BIG Eyes Coin (BIG) Ethereum नेटवर्क पर निर्मित एक प्रकार से मीम टोकन है। इसकी सभी सफलताएं Ethereum की भी सफलताएं हैं और इस तरह, यह इसे Ethereum (ETH) होल्डर्स के लिए भी ध्यान देने लायक प्रोजेक्ट बनाता है। Ethereum (ETH) ने पहले भी शीबा इन जैसे बहुत प्रकार के सफल मीम कॉइन को प्रस्तुत किया है। साथ ही, अब यह टोकन बाज़ार में विस्फोट करने और मीम टोकन के नियमों को फिर से लिखने में सक्षम है- फिर कौन कह सकता है कि BIG Eyes Coin (BIG) ऐसा नहीं कर सकता?
UPGIS-2023 डिप्टी सीएम केशव मौर्य यूपी में निवेश करानें के उद्देश्य से डेलिगेशन के साथ पहुंचे नीदरलैंड
लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में निवेश (Investment) और व्यापारिक गतिविधियों (Business Activities) को बढ़ावा देने के उद्देश्य (Purpose) से उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) अपने कैबिनेट सहयोगी, मंत्री योगेंद्र उपाध्याय (Minister Yogendra Upadhyay) के साथ नीदरलैंड (Netherlands) के एम्स्टर्डम पहुंचे और प्रमुख सचिव आवास और शहरी नियोजन, प्रमुख सचिव परिवहन एल. वेंकटेश्वर लूं और वरिष्ठ अधिकारियों के डेलीगेशन के साथफिलिप्स इनोवेशन सेंटर आइंडहोवन के लिए प्रस्थान किए। उपमुख्यमंत्री ने एमस्टर्डम में नीदरलैंड की भारतीय राजदूत रीना संन्धू से के साथ विभिन्न विषयों पर वार्ता की।
मौर्य ने कहा कि भारत अर्थब्यवस्था की दृष्टि से विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और विगत कुछ वर्षों से विश्व भर में सबसे पसंदीदा निवेश गंतव्य में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में भारत को 5 ट्रिलियन यू.एस. डॉलर की अर्थव्यवस्था निवेश का उद्देश्य बनाने का विजन दिया था। इस विजन को साकार करने के लिए भारत वर्ष में सरकार द्वारा किए जा रहे व्यवसायिक कार्यों में व्यवसायिक विशेषज्ञ को जोड़कर पीपीपी मॉडल पर व्यवसायों को विकसित करने की योजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है और उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन यू.एस. डॉलर इकोनामी भी बनाने का संकल्प लिया है।
BIG Eyes क्रिप्टो मार्केट में निवेश करने के लिए प्री सेल में मिलने वाला सबसे सस्ता कॉइन Sol और ETH के लिए बना खतरे की घंटी
- नई दिल्ली,
- 19 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 19 दिसंबर 2022, 4:02 PM IST)
हाल ही में एक presale टोकन Ethereum (ETH) और Solana (SOL) जैसे उद्योगों के दिग्गजों को बाहर
निकालने की कोशिश कर रहा है। इसका नाम BIG Eyes Coin (BIG) है। यह बड़े पैमाने पर लाभ कमाने का
एक जबरदस्त मौका है और इस प्रकार से जब आप क्रिप्टो मार्किट में इन्वेस्ट करने का सोच रहे हैं तो इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
क्योंकि यह एक ऐसा presale टोकन है जिसने मार्किट में प्रमुख ध्यान खींचना शुरू कर दिया है। इस टोकन ने अपने शुरुआती दिनों में ही मार्केट में $10 मिलियन से ज़्यादा जोड़ चुका है और यह बहुत तेज़ी से मार्किट में निवेश का उद्देश्य फैल रहा है। इसकी लोकप्रियता के राज के पीछे इसका अनूठा प्रोजेक्ट प्लान का बड़ा हाथ है, जो कि सही में लोगों को मीम कॉइन के क्षेत्र में अवसर प्रदान करता है। लेकिन बिग आइज़ कॉइन (BIG) क्या है, और Ethereum (ETH) और सोलाना (SOL) को इस पर ध्यान क्यों देना चाहिए? इस आर्टिकल में हम देखेंगे की Big Eyes Coin (बिग) क्या ऑफर देता है और समझेंगे कि इस कॉइन में ऐसा क्या है जो Ethereum (ETH) और Solana (SOL) को इस पर विचार विमर्श करना चाहिए।
भारतीय अर्थव्यवस्था
भारत जीडीपी के संदर्भ में विश्व की नवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है । यह अपने भौगोलिक आकार के संदर्भ में विश्व में सातवां सबसे बड़ा देश है और जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा देश है । हाल के वर्षों में भारत गरीबी और बेरोजगारी से संबंधित मुद्दों के बावजूद विश्व में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरा है । महत्वपूर्ण समावेशी विकास प्राप्त करने की दृष्टि से भारत सरकार द्वारा निवेश का उद्देश्य कई गरीबी उन्मूलन और रोजगार उत्पन्न करने वाले कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ।
इतिहास
ऐतिहासिक रूप से भारत एक बहुत विकसित आर्थिक व्यवस्था थी जिसके विश्व के अन्य भागों के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध थे । औपनिवेशिक युग ( 1773-1947 ) के दौरान ब्रिटिश भारत से सस्ती दरों पर कच्ची सामग्री खरीदा करते थे और तैयार माल भारतीय बाजारों में सामान्य मूल्य से कहीं अधिक उच्चतर कीमत पर बेचा जाता था जिसके परिणामस्वरूप स्रोतों का द्धिमार्गी ह्रास होता था । इस अवधि के दौरान विश्व की आय में भारत का हिस्सा 1700 ए डी के 22.3 प्रतिशत से गिरकर 1952 में 3.8 प्रतिशत रह गया । 1947 में भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात अर्थव्यवस्था की पुननिर्माण प्रक्रिया प्रारंभ हुई । इस उद्देश्य से विभिन्न नीतियॉं और योजनाऍं बनाई गयीं और पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से कार्यान्वित की गयी ।
मेक इन इंडिया: विनिर्माण क्षेत्र के लिए जरूरी पहल
मेक इन इंडिया का उद्देश्य देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के साथ साथ निवेश के लिए अनूकूल माहौल, आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नये रास्ते क्षेत्रों को खोलना और सरकार एवं उद्योग के बीच एक साझेदारी का निर्माण करना है। पीएम मोदी ने कहा था कि ‘मेक इन इंडिया’ अभियान 21वीं निवेश का उद्देश्य सदी के भारत की जरूरत है और यह हमें हमारी क्षमता दिखाने का अवसर देता है।
भारत विनिर्माण क्षेत्र में पसंदीदा देश
भारत विनिर्माण क्षेत्र में विदेशी निवेश के लिए एक पसंदीदा देश के रूप में तेजी से उभरा है। पिछले वित्त वर्ष 2020-21 (12.09 अरब अमेरिकी डालर) की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 (21.34 अरब अमेरिकी डॉलर) में विनिर्माण क्षेत्रों में एफडीआई इक्विटी में 76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं भारत की विनिर्माण क्षमताओं और निर्यात को बढ़ाने के लिए, केंद्रीय बजट 2021-22 में 14 प्रमुख क्षेत्रों के लिए पीएलआई योजनाओं के लिए 1.97 लाख करोड़ रुपये के परिव्यय की घोषणा की गई थी, इन घोषणाओं से निश्चित रूप से अगले पांच वर्षों में भारत में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन, कौशल, और रोजगार पैदा होने की उम्मीद है। 2014-2015 में भारत में FDI प्रवाह 45.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर था और तब से इसमें लगातार वृद्धि हुई है और भारत ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 84.84 बिलियन अमेरिकी डॉलर (अनंतिम आंकड़े) का अपना उच्चतम वार्षिक FDI प्रवाह दर्ज किया।
मेक इन इंडिया : कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदम
‘Vocal for Local’ अभियान दुनिया भर में भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने वाली अनूठी पहल ‘Vocal for Local’ है। ‘Vocal for Local’ अभियान से आर्ट और क्राफ्ट जैसे कई कार्यों को नये मुकाम पर ले जाने का अवसर प्राप्त हुआ। पीएम मोदी ने भी इस बात पर जोर देते हुए कहा था कि ‘वोकल फॉर लोकल’ का दायरा दिवाली पर ‘दीया’ खरीदने से कहीं आगे जाता है। स्थानीय उत्पादों के प्रयोग से ही मेक इन इंडिया के सपने को पूरा किया जा सकता है। इसलिए जरूरी है कि भारतीय उत्पादों को लोकल से ग्लोबल बनाने के लिए ‘Vocal for Local’ को अपनाना होगा तभी हमारा भारत सही मायने में आत्मनिर्भर हो पाएगा।
एक जिला एक उत्पाद पहल (ODOP ) मेक इन इंडिया को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण है, हमारे पास करोड़ों निवेश का उद्देश्य प्रतिभाशाली बुनकर, कारीगर और शिल्पकार है ऐसे में भारत के विविध क्षेत्रों की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में योगदान करते हुए कारीगरों और निर्माताओं के लिए एक वैश्विक मंच प्राप्त कराना जरूरी है। एक जिला एक उत्पाद योजना से देश और राज्यों की GDP भी में भी वृद्धि होगी इसके साथ ही योजना के तहत सभी राज्यों का अपना स्वयं का एक उत्पाद होगा और उस राज्य की अपनी पहचान होगी।
क्या होता है निवेश और आपके लिए क्यों है ये इतना जरूरी?
अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है।
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। लगभग हर दिन आपके पास ऐसे फोन कॉल्स आते होंगे जिसमें कोई आपको ऐसी योजनाओं में पैसा लगाने की सलाह देता है जहां आने वाले समय में आपको अच्छा फायदा हो सकता है। वहीं स्टॉक मार्केट में कमाई और नुकसान की बहस का कई बार आप भी हिस्सा बन चुके होंगे। इन सभी मौकों पर आप एक शब्द से बार बार गुजरते होंगे वो है निवेश या investment। खास बात है कि लोगों की जिंदगी में इतना आम होने के बाद भी इस जादुई शब्द की वास्तविक समझ बहुत कम लोगों के पास ही होती है। आप ही नहीं हर दिन दुनिया भर की सरकारें, बैंक और अरबपति इस शब्द से उलझते हैं, क्योंकि ये सभी जानते हैं कि किसी का भी भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वर्तमान में उसने निवेश को लेकर कितनी गंभीरता दिखाई है।
क्या होता है निवेश?
मान लीजिये कि आप नौकरी करते हैं और आपका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है और साथ ही आपने सोने के कुछ गहने खरीदे हैं। अब आप बताएं कि क्या ऐसा होता है कि आप अपनी शिफ्ट पूरी कर कुछ देर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जाकर काम करते हैं क्योंकि आपको उम्मीद है कि इससे आपके खाते में रखी रकम कुछ और बढ़ जाएगी और क्या आप इसके बाद किसी ज्वैलर के साथ काम करने चले जाते हैं जिससे आपका सोना थोड़ा और कीमती हो जाए। नहीं ऐसा नहीं होता.. आप अपना काम खत्म कर घर जाते हैं और आराम करते हैं, और जिस समय आप घर में आराम कर रहे होते हैं उस समय भी आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जमा आपने पैसों पर थोड़ा या बहुत ब्याज कमा रहे होते हैं और साथ ही आपके लॉकर में रखे सोने की कीमतों में भी बदलाव हो रहा होता है। और ये सब तब होता है जब शायद आप कुछ नहीं कर रहे होते। यही होता है निवेश। यानि अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया, जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है। आसान शब्दों में निवेश वो तरीका होता है जिसमें आप अपनी रकम पर सही समय पर किए गए फैसले के आधार पर बिना श्रम के अतिरिक्त पैसा पाने के हकदार बनते हैं।
निवेश क्यों जरूरी होता है?
चलिए आपसे हम दो सवाल पूछते हैं. पहला क्या भविष्य में आपके खर्चे बढेंगे. यकीनन लगभग सभी इसका जवाब हां में देंगे. अगर महंगाई बढ़ेगी या फिर परिवार बढ़ेगा तो खर्च भी बढ़ेगा। अब दूसरा सवाल क्या भविष्य में आपके खर्चों के हिसाब से आपकी कमाई या आय भी बढेगी. इसका जवाब शायद ही किसी के पास होगा। महामारी, आर्थिक मंदी, महंगाई में तेज उछाल, बढ़ती उम्र कई फैक्टर हैं जिसकी वजह से आय को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। यही वजह है कि आने वाले समय में अपने खर्च को पूरा करने, अपने लक्ष्य को पाने यहां तक कि अपने सपनों के लिए भी आपको आय के ऐसे स्रोत की आवश्यकता होती है, जो अपने बल पर आपको आर्थिक रूप से मजबूत बना सकें। सही समय पर पैसों को ऐसे ऐसेट्स या विकल्पों में लगाना जो अपने बल पर खुद ही आपको पैसों को बढ़ाते रहें,बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। सबसे बड़ी बात, ये उस निवेश का उद्देश्य समय भी काम करते रहते हैं जब आप अपना काम छोड़ने की स्थिति में आ जाते हैं जैसे रिटायरमेंट आदि।
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