Binance Trading App क्या है कम्पलीट जानकारी

Binance trading app के बारे में कम लोग ही जानते हैं, लेकिन जो crypto currency में पैसा निवेश करते हैं। वो लोग binance app के बारे में जरूर जानते हैं। अगर आप क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करके पैसा कमाना चाहते हैं तो आप binance exchange के द्वारा एक करेंसी को दूसरी करेंसी में बदल सकते हैं। आज बहुत से लोग इस एप्लीकेशन का भरपूर उपयोग कर रहे हैं और जमकर पैसा कमा रहे हैं। अगर आप इस फील्ड से जुड़े हुए हैं तो ऐसा आप भी कर सकते हैं। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

यह दुनिया का सबसे पॉपुलर क्रिप्टो एक्सचेंज ऐप है। जहां से घर बैठे crypto currency को आसानी से खरीदा व बेचा जाता है। अगर आपको कोई क्रिप्टो करेंसी से पेमेंट करना हो तो वो भी किया जा ट्रेड कॉइन क्या है? सकता है। इसकी खुद की एक क्रिप्टो करेंसी binance coin (BNB) खुद के ब्लॉक चैन नेटवर्क पर काम करती है।

बायनेंस की स्थापना Changpeng Zhao ने की थी। जिसे सबसे पहले 2017 में Cayman Islands शहर में लॉन्च किया गया था। अब ये धीरे - धीरे सभी देशों में फैल गया है और बाकी बचे हुए देशों में भी फैलता जा रहा है।

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अगर आप etherium coin में निवेश करना चाहते हैं और आपके पास सिर्फ बिटकॉइन है। इसके लिए सबसे पहले आपको बायनेंस पर BTC to ETH ट्रेड के द्वारा कॉइन को बदलना होगा। इस तरह binance exchange के द्वारा दुनिया के किसी भी coin को आपस मे आसानी से बदला जा सकता है।

यहां आपको एक सुविधा और देखने को मिलती है और वो peer to peer (P2P) की सुविधा है। इस ट्रेड में आप किसी भी कॉइन को घर बैठे आसानी से खरीद और बेच सकते हैं।

Binance पर एकाउंट कैसे बनाते हैं

सबसे पहले binance trading app को डाउनलोड करें। इसके बाद इसे open करने के बाद ऊपर लेफ्ट साइड में login या registrater का ऑप्शन दिखाई देगा। सबसे पहले इसे क्लिक करें।

इसमें रजिस्ट्रेशन के लिए ईमेल या मोबाइल नंबर की आवश्यकता पड़ती है। आप इन दोनों में से किसी एक को प्रयोग करके registration कर सकते हैं।

मान लीजिए कि आप ईमेल से रजिस्ट्रेशन करते हैं तो email पर क्लिक करके अपनी ईमेल आईडी को भरे।

ये सब करने के बाद आपके सामने term and conditions के ऑप्शन होंगे। जिन्हें right क्लिक करके create account के ऑप्शन पर enter करना है।

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अब आपके सामने security verification के लिए एक puzzal का एंटरफेस होगा, जिसे सॉल्व करना है।

अब आपकी ईमेल आईडी पर बायनेंस की तरफ से एक ओटीपी आएगा। जिसे enter करते ही आपका binance account बन जायेगा।

अब तो आप जान ही गये होंगे कि binance trading app क्या है ? इसे लोग क्यों प्रयोग करते है ? अब आपको इसके लिए ज्यादा सोचने और समझने की आवश्यकता नहीं है। अगर आप इस फील्ड में आना चाहते हैं तो इसका एकाउंट बनाकर आप भी शुरू हो जाइए ज्यादा पैसा कमाने के लिए। इसका चलन जिस तेजी से बढ़ रहा है, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कुछ समय बाद यह पूरे विश्व मे स्थापित हो जाएगा। अगर आप इसमें रुचि रखते हैं तो आप binance trading app को डाउनलोड करके अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।

हमारी ये पोस्ट कैसी लगी। हमें उम्मीद है कि आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी। यदि करियर से सम्बंधित कोई समस्या या problem हो तो आप हमें comment के द्वारा पूछ सकते हैं। यदि ट्रेड कॉइन क्या है? आप हमें करियर से संबंधित कोई जानकारी देना चाहते हैं या कोई गेस्ट पोस्ट भेजना चाहते हैं तो आप हमें [email protected] पर भेज सकते हैं।

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में क्यों आ रही लगातार गिरावट, जानें क्या है इसका अमेरिका से कनेक्शन

Cryptocurrency US Connection: क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इसका बड़ा अमेरिकी कनेक्शन भी है। क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि यह ट्रेड कॉइन क्या है? गिरावट अमेरिका में डिजिटल करेंसी को लेकर नई टैक्स नीति के कारण हुई है

क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में रुझान बढ़ रहा है, भारत में भी क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। हालांकि कोई नियामक न होने के चलते देश में खुलकर कारोबार अभी नहीं हो रहा है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक सरकार इसे रेगुलेट करने को लेकर नए साल की ट्रेड कॉइन क्या है? शुरुआत में निर्णय लिया जा सकता है। बहरहाल, इस बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा होती है बड़े उतार-चढ़ाव की। पल में क्रिप्टो का दाम फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है और एक झटके में जमीन पर भी आ जाता है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट का बड़ा अमेरिकी कनेक्शन भी है।

यूएस की नई टैक्स नीति का असर
एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो बाजार में यह गिरावट अमेरिका में डिजिटल करेंसी को लेकर नई टैक्स नीति के कारण हुई है, जो 55,000 करोड़ डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर बिल का हिस्सा है। इस कानून पर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि हमने देखा है कि यूएस इंफ्रास्ट्रक्चर बिल पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसकी वजह से उन ट्रेडर्स ने बिकवाली शुरू कर दी है, जो रेगुलेशन और टैक्सेशन को लेकर चिंतित हैं।

सबसे लोकप्रिय करेंसी बिटक्वाइन निचले स्तर पर
दुनिया की सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन के दाम इस महीने अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद से लगातार गिर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने इसका कारोबार लगातार नीचे की ओर जा रहा है। आंकड़ों को देखें तो जहां बिटक्वाइन आज 45,000 डॉलर के स्तर तक नीचे आ गया है। शुक्रवार को बिटक्वाइन का दाम इस महीने के निचले स्तर तक पहुंच गया। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बीते 50 दिनों के उतार-चढ़ाव पर अगर नजर डालें तो बिटक्वाइन में 14 फीसदी की गिरावट देखी गई है।

दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के दाम भी हो रहे कम
बाजार पूंजीकरण के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम भी शुक्रवार को तीन हफ्ते में अपने सबसे निचले स्तर पर 4,014 डॉलर को छू गई। इसके साथ ही आल्टक्वाइन, बियान्से क्वाइन, पोल्काडॉट, डॉजक्वाइन और शीबा इनु में भी इस महीने गिरावट का जो दौर शुरू हुआ, वो अभी भी जारी है। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा कि जब ट्रेड वॉल्यूम कम होता है, तो कुछ बड़े प्लेयर बाजार को अपनी पसंद के हिसाब से दिशा दे सकते हैं। वहीं जब बियर हावी होता है, तो रिटेल प्लेयर बाजार को और नीचे लाते हुए कवर के लिए दौड़ पड़ते हैं।

डिजिटल करेंसी में आगे भी गिरावट रहने की उम्मीद
क्रिप्टोकरेंसी में आ रही लगातार गिरावट पर एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि बिक्री का दबाव काफी स्थिर रहा है। ऐसे में संभावना है कि इसमें गिरावट जारी रहेगी, जब तक टोकन को 53,000 डॉलर के करीब सपोर्ट नहीं मिल जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि ग्लोबल मार्केट हाल के दिनों में सावधान रहा है, जिसकी वजह आर्थिक ग्रोथ, ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं हैं।

विस्तार

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में रुझान बढ़ रहा है, भारत में भी क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। हालांकि कोई नियामक न होने के चलते देश में खुलकर कारोबार अभी नहीं हो रहा है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक सरकार इसे रेगुलेट करने को लेकर नए साल की शुरुआत में निर्णय लिया जा सकता है। बहरहाल, इस बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा होती है बड़े उतार-चढ़ाव की। पल में क्रिप्टो का दाम फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है और एक झटके में जमीन पर भी आ जाता है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट का बड़ा अमेरिकी कनेक्शन भी है।

यूएस की नई टैक्स नीति का असर
एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो बाजार में यह गिरावट अमेरिका में डिजिटल करेंसी को लेकर नई टैक्स नीति के कारण हुई है, जो 55,000 करोड़ डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर बिल का हिस्सा है। इस कानून पर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि हमने देखा है कि यूएस इंफ्रास्ट्रक्चर बिल पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसकी वजह से उन ट्रेडर्स ने बिकवाली शुरू कर दी है, जो रेगुलेशन और टैक्सेशन को लेकर चिंतित हैं।

सबसे लोकप्रिय करेंसी बिटक्वाइन निचले स्तर पर
दुनिया की सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन के दाम इस महीने अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद से लगातार गिर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने इसका कारोबार लगातार नीचे की ओर जा रहा ट्रेड कॉइन क्या है? है। आंकड़ों को देखें तो जहां बिटक्वाइन आज 45,000 डॉलर के स्तर तक नीचे आ गया है। शुक्रवार को बिटक्वाइन का दाम इस महीने के निचले स्तर तक पहुंच गया। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बीते 50 दिनों के उतार-चढ़ाव पर अगर नजर डालें तो बिटक्वाइन में 14 फीसदी की गिरावट देखी गई है।

दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के दाम भी हो रहे कम
बाजार पूंजीकरण के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम भी शुक्रवार को तीन हफ्ते में अपने सबसे निचले स्तर पर 4,014 डॉलर को छू गई। इसके साथ ही आल्टक्वाइन, बियान्से क्वाइन, पोल्काडॉट, डॉजक्वाइन और शीबा इनु में भी इस महीने गिरावट का जो दौर शुरू हुआ, वो अभी भी जारी है। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा कि जब ट्रेड वॉल्यूम कम होता है, तो कुछ बड़े प्लेयर बाजार को अपनी पसंद के हिसाब से दिशा दे सकते हैं। वहीं जब बियर हावी होता है, तो रिटेल प्लेयर बाजार को और नीचे लाते हुए कवर के लिए दौड़ पड़ते हैं।


डिजिटल करेंसी में आगे भी गिरावट रहने की उम्मीद
क्रिप्टोकरेंसी में आ रही लगातार गिरावट पर एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि बिक्री का दबाव काफी स्थिर रहा है। ऐसे में संभावना है कि इसमें गिरावट जारी रहेगी, जब तक टोकन को 53,000 डॉलर के करीब सपोर्ट नहीं मिल जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि ग्लोबल मार्केट हाल के दिनों में सावधान रहा है, जिसकी वजह आर्थिक ग्रोथ, ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं हैं।

Dogecoin क्या है? जानें ट्रेड कॉइन क्या है? क्या है डौगी कॉइन।

ये एक digital currency है जिसे की केवल online ही goods और services खरीदने के लिए इस्तमाल किया जाता है. यह एक De-centrallized currency है जिसका मतलब है की इसपर Government या कोई भी institution का कोई भी हाथ नहीं है।

आइये अब आपको Dogecoin के बारे में बताते हैं की क्या है ये, और इसकी शुरुआत कैसे हुई।

Table of Contents

Dogecoin क्या है?

Dogecoin क्या है

Dogecoin एक वर्चुअल यानी डिजिटल मुद्रा (करेंसी) है। ये बाकि कर्रेंसी से बिलकुल अलग है क्यूंकि Dogecoin को ना ही हम देख सकते हैं ना ही उसे पैसों की तरह छू सकते हैं। हम Dogecoin को सिर्फ ऑनलाइन खरीद और बेच सकते हैं। आप बस इसमें ट्रेड कर सकते है।

Dogecoin भी अन्य दूसरी क्रिप्ट्रोकरैन्सी की तरह ही एक डिजिटल करेंसी है जिसमें आप ट्रेड कर सकते है। Dogecoin की शुरुआत सॉफ्टवेयर इंजीनियर Billy Markus और Jackson Palmer ने 2013 में एक मजाक के रूप में की थी।

माना जा रहा है कि दुनियाभर में करीब 128 अरब से ज्यादा डॉजकॉइन (Dogecoin) सर्कुलेशन में है। इसे महज एक शुरुआत कहा जा रहा है। वर्तमान आंकड़ो पर नजर डाले तो bitcoin से भी ज्यादा Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी में लोगो की रूची काफी बढी है।

Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी को बनाने के पीछे भी एक फनी स्टोरी है जो की एक कुत्ते ट्रेड कॉइन क्या है? के मीम से संबंधित है और इसी प्रेरणा से प्रेरित होकर इस कॉइन को बनाया था। जब इसे बनाया गया था तो इसके बाद काफी समय के बाद भी इसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ था पर वर्तमान में यह करेंसी चर्चाओं में आसमान छू रही है।

Dogecoin का मालिक कौन है?

dogecoin ka malik kaun hai

Dogecoin के मालिक Billy Markus और Jackson Palmer हैं। इन्होने Dogecoin की शुरुआत 2013 में की थी। और दोनों ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। इन्होने डोगेकोईन की शुरुआत मजाक – मजाक में की थी जो आज अरबों की करेंसी बन चुका है।

बिली मार्कस और एडोब इंजीनियमर जैक्सन पाल्मर ने पीयर-टू-पीयर ट्रांजैक्शन (Peer-To-Peer Transaction) के लिए इसे शुरू किया था। उन्होंने डॉजकॉइन के लिए किसी फैन्सी एम्बलेम को चुनने की जगह जापानी कुत्ते की एक ब्रीड शिबा इनू (Shiba Inu) को चुना। यह पहले से ही ऑनलाइन पॉपुलर हो गया था।

Dogecoin इतना चर्चा में क्यों है?

अगर बात करे Dogecoin की चर्चा में क्यों हैं, तो आपको बता दें की वर्तमान में चर्चाओं का कारण दुनिया के सबसे अमीर आदमी की लिस्ट में शामिल टेसला और स्पेस एक्स के को-फाउंडर का एक ट्वीट है।

dogecoin and elon musk

इस ट्वीट में टेसला के को-फाउंडर एलोन मस्क ने कहा की वह स्पेस एक्स की तरफ एक रॉकेट लॉंच करेगा और उस रॉकेट में वे इस Dogecoin की एक कॉपी भेजेंगे। इसके बाद तो मानो इस की Price में बहार आ गई और इसमें 5 से 6 रुपये तक का उछाल आ गया। और अब इसमें 180 फीसदी का उछाल आचुका है।

इस करेंसी में निवेश करने की सलाह हर कोई दे रहा है क्योंकि इस Dogecoin क्रिप्टो करेंसी की कीमत बहुत ही जल्द सातवें आसमान पर जाने वाली है।

एलन मस्क बिटकॉइन को भी बेहतर क्रिप्टोकरंसी मानते हैं। उन्होंने इसमें बड़े पैमाने पर निवेश किया है और इस क्रिप्टोकरंसी में पेमेंट की मंजूरी दी है। एलन मस्क ने पिछले सप्ताह एक ट्वीट में लिखा था – ‘बिटकॉइन इज ए गुड थिंग।

शुरुआती दौर में डॉजकॉइन (Dogecoin) को बिटकॉइन (Bitcoin) और इथेरियम (Etherium) जैसी सफलता नहीं मिली। हालांकि, लॉन्च किए जाने के 72 घंटे के भीतर इस किप्टोकरंसी में 300 फीसदी की उछाल देखने को मिली थी।

बता दें कि लिटकॉइन (Litcoin) और लकीकॉइन (Luckycoin) क्रिप्टोकरंसी में भी डॉजकॉइन के पासवर्ड पर आधारित स्क्रिप्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, बिटकॉइन में एसएचए-256 इनक्रिप्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

Dogecoin के फायदे क्या हैं?

  1. Dogecoin में fraud होने के chances बहुत ही कम है।
  2. ये normal digital payment से ज्यादा secure होते है।
  3. इसमें transaction fees भी बहुत है कम है अगर हम दुसरे payment options की बात करें तब…
  4. इसमें account बहुत ही secure होते हैं क्यूंकि इसमें अलग अलग प्रकार के Cryptography Algorithm का इस्तमाल किया जाता है।

Dogecoin के नुकसान क्या हैं?

  1. Dogecoin में एक बार transaction पूर्ण हो जाने पर उसे reverse कर पाना असंभव होता है क्यूंकि इसमें वैसे कोई options ही नहीं होती है।
  2. अगर आपका Wallet के ID खो जाती है तब वो हमेशा के लिए खो जाती है क्यूंकि इसे दुबारा प्राप्त करना संभव नहीं है. ऐसे में आपके जो भी पैसे आपके wallet में स्तिथ होते हैं वो सदा के लिए खो जाते है।

Dogecoin का फ्यूचर क्या है?

कुछ विद्वानों की माने तो का फ्यूचर ट्रेड कॉइन क्या है? काफी अच्छा बताया जा रहा है। ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है की इस की वर्तमान की रेट में 50 से 80 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

अगर आप इसमें आज निवेश करते है तो यह आपके लिए एक शानदार मौका हो सकता है और यह क्रिप्टोकरेंसी आपको भविष्य में एक अच्छी कमाई कर के दे सकता है।

Dogecoin कैसे खरीदें? (How to Buy)

अगर आप भी Dogecoin खरीदना चाहते हैं तो खरीद सकते हैं। किसी भी दूसरी क्रिप्टोकरंसी की तरह डॉजकॉइन (Dogecoin) को क्रिप्टोकरंसी वॉलेट या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए खरीदा जा सकता है।

डॉजकॉइन के लिए डेडिकेटेड वॉलेट भी हैं, जिन्हें स्मार्टफोन के जरिए खरीदा जा सकता है। भारत में BuyUcoin, Bitbns, या Zebpay के जरिए डॉजकॉइन खरीदा जा सकता है। इन प्लेटफॉर्म्स पर क्रिप्टोकरंसी की खरीददारी के पहले केवाईसी (KYC) प्रॉसेस को पूरा करना होता है।

Dogecoin का Future क्या है?

अगर बात करें Dogecoin के फ्यूचर की तो इसके के बारे में निवेशकों की दीवानगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसका मार्केट कैप करीब 86 अरब डॉलर पहुंच गया है।

और यह होंडा जैसी दिग्गज कंपनियों से भी आगे निकल गई है। होंडा का मार्केट कैप 54.42 अरब डॉलर है। Dogecoin के प्रति निवेशकों के उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स में से एक RobinHood क्रैश हो गया था। भारत में भी सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX भी इसी वजह से कुछ समय के लिए डाउन हो गया था।

निष्कर्ष –

इस तरह से अब आपको पता चल गया होगा की, Dogecoin क्या है (Dogecoin kya hai), और डोगेकोईन के बारे में आपको और भी बहौत सारी बाते पता चली होगी। और साथ ही आपको Dogecoin के लिए बहौत अच्छी जानकारी मिली होगी।

अगर आपको Dogecoin के बारे और भी कुछ पता हो और आप हमे कमेंट बॉक्स की मदद से बता सकते हैं। या फिर आप हमसे कुछ पूछ सकते हैं।

अगर आपको ये लेख पसंद आया हो, और इससे आपको अच्छी जानकारी मिली हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। और उन्हें भी Dogecoin के बारे में बताएं।

Crypto Spot Trading क्या होती है? What is Crypto Spot Trading in Hindi?

Crypto Spot Trading क्या होती है? What is Crypto Spot Trading in Hindi?

Crypto में ट्रेडिंग के लिए जब आप अपना Account Open करवाते हैं तो Crypto Exchanges के ऊपर आपको काफी कुछ देखने को मिलेगा। और उन्ही में सबसे महत्त्वपूर्ण है Spot Trading, तो “What is Crypto Spot Trading in Hindi?” लेख के माध्यम से इसकी सम्पूर्ण जानकारी देंगे।
इसके अलावा अगर आप Crypto Spot Trading kaise ट्रेड कॉइन क्या है? kaam karti hai, Crypto Spot Market kya hai, Crypto Spot Trading kaise kaire, Crypto Spot Trading kya hoti hai आदि। तो इस लेख में हम आपको सभी सवालों का जवाब देगें।

Crypto Spot Trading क्या होती है? What is Crypto Spot Trading in Hindi?

अगर हम Cryptocurrency की दुनिया में बात करें Spot Trading के बारे में तो ये एक ऐसी प्रकिया होती है जिसमें Crypto Coins and Tokens की खरीदी और बिक्री निरंतर चलती रहती है। इसमें ट्रेडर का मुख्य उद्देश्य होता है किसी Coin को कम मूल्य पर खरीदकर अधिकतम मूल्य पर बेचा जाए। इसमें ट्रेडर अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहता है।

Spot Trading में ट्रेडर्स काफी कम समय के दौरान ही खरीदी बिक्री करते हैं। इसमें Spot Price के ऊपर खरीद कर मूल्य थोड़ा ऊपर जाते है बेच दिया जाता है। तथा पूरे दिन में ट्रेडर्स द्वारा काफी Spot Trades की जाती हैं।
यदि आप एक Spot Trader हैं तो आपको अपनी Crypto currency को लंबे समय तक Hold रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आपको तो बस कम समय में मुनाफा देने वाली रणनीतियों को खोजने की आवश्यकता है।

Crypto Spot Market क्या है? What is Spot Market in Crypto Hindi?

Cryptocurrency Market में Spot Market एक ऐसी जगह है जहां पर Exchanges Real time ट्रेड करने की सेवा उपलब्ध करवाते हैं। यहां पर आप दूसरे ट्रेडर्स के साथ में Real Time ट्रेड कर सकते हैं। और यहां पर विभिन्न प्रकार की Cryptocurrency में ट्रेड कर सकते हो। इस मार्केट में तीन मुख्य घटक होते हैं जिनमे Buyers, Sellers और Order Book शामिल होते हैं।

Spot Market में आप जिस वक्त ऑर्डर लगाते हैं उसी वक्त आपका ऑर्डर पूरा हो जाता है।
Spot Market कई प्रकार से काम करती है जैसे की 3RD Party Exchanges तथा OTC ( Over the Counter ) , जो Buyers और Seller’s के बीच में मध्यस्थ का काम करते हैं उन्हें 3rd Party Exchanges कहते हैं। वहीं दूसरी ओर OTC में Buyer और Seller के बीच में कोई भी मध्यस्थ नही होता।

Crypto Spot Trading के फायदे क्या हैं? Benefits of Spot Trading in Crypto Hindi

• अगर Crypto Spot Market में देखा जाए तो यहां पर मुनाफा कमाने की अधिक संभावना होती है। यहां पर खरीदी और बिक्री आप साथ साथ कर सकते हैं।
Spot Market Day Traders के लिए काफी फायदेमंद होती है क्योंकि यहां पर आप जल्दी जल्दी छोटे मुनाफे की काफी ट्रेड ले सकते हो।
• Spot Trading आपको मोलभाव करने की सेवा उपलब्ध करवाती है। यहां पर Buyer और Seller दोनों ही अपने फायदे के अनुसार मोलभाव कर सकते हैं। इसी मोलभाव के कारण Crypto Spot Trading काफी आकर्षक नजर आती है।
• Spot Market के अंदर छोटे पूंजी वाले ट्रेंड्स भी ट्रेड कर सकते हैं। क्योंकि यहां पर अधिक पूंजी का कोई नियम नहीं है। इस मार्केट में Crypto काफी अच्छे रिटर्न देते हैं इसलिए आप एक छोटी धन राशि से भी मोटा पैसा कमा सकते हैं।
• यहां पर आप Fiat Currency में ट्रेड कर सकते हो। तथा किसी एक Crypto से दूसरा Crypto Coin भी खरीद सकते हो।
• Spot Trading में सभी ट्रेंड्स तुरंत होती है, इसमें समय नहीं लगता है। इसलिए लिए इस मार्केट को निष्पक्ष कहा जाता है।
• इस मार्केट में आपको कम दामों पर टोकन खरीदने तथा अधिक मूल्य पर टोकन बेचने की सुविधा उपलब्ध होती है।

Difference Between Crypto Spot Market and Crypto Future Market in Hindi

जैसा की हम आपको पहले ही बता चुके हैं की Spot Market में तुरंत ट्रेंड्स पूरी होती हैं। वहीं दूसरी ओर Crypto Future Market में भविष्य में किसी ट्रेड की पेमेंट का Contract किया जाता है। जिसमें एक खरीदार और बेचने वाला दोनो किसी एक मूल्य पर अपने Crypto का भविष्य के लिए कॉन्ट्रैक्ट करते हैं।
Future Contract में आपको कोई भी Crypto currency खरीदने के आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसमें आप किसी Crypto Token को भविष्य में किसी तारीख पर बेचने या खरीदने का कॉन्ट्रैक्ट करते हैं।
इसमें अगर ट्रेड कॉइन क्या है? आपको लगता है आने वाले दिनों में किसी Crypto currency के दाम बढ़ने वाले हैं तो इस स्तिथि में आप Long Position लेते हैं। दूसरी ओर अगर आपको लगता है किसी टोकन के दाम घटने वाले हैं तो उस स्तिथि में आप Short Position ले सकते हैं।
अगर हम बात करें Spot Market की तो यहां पर किसी Crypto currency के दाम उसके Demand और Supply के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं।

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