बाद हमेशा बनी रहेगी.
- CBDC को डैमेज नहीं किया जा सकेगा.
Cryptocurrency Tax: क्या तोहफे में बिटकॉइन मिलने पर भी सरकार को देना होगा टैक्स? जानें 10 अहम सवालों के जवाब
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में वर्चुअल डिजिटल संपत्ति के लेनदेन से होने वाले मुनाफे पर 30 फीसदी टैक्स और एक फीसदी टीडीएस लगाने का एलान किया। कई विशेषज्ञ इसे क्रिप्टोकरेंसी को वैध करने की ओर एक कदम मान रहे हैं।
विस्तार
आखिर, क्रिप्टोकरेंसी क्या है? जब ये वैध नहीं है तो भारत में इसका लेन-देन किस तरह होता है? क्रिप्टो और अधिकृत डिजिटल करेंसी में क्या फर्क है? सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर जो टैक्स लगाने की बात कही है वो लगेगा कैसे? आइये समझते हैं…
1. क्रिप्टोकरेंसी है क्या?
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की वर्चुअल डिजिटल करेंसी है। चलन के लिहाज से ये रुपया, डॉलर या पाउंड जैसी ही होती है। क्रिप्टोग्राफी के सिद्धांत पर काम करने वाली ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से यह वर्चुअल करेंसी बनी है। इसी वजह से इसे क्रिप्टोकरेंसी कहते हैं। फर्क ये है कि रुपया, डॉलर या पाउंड को देश के केंद्रीय बैंक जारी और नियंत्रित करते हैं, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी पर किसी का कोई कंट्रोल नहीं होता है। यह पूरी तरह से विकेंद्रीकृत व्यवस्था है। कोई भी सरकार या Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान कंपनी इस पर नियंत्रण नहीं करती। इसी वजह से इसमें अस्थिरता भी है। यह जिस डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है, उसे न तो कोई हैक कर सकता है और न ही किसी तरह की छेड़छाड़ कर सकता है।
2. भारत में अभी किस तरह इसका लेन-देन होता है?
दुनियाभर में कई क्रिप्टोकरेंसी हैं, जिनका लेनदेन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और एक्सचेंज पर किया जा सकता है। इनमें सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। अगर आप क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का सोच रहे हैं तो आपको क्रिप्टो वॉलेट खोलना पड़ेगा। यह वैसा ही है, जैसा आप स्टॉक ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट अकाउंट खोलते हैं। क्वॉइनस्विच कुबेर, उनोकॉइन, वजीरएक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर कोई भी क्रिप्टो वॉलेट खोल सकता है। इसके लिए KYC समेत अन्य औपचारिकताओं को पूरा करना होगा। इसके बाद आपको क्रिप्टो में निवेश करने के लिए अपने बैंक से पैसा डिपॉजिट करना होगा।
भारत में कुछ प्लेटफॉर्म ऐसे हैं जो 100 रुपये से वॉलेट खोलने की अनुमति देते हैं। वहीं, कुछ क्रिप्टो वॉलेट फ्री ट्रेडिंग की अनुमति देते हैं, तो कुछ इसके लिए कम से कम 100 रुपये मेंटेनेंस चार्ज वसूल सकते हैं। यह क्रिप्टो एक्सचेंज पर निर्भर करता है।
3. क्रिप्टो और अधिकृत डिजिटल करेंसी में क्या फर्क है?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी जारी करेगा। कोई भी मुद्रा 'करेंसी' तभी कहलाती है, जब केंद्रीय बैंक उसे जारी करता है। जो भी केंद्रीय बैंक के दायरे से बाहर है, उसे हम करेंसी नहीं कहेंगे। हम ऐसी 'करेंसी' पर टैक्स नहीं लगा रहे हैं, जिसे अभी जारी होना बाकी है। डिजिटल रुपये को RBI जारी करेगा, यही डिजिटल करेंसी कहलाएगी। इसके अलावा वर्चुअल डिजिटल दुनिया में जो कुछ है, वो संपत्तियां हैं। इसी तरह वित्त सचिव टीवी सोमनाथन कहते हैं कि भले ही क्रिप्टो पर टैक्स लेने का नियम बना है, तब भी ये वैध मुद्रा नहीं होगी।
आसान भाषा में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी देश के केंद्रीय बैंक का नियंत्रण नहीं है। वहीं, भारत में जारी होने वाली डिजिटल करेंसी को भारतीय रिजर्व बैंक नियंत्रित करेगा।
4. क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगेगा कैसे?
वित्त मंत्री ने मंगलवार को साफ किया कि आरबीआई के डिजिटल रुपये के अलावा क्रिप्टो वर्ल्ड में मौजूद सभी क्वाइन वर्चुअल असेट्स में गिने जाएंगे। इनके लेनदेन में अगर किसी को मुनाफा होता है तो हम उस पर 30 फीसदी टैक्स लगाएंगे। उदाहण के लिए, यदि आपको बिटकॉइन बेचने पर 100 रुपये की कमाई होती है, तो आपको 30 रुपये टैक्स के रूप में सरकार को देना होगा। इसी तरह क्रिप्टो की दुनिया में होने वाले हर लेनदेन पर एक फीसदी TDS भी लगेगा। TDS से सरकार को क्रिप्टो के लेनदेन का पता लग जाएगा और वह टैक्स वसूल सकेगी।
5. तो क्या क्रिप्टो में किए पूरे निवेश पर टैक्स देना होगा?
ऐसा नहीं है। आपको केवल क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले मुनाफे पर टैक्स देना होगा। उदाहरण के लिए अगर आपने पांच हजार रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी और उसे पांच हजार Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान 500 रुपये में बेच दिया, तो आपको केवल 500 रुपये पर 30 फीसदी यानी 150 रुपये टैक्स देना होगा।
6. अगर मैं किसी को क्रिप्टो करेंसी तोहफे में देता हूं तो क्या मुझे भी Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान टैक्स देना होगा?
नहीं। वित्त मंत्री ने साफ कहा है कि जिसे क्रिप्टोकरेंसी मिलेगी उसे टैक्स देना होगा। यानी, अगर आप अपने किसी मित्र को एक बिटकॉइन गिफ्ट करेंगे तो उसे टैक्स देना होगा। हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि विरासत में मिली क्रिप्टोकरेंसी पर ये टैक्स लगेगा या नहीं। कुछ विशेषज्ञ कह रहे हैं कि यह नियम गिफ्ट टैक्स के तहत लगेगा। गिफ्ट टैक्स के नियम साफ हैं कि निकट रिश्तेदार यानी भाई-बहन को दिये तोहफे पर टैक्स नहीं चुकाना होता।
7. 1% टीडीएस की बात भी तो कही गई है वो कैसे लगेगा?
वित्त मंत्री ने बजट पेश करने बाद की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हर क्रिप्टो ट्रांजेक्शन पर 1% का टीडीएस लगेगा। ये टीडीएस ट्रांसफर करने वाले को देना होगा।
8. टैक्स लगाकर सरकार क्रिप्टो को मान रही है, इसे बढ़ावा दे रही है या इसे हतोत्साहित कर रही है?
दरअसल, सरकार इतना टैक्स लगाकर कर क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले निवेश को हतोत्साहित करना चाहती है। हालांकि, क्रिप्टो वर्ल्ड से जुड़े लोग सरकार के इस कदम को डिजिटल असेट को मुख्यधारा में शामिल करने के एक कदम के रूप में देख रहे हैं। वहीं, कॉइनस्विच के आशीष सिंघल इसे पूरे क्रिप्टो वर्ल्ड के लिए एक सकारात्मक कदम मानते हैं।
9. क्या मैं एक डिजिटल असेट में हुए नुकसान की भरपाई दूसरे से कर सकूंगा?
अगर इथेरियम में नुकसान हुआ, तो इसकी भरपाई बिटक्वाइन में हुए लाभ से नहीं कर सकेंगे। हर असेट यानी यूनिट अलग काम करेगी, उस पर हुए मुनाफे पर टैक्स लगेगा। नुकसान की भरपाई नहीं हो सकेगी।
10. क्या यह क्रिप्टोकरेंसी खरीदने का Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान सही समय है?
नहीं। टैक्सेशन की दरें अगले वित्त वर्ष से लागू होगी। ऐसे में टैक्स से बचने के लिए 31 मार्च से पहले बड़े स्तर पर बिकवाली निकल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो क्रिप्टो करेंसी में अस्थिरता आएगी। सरकार की ओर से क्रिप्टो करेंसी की वैधता को लेकर अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है और रिजर्व बैंक इसके खिलाफ है। ऐसे में वर्चुअल रुपये को लाकर क्रिप्टो को पूरी तरह बैन करने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। क्रिप्टो में निवेश पर अगर घाटा होता है तो इसकी कोई जवाबदारी सरकार की नहीं होगी।
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