गौरतलब है कि हाल के दिनों में दो प्रमुख कारनामों ने क्रिप्टो सेक्टर को झटका दिया है, जिसमें एक हैकर्स द्वारा क्रिप्टो की भारी संख्या में चोरी भी शामिल है। हैकर्स ने अपने टोकन की कीमत में हेराफेरी करके Mango Market से करीब 100 मिलियन डॉलर की चोरी की है। इस घटना से न सिर्फ निवेशकों को नुकसान झेलना पड़ा है, बल्कि निवेशक क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष से भी दूर भाग रहे हैं।
Crypto currency: क्रिप्टो निवेशकों को बड़ा झटका, हैकर्स ने इस साल रिकॉर्ड 3 अरब डॉलर से अधिक की चोरी
Crypto की हैकर्स ने की रिकॉर्ड चोरी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टो करेंसी को लेकर निवेश करने वाले लोगों के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि इस साल अभी तक हैकर्स ने रिकॉर्ड 3 अरब डॉलर की अधिक की चोरी हो चुकी है। अभी तक किसी भी साल इतनी ज्यादा की चोरी नहीं हुई थी। सिर्फ अक्टूबर, 2022 की बात करें तो निवेशकों के 718 मिलियन डॉलर के क्रिप्टो की चोरी हुई है।
ब्लूमवर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 सालों की यह सबसे बड़ी चोरी है। Chainalysis ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बुधवार, 12 अक्टूबर को हुए 4 और क्रिप्टो हैकिंग के बाद अक्टूबर माह में सबसे अधिक के क्रिप्टो की हैंकिंग हुई है, जो 18 मिलियन डॉलर है और बाकी बचे इस महीने के दिनों में और हैकिंंग हो सकता है। अक्टूबर माह में इतने क्रिप्टो की चोरी 11 तरह के अलग-अलग हैकिंग से हुई है।
क्रिप्टोकरेंसी की अब तक की सबसे बड़ी चोरी, हैकर्स ने उड़ाए 4,465 करोड़ रुपए
बिजनेस डेस्कः बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के बारे में भारत समेत पूरा दुनिया में क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष इसका क्रेज बढ़ रहा है, लेकिन अब हैकर्स की इस पर बुरी नजर पड़ गई है। मिली जानकारी के अनुसार, हैकर्स ने 60 करोड़ डॉलर यानी करीब 4,465 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरेंसीज चुराई गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसीज की अब तक की सबसे बड़ी चोरी माना जा रहा है। चोरी की गई क्रिप्टोकरेंसीज में ईथर (Ether) और दूसरी डिजिटल करेंसीज शामिल हैं।
अलग-अलग ब्लॉकचेंस को जोड़ने वाली कंपनी पॉली नेटवर्क (Poly Network) ने मंगलवार को ट्विटर पर जानकारी दी कि कुछ हैकरों ने उसकी सिक्योरिटी में सेंध लगाई है और रिकॉर्ड मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी उड़ा ली है। कंपनी ने बताया कि हैकरों ने उसके नेटवर्क पर अटैक किया और फिर बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसीज को अपने अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिया।
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हैकर्स ने चुराए 10 करोड़ डॉलर से अधिक के NFT
इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है
खास बातें
- पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टो मार्केट में गिरावट आई है
- इसका असर NFT के प्राइसेज और बिक्री पर भी पड़ा है
- इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है
क्रिप्टो सेगमेंट को निशाना बनाने वाले हैकर्स ने जुलाई तक पिछले एक वर्ष में 10 करोड़ डॉलर से अधिक के नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) की चोरी की है. पिछले वर्ष क्रिप्टो मार्केट में खरीदारी बढ़ी थी और इससे क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज में काफी तेजी आई थी. हालांकि, पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट आई है और इसका असर NFT के प्राइसेज और बिक्री पर भी पड़ा है.
ब्लॉकचेन रिसर्च फर्म Elliptic ने एक रिपोर्ट में बताया कि NFT के प्राइसेज घटने के बावजूद इस सेगमेंट में स्कैम क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष के मामले बढ़ रहे हैं. स्कैमर्स ने ठगी करने के लिए सोशल मीडिया को बड़ा जरिया बनाया है. स्कैमर्स को ऐसे प्रत्येक मामले में लगभग तीन लाख डॉलर मिले हैं. हालांकि, NFT की चोरी के मामले बहुत अधिक हो सकते हैं क्योंकि ऐसे बहुत से अपराधों की रिपोर्ट नहीं की जाती. क्रिप्टो स्कैमर्स अब ठगी के लिए LinkedIn को भी जरिया बना रहे हैं. अमेरिका की इनवेस्टिगेशन एजेंसी FBI ने यह जानकारी दी है. क्रिप्टो स्कैमर्स प्रोफेशनल फाइनेंशियल एडवाइजर्स के तौर पर खुद को पेश कर LinkedIn यूजर्स से संपर्क कर रहे हैं. इन यूजर्स को स्कैम वाली स्कीम्स की पेशकश की जा रही है.
करेंसी का भविष्य: दुनिया में लेन-देन का सिस्टम बदल रहा, 184 लाख करोड़ रुपए हुआ क्रिप्टो संपत्ति का मूल्य
डिजिटल पैसा यानी क्रिप्टोकरेंसी के आलोचकों की कमी नहीं है। उन्हें इसका विरोध करने के मौके क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष भी खूब मिलते हैं। मूल क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का इस्तेमाल नशीली ड्रग्स की खरीद के लिए होता था। अब साइबर हैकर फिरौती की रकम क्रिप्टो में दिन की मांग करते हैं। हैकर एक अन्य डिजिटल करेंसी ईथर के करोड़ों डॉलर की क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष चोरी इस साल कर चुके हैं। फिर भी, क्रिप्टो संपत्ति का बुखार दुनिया पर चढ़ रहा है। इसका मूल्य 184 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो चुका है।
आलोचकों और ठगों की हलचल के बावजूद वित्तीय सेवाओं के विकेंद्रीकरण (डेफि-डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस) का नया सिस्टम आकार ले रहा है। वैसे, सिस्टम के साथ कुछ खामियां भी हैं। इसका दुरुपयोग हो सकता है। इस समय फाइनेंस सेक्टर को जिन तीन टेक्नोलॉजिकल ट्रेंड ने प्रभावित किया है,उनमें डेफि शामिल है। टेक्नोलॉजी कंपनियां पेमेंट और बैंकों पर असर डाल रही हैं। सरकारें डिजिटल करेंसी या गवकॉइंस लांच कर रही हैं।
क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष
अकेले इस महीने, लगभग 718 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी पहले ही चोरी हो चुकी है, जो 2022 के लिए कुल मिलाकर तीन बिलियन डॉलर तक ले जाती है। ब्लॉकचैन में विशेषज्ञता वाली कंपनी चेनालिसिस के आंकड़ों का हवाला देते हुए, ब्लूमबर्ग के अनुसार, पिछले साल सिर्फ तीन बिलियन डॉलर से अधिक की चोरी हुई थी।
लक्ष्य ज्यादातर विकेंद्रीकृत नेटवर्क हैं और 2022 में पहले से ही 125 हमलों के रिकॉर्ड हैं। चैनलिसिस के अनुसार, इस महीने चुराए गए मूल्य के साथ 11 कंप्यूटर हमलों में 718 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है, अक्टूबर पहले से ही रिकॉर्ड पर कंप्यूटर पायरेसी की उच्चतम गतिविधि वाला महीना है। कंपनी का अनुमान है कि अकेले उत्तर कोरिया से कनेक्शन रखने वाले समूह पहले ही लगभग 1 बिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चुरा चुके हैं।
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