नई दिल्‍ली। भविष्य की करेंसी कही जा रही क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को मोदी सरकार के बड़े ऐलान के बाद तगड़ा झटका लगा है, क्‍योंकि भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) पर बैन लगाने की तैयारी में है। सभी निजी क्रिप्टोकरेंसीज को बैन किया जा सकता है। बकायादा भारत सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में इस बारे में बिल लेकर आएगी। इसी बीच बैन की खबर आते ही मंगलवार को सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी धड़ाम हो गईं। ज्यादातर में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई।

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5 क्रिप्टोकरंसी का मुनाफा देखकर उड़ जाएंगे होश, 520000 % तक चढ़ी कीमतें

अब सवाल उठता है कि इतनी कानूनी अड़चनों के बाद भी लोग बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में पैसा क्यों झोंक रहे हैं?

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: January 06, 2022 17:25 IST

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5. - India TV Hindi

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5 क्रिप्टोकरंसी का मुनाफा देखकर उड़ जाएंगे होश, 5 लाख प्रतिशत तक चढ़ी कीमतें

Highlights

  • भारत में फिलहाल दुनिया के सबसे ज्यादा 10 करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है।
  • बिटकॉइन और एथेरियम से लेकर डॉगकोइन तक, हजारों अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं
  • बिनांस जैसी क्रिप्टो करेंसी ने 5.2 लाख प्रतिशत का रिटर्न दिया है

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य फिलहाल अधर में है। आरबीआई क्रिप्टो के खिलाफ है और सरकार इसे बैन करने की धमकी कई बार दे चुकी है। संसद के शीत सत्र में क्रिप्टो पर कानून लाने की बात भी हुई, लेकिन यह फिलहाल टल गया। इस उहापोह की स्थिति के बाद भी देश में क्रिप्टो करेंसी में निवेश लगातार बढ़ रहा है। भारत में फिलहाल दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है। इनकी संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है। क्रिप्टो निवेशकों की औसतन उम्र 24 साल है। यह देश की करीब 7 प्रतिशत जनसंख्या के बराबर है। इन 10 करोड़ निवेशकों ने 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है।

अब सवाल उठता है कि इतनी कानूनी अड़चनों के बाद भी लोग बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में पैसा क्यों झोंक रहे हैं, तो इसका एक लाइन का सीधा जवाब है, क्रिप्टोकरेंसी पर मिलने वाला मुनाफा। जहां शेयर और म्युचुअल फंड जैसे जोखिम वाले निवेश निवेशकों को 20 से 30 प्रतिशत का रिटर्न देते हैं, वहीं बिनांस जैसी क्रिप्टो करेंसी ने 5.2 लाख प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यह आंकड़ा इतना बड़ा है कि आप कैल्कुलेटर पर इसकी गणना भी नहीं कर सकते। दुनिया में बिटकॉइन और एथेरियम से लेकर डॉगकोइन और टीथर तक, हजारों अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं। आज हम इन क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट कैप के आधार पर टॉप 5 किप्टो करेंसी के बारे में बता रहे हैं:

बिटकॉइन (BTC)

मार्केट कैप: $882 बिलियन से अधिक

बिटकॉइन क्रिप्टो की दुनिया की पहली डिजिटल करेंसी है। इसकी शुरुआत 2009 में हुई थी। दरअसल बिटकॉइन (BTC) ही मूल क्रिप्टोकरेंसी है। दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही, बीटीसी एक ब्लॉकचेन पर चलता है, दूसरे शब्दों में कहें तो हजारों कंप्यूटरों के नेटवर्क में वितरित एक लेज़र लॉगिंग लेनदेन पर बिटकॉइन काम करता है। बिटकॉइन की उम्र इसकी कीमतें बीते 5 साल में आसमान छू चुकी हैं। मई 2016 में, आप लगभग 500 डॉलर में एक बिटकॉइन खरीद सकते थे। 3 जनवरी, 2022 तक, एक बिटकॉइन की कीमत $46,000 से अधिक पहुंच गई थीं। ग्रोथ की बात करें तो बीते 6 साल में यह करीब 9,200% की ग्रोथ दे चुका है।

एथेरियम (ETH)

मार्केट कैप: $447 बिलियन से अधिक

बिटकॉइन के बाद क्रिप्टो कारोबार में एथेरियम सबसे चर्चित नाम है। क्रिप्टोक्यूरेंसी और ब्लॉकचैन प्लेटफॉर्म दोनों पर एथेरियम प्रोग्राम डेवलपर्स का पसंदीदा बना हुआ है। इथेरियम ने भी जबरदस्त ग्रोथ देखी है। अप्रैल 2016 से जनवरी 2022 तक, इसकी कीमत लगभग 11 डॉलर से बढ़कर 3,700 डॉलर से अधिक हो गई। ग्रोथ के पैमाने पर देखें तो यह 33,500% चढ़ चुका है।

बिनेंस कॉइन(बीएनबी)

मार्केट कैप: $86 बिलियन से अधिक

बिनेंस कॉइन, क्रिप्टोकरेंसी का एक रूप है जिसका उपयोग आप Binance पर व्यापार करने और शुल्क का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। यह दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है। 2017 में इसे लॉन्च किया गया था। अब, इसका उपयोग व्यापार, पेमेंट प्रोसेसिंग या यहां तक ​​कि यात्रा बुकिंग के लिए भी किया जा सकता है। 2017 में इसकी कीमत सिर्फ $0.10 थी; वहीं 3 जनवरी, 2022 तक, यह लगभग 520,000% की ग्रोथ के साथ 520 डॉलर का हो गया है।

कार्डानो (ADA)

मार्केट कैप: $44 बिलियन से अधिक

कार्डानो क्रिप्टो करेंसी ने भी बीते कुछ वर्षों में खूब सुर्खियां बटोरी हैं। अन्य प्रमुख क्रिप्टो कॉइन की तुलना में कार्डानो के एडीए टोकन में अपेक्षाकृत मामूली वृद्धि हुई है। 2017 में, ADA की कीमत $0.02 थी। वहीं 3 जनवरी 2022 तक इसकी कीमत $1.34 थी। इस तरह अपनी शुरुआत के बाद से यह 6,600% की ग्रोथ दे चुका है।

एक्सआरपी (XRP)

मार्केट कैप: $39 बिलियन से अधिक

इसे डिजिटल टेक्नोलॉजी और पेमेंट प्रोसेसिंग कंपनी, रिपल जैसे फाउंडर्स ने तैयार किया था। 2017 की शुरुआत में, XRP की कीमत $0.006 थी। 3 जनवरी, 2022 तक, इसकी कीमत $0.83 तक पहुंच गई। इस प्रकार यह क्रिप्टो 5 साल में 13,700% से अधिक बिटकॉइन की उम्र की ग्रोथ दे चुका है।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की खबर से बिटकॉइन में आई गिरावट

नई दिल्‍ली। भविष्य की करेंसी कही जा रही क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को मोदी सरकार के बड़े ऐलान के बाद तगड़ा झटका लगा है, क्‍योंकि भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) पर बैन लगाने की तैयारी में है। सभी निजी क्रिप्टोकरेंसीज को बैन किया जा सकता बिटकॉइन की उम्र है। बकायादा भारत सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में इस बारे में बिल लेकर आएगी। इसी बीच बैन की खबर आते ही मंगलवार को सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी धड़ाम हो गईं। ज्यादातर में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई।

इस खबर के आने के बाद मंगलवार को बिटकॉइन (Bitcoin) में करीब 15 फीसदी, Ethereum में 12 फीसदी, बिटकॉइन की उम्र Tether में करीब 6 फीसदी और यूएसडी कॉइन में करीब 8 फीसदी की गिरावट देखी गई. भारत में बिटकॉइन कीमत 15 फीसदी गिरकर 40,28,000 रुपये, एथरम की कीमत 3,05,114 रुपये, टीथर की कीमत करीब 76 रुपये, कारडानो की कीमत करीब 137 रुपये तक पहुंच गई।

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बता दें कि मंगलवार रात भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने के लिए संसद में एक विधेयक पेश करने की खबर सामने आई। इसके कुछ देर बाद ही क्रिप्टो बाजार धड़ाम हो गया। यहां तक कि क्रिप्टो मार्केट के नंबर एक क्वाइन बिटक्वाइन की कीमतों में भी 26 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा बाकी क्वाइन भी बुरी तरह धराशायी हो गए। इन सभी की कीमतों में 25 से 30 फीसदी तक की गिरावट आई है। क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में मदद करने वाले सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स इस वक्त लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं।
विदित हो बिटकॉइन की उम्र कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जोखिम काफी ज्यादा है। इसके बावजूद लोग बड़े पैमाने पर इसमें निवेश कर रहे हैं। दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी के बारे में पता नहीं होता है कि इन्हें कहां से शुरू किया गया और इनका संचालन कहां से हो रहा है। ऐसे में सरकार ने इन पर पाबंदी लगाने का फैसला किया, जो अच्छा कदम माना जा रहा है।

Bitcoin News Update : भारत में तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश, क्या बिटकॉइन को नए जमाने का सोना मान रहे हैं भारतीय?

पिछले एक साल बिटकॉइन की उम्र में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) खासकर बिटकॉइन (bitcoin) में देश में निवेश तेजी से बढ़ा है। यह तब है जब देश का केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) क्रिप्टो में निवेश से खुश नहीं है।

bitcoin1

हाइलाइट्स

  • भारत में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में निवेश करने वालों की संख्या 1.5 करोड़ तक पहुंच गई है।
  • देश में क्रिप्टो में निवेश एक साल में 20 करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 अरब डॉलर हो गया है।
  • भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों में कम उम्र के निवेशकों (investors) की संख्या ज्यादा है।

भारत में परिवारों के पास 25,000 टन से ज्यादा सोना है। इधर, चाइनालिसिस (Chainalysis) क्रिप्टोकरेंसी में भारत में निवेश एक साल में 20 करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 अरब डॉलर पहुंच गया है। यह तब है जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर खुश नहीं है। वह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है।

32 साल की उद्यमी रिची सूद उन निवेशकों में हैं, जिन्होंने गोल्ड की जगह क्रिप्टो में पैसे लगाना शुरू किया है। पिछले साल दिसंबर से वह इसमें 10 लाख रुपये से ज्यादा रकम निवेश कर चुकी हैं। इसमें से कुछ रकम उन्होंने अपने पिता से उधार लिया है। उन्होंने मुख्य रूप से बिटकॉइन (Bitcoin), डॉगकॉइन (Dogecoin) और इथर (Ether) में निवेश किया है।

सूद ने क्रिप्टो में निवेश से अच्छा मुनाफा भी कमाया है। जब इस साल फरवरी में बिटकॉइन (bitcoin) की कीमत 50,000 डॉलर तक पहुंच गई तो उन्होंने जमकर मुनाफावसूली की। फिर हाल में आई गिरावट के बाद उन्होंने फिर से इसमें निवेश कर दिया। इससे उन्हें अपने बिजनेस का विस्तार करने में काफी मदद मिली है।

सूद कहती हैं, "मैं गोल्ड की जगह अपना पैसा क्रिप्टो में डालना पसंद करूंगी। क्रिप्टो गोल्ड (Gold) और प्रॉपर्टी के मुकाबले ज्यादा पारदर्शी है। इससे छोटी अवधि में अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है।" सूद देश में लगातार बढ़ रहे उन निवेशकों में शामिल हैं, जो क्रिप्टो की खरीद-फरोख्त में खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

देश में 1.5 करोड़ से ज्यादा ऐसे निवेशक हैं, जो डिजिटल कॉइन (digital coin) खरीद और बेच रहे हैं। अमेरिका बिटकॉइन की उम्र में क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या 2.3 करोड़ है। इंग्लैंड में क्रिप्टो में करीब 23 लाख लोगों ने ही पैसे लगाए हैं। इस तरह क्रिप्टो में निवेश के मामले में भारतीय निवेशक अमेरिकी निवेशकों के जल्द करीब पहुंच सकते हैं।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के पहले एक्सचेंज के संस्थापक का कहना है कि क्रिप्टो में निवेश में ज्यादा दिलचस्पी 18 से 35 साल के लोग दिखा रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (world gold council) की नई रिपोर्ट से पता चलता है भारत में 34 साल से कम उम्र के लोगों में बुजुर्गों के मुकाबले सोने में निवेश की चाहत कम है।

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5 क्रिप्टोकरंसी का मुनाफा देखकर उड़ जाएंगे होश, 520000 % तक चढ़ी कीमतें

अब सवाल उठता है कि इतनी कानूनी अड़चनों के बाद भी लोग बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में पैसा क्यों झोंक रहे हैं?

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: January 06, 2022 17:25 IST

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5. - India TV Hindi

Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5 क्रिप्टोकरंसी का मुनाफा देखकर उड़ जाएंगे होश, 5 लाख प्रतिशत बिटकॉइन की उम्र तक चढ़ी कीमतें

Highlights

  • भारत में फिलहाल दुनिया के सबसे ज्यादा 10 करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है।
  • बिटकॉइन और एथेरियम से लेकर डॉगकोइन तक, हजारों अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं
  • बिनांस जैसी क्रिप्टो करेंसी ने 5.2 लाख प्रतिशत का रिटर्न दिया है

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य फिलहाल अधर में है। आरबीआई क्रिप्टो के खिलाफ है और सरकार इसे बैन करने की धमकी कई बार दे चुकी है। संसद के शीत सत्र में क्रिप्टो पर कानून लाने की बात भी हुई, लेकिन यह फिलहाल टल गया। इस उहापोह की स्थिति के बाद भी देश में क्रिप्टो करेंसी में निवेश लगातार बढ़ रहा है। भारत में फिलहाल दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है। इनकी संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है। क्रिप्टो निवेशकों की औसतन उम्र 24 साल है। यह देश की करीब 7 प्रतिशत जनसंख्या के बराबर है। इन 10 करोड़ निवेशकों ने 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है।

अब सवाल उठता है कि इतनी कानूनी अड़चनों के बाद भी लोग बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में पैसा क्यों झोंक रहे हैं, तो इसका एक लाइन का सीधा जवाब है, क्रिप्टोकरेंसी पर मिलने वाला मुनाफा। जहां शेयर और म्युचुअल फंड जैसे जोखिम वाले निवेश निवेशकों को 20 से 30 प्रतिशत का रिटर्न देते हैं, वहीं बिनांस जैसी क्रिप्टो करेंसी ने 5.2 लाख प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यह आंकड़ा इतना बड़ा है कि आप कैल्कुलेटर पर इसकी गणना भी नहीं कर सकते। दुनिया में बिटकॉइन और एथेरियम से लेकर डॉगकोइन और टीथर तक, हजारों अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं। आज हम इन क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट कैप के बिटकॉइन की उम्र आधार पर टॉप 5 किप्टो करेंसी के बारे में बता रहे हैं:

बिटकॉइन (BTC)

मार्केट कैप: $882 बिलियन से अधिक

बिटकॉइन क्रिप्टो की दुनिया की पहली डिजिटल करेंसी है। इसकी शुरुआत 2009 में हुई थी। दरअसल बिटकॉइन (BTC) ही मूल क्रिप्टोकरेंसी है। दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही, बीटीसी एक ब्लॉकचेन पर चलता है, दूसरे शब्दों में कहें तो बिटकॉइन की उम्र हजारों कंप्यूटरों के नेटवर्क में वितरित एक लेज़र लॉगिंग लेनदेन पर बिटकॉइन काम करता है। इसकी कीमतें बीते 5 साल में आसमान छू चुकी हैं। मई 2016 में, आप लगभग 500 डॉलर में एक बिटकॉइन खरीद सकते थे। 3 जनवरी, 2022 तक, एक बिटकॉइन की कीमत $46,000 से अधिक पहुंच गई थीं। ग्रोथ की बात करें तो बीते 6 साल में यह करीब 9,200% की ग्रोथ दे चुका है।

एथेरियम (ETH)

मार्केट कैप: $447 बिलियन से अधिक

बिटकॉइन के बाद क्रिप्टो कारोबार में एथेरियम सबसे चर्चित नाम है। क्रिप्टोक्यूरेंसी और ब्लॉकचैन प्लेटफॉर्म दोनों पर एथेरियम प्रोग्राम डेवलपर्स का पसंदीदा बना हुआ है। इथेरियम ने भी जबरदस्त ग्रोथ देखी है। अप्रैल 2016 से जनवरी 2022 तक, इसकी कीमत लगभग 11 डॉलर से बढ़कर 3,700 डॉलर से अधिक हो गई। ग्रोथ के पैमाने पर देखें तो यह 33,500% चढ़ चुका है।

बिनेंस कॉइन(बीएनबी)

मार्केट कैप: $86 बिलियन से अधिक

बिनेंस कॉइन, क्रिप्टोकरेंसी का एक रूप है जिसका उपयोग आप Binance पर व्यापार करने और शुल्क का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। यह दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है। 2017 में इसे लॉन्च किया गया था। अब, इसका उपयोग व्यापार, पेमेंट प्रोसेसिंग या यहां तक ​​कि यात्रा बुकिंग के लिए भी किया जा सकता है। 2017 में इसकी कीमत सिर्फ $0.10 थी; वहीं 3 जनवरी, 2022 तक, यह लगभग 520,000% की ग्रोथ बिटकॉइन की उम्र के साथ 520 डॉलर का हो गया है।

कार्डानो (ADA)

मार्केट कैप: $44 बिलियन से अधिक

कार्डानो क्रिप्टो करेंसी ने भी बीते कुछ वर्षों में खूब सुर्खियां बटोरी हैं। अन्य प्रमुख क्रिप्टो कॉइन की तुलना में कार्डानो के एडीए टोकन में अपेक्षाकृत मामूली वृद्धि हुई है। 2017 में, ADA की कीमत $0.02 थी। वहीं 3 जनवरी 2022 तक इसकी कीमत $1.34 थी। इस तरह अपनी शुरुआत के बाद से यह 6,600% की ग्रोथ दे चुका है।

एक्सआरपी (XRP)

मार्केट कैप: $39 बिलियन से अधिक

इसे डिजिटल टेक्नोलॉजी और पेमेंट प्रोसेसिंग कंपनी, रिपल जैसे फाउंडर्स ने तैयार किया था। 2017 की शुरुआत में, XRP की कीमत $0.006 थी। 3 जनवरी, 2022 तक, इसकी कीमत $0.बिटकॉइन की उम्र 83 तक पहुंच गई। इस प्रकार यह क्रिप्टो 5 साल में 13,700% से अधिक की ग्रोथ दे चुका है।

Bitcoin News Update : भारत में तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश, क्या बिटकॉइन को नए जमाने का सोना मान रहे हैं भारतीय?

पिछले एक साल में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) खासकर बिटकॉइन (bitcoin) में देश में निवेश तेजी से बढ़ा है। यह तब है जब देश का केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) क्रिप्टो में निवेश से खुश नहीं है।

bitcoin1

हाइलाइट्स

  • भारत में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में निवेश करने वालों की संख्या 1.5 करोड़ तक पहुंच गई है।
  • देश में क्रिप्टो में निवेश एक साल में 20 करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 अरब डॉलर हो गया है।
  • भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों में कम उम्र के निवेशकों (investors) की संख्या ज्यादा है।

भारत में परिवारों के पास 25,000 टन से ज्यादा सोना है। इधर, चाइनालिसिस (Chainalysis) क्रिप्टोकरेंसी में भारत में निवेश एक साल में 20 करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 अरब डॉलर पहुंच गया है। यह तब है जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर खुश नहीं है। वह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है।

32 साल की उद्यमी रिची सूद उन निवेशकों में हैं, जिन्होंने गोल्ड की जगह क्रिप्टो में पैसे लगाना शुरू किया है। पिछले साल दिसंबर से वह इसमें 10 लाख रुपये से ज्यादा रकम निवेश कर चुकी हैं। इसमें से कुछ रकम उन्होंने अपने पिता से उधार लिया है। उन्होंने मुख्य रूप से बिटकॉइन (Bitcoin), डॉगकॉइन (Dogecoin) और इथर (Ether) में निवेश किया है।

सूद ने क्रिप्टो में निवेश से अच्छा मुनाफा भी कमाया है। जब इस साल फरवरी में बिटकॉइन (bitcoin) की कीमत 50,000 डॉलर तक पहुंच गई तो उन्होंने जमकर मुनाफावसूली की। फिर हाल में आई गिरावट के बाद उन्होंने फिर से इसमें निवेश कर दिया। इससे उन्हें अपने बिजनेस का विस्तार करने में काफी मदद मिली है।

सूद कहती हैं, "मैं गोल्ड की जगह अपना पैसा क्रिप्टो में डालना पसंद करूंगी। क्रिप्टो गोल्ड (Gold) और प्रॉपर्टी के मुकाबले ज्यादा पारदर्शी है। इससे छोटी अवधि में अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है।" सूद देश में लगातार बढ़ रहे उन निवेशकों में शामिल हैं, जो क्रिप्टो की खरीद-फरोख्त में खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

देश में 1.5 करोड़ से ज्यादा ऐसे निवेशक हैं, जो डिजिटल कॉइन (digital coin) खरीद और बेच रहे हैं। अमेरिका में क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या 2.3 करोड़ है। इंग्लैंड में क्रिप्टो में करीब 23 लाख लोगों ने ही पैसे लगाए हैं। इस तरह क्रिप्टो में निवेश के मामले में भारतीय निवेशक अमेरिकी निवेशकों के जल्द करीब पहुंच सकते हैं।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के पहले एक्सचेंज के संस्थापक का कहना है कि क्रिप्टो में निवेश में ज्यादा दिलचस्पी 18 से 35 साल के लोग दिखा रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (world gold council) की नई रिपोर्ट से पता चलता है भारत में 34 साल से कम उम्र के लोगों में बुजुर्गों के मुकाबले सोने में निवेश की चाहत कम है।

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