2018-19 के बजट भाषण पर प्रकाश डालते हुए, ठाकुर ने कहा कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी नकद या सिक्के नहीं मानती है, और यह अवैध संचालन के वित्तपोषण में या भुगतान प्रणाली के हिस्से के रूप में उनके उपयोग को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?
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बिजनेस एवं निवेश में हमेशा केवल फायदा ही नहीं होता। बहुत बार नुकसान भी होता है। कई बार अच्छा रिटर्न दे रही करेंसी में इन्वेस्टमेंट भी बहुत बड़ा नुकसान देकर जाता है।
ऐसा संबंधित मार्केट में उतार-चढ़ाव की वजह से होता है। इस उतार-चढ़ाव के कई कारण होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कितना डाउन है एवं यह क्यों डाउन है? आज इस पर हम आपको इस पोस्ट में जानकारी देंगे।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं? (What is cryptocurrency market?)
सबसे पहले समझ लेते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या है? सामान्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी बाजार अथवा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट वह जगह है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त एवं ट्रेडिंग होती है।
इसे अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, डिजिटल करेंसी एक्सचेंज, काॅइन मार्केट एवं क्रिप्टो मार्केट आदि।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार डाउन क्यों है? (Why cryptocurrency market is down?)
आम बजट में भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में 30 फीसदी टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में बिटकाॅइन के रेट नीचे पहुंच गए। टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई और इसमें बिकवाली बढ़ गई। यह स्थिति पहली बार नहीं आई है।
दिसंबर, 2021 में भी सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेश्कों को खूब परेशान किया है। उस दौरान भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज पर निवेशकों ने जल्दबाजी में अपनी करेंसी बेच डाली। विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों ने इसका लाभ उठाते हुए गिरे भाव पर दांव लगाया एवं क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली। वे कीमत गिरने का ही इंतजार कर रहे थे।
Future of Cryptocurrency in India
सरकार का वित्त विधेयक लोकसभा से पास हो जाने के बाद, राज्यसभा व राष्ट्रपति की मंजूरी तक के सफर में जो भी सुधार क्रिप्टो करेंसी जैसी मुद्राओं के लेनदेन संबंधी होने हैं। करने के बाद सरकार अपना रुख साफ कर देगी। और किन स्थितियों में इन मुद्राओं का लेनदेन भारत क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य में हो सकेगा।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज और बैंकों से लेनदेन व सौदों की सूचना तथा डिटेल्स भारत सरकार द्वारा मांगी जा सकती है। क्योंकि जब 1 अप्रैल से 1% TDS & 30% टैक्स को लागू किया जाएगा तो भारत सरकार को वर्चुअल करेंसी अर्थात क्रिप्टोकरंसी के लेनदेन का पूरा डाटा होना आवश्यक है।
Cryptocurrency Exchange not in Advertise IPL
इस वर्ष आईपीएल में भारत के शीर्ष क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज जैसे CoinDCX, WazirX और CoinSwitch Kuber इत्यादि टीवी विज्ञापन या किसी भी तरह का कोई विज्ञापन से प्रचार नहीं कर रहे हैं वहीं पिछले वर्ष लगभग 90 लाख का टीवी व अन्य विज्ञापन में सामूहिक रूप से खर्च किया था। क्रिप्टो एक्सचेंजों ने IPL 2021 में TV Ad पर 40 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
इन विज्ञापनों से देश में क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज व निवेशकों की संख्या बढ़ी थी। लेकिन अगर इस सीजन में प्रचार नहीं होगा तो देखना है। इसका कुछ कुप्रभाव होता है. या नहीं वैसे सरकार जब तक अपनी मंशा साफ नहीं करती। तब तक बहुत हद तक इनका इन्वेस्टमेंट करना फायदेमंद नहीं है।
Self Advice investing in Cryptocurrency
निवेशकों को यही राय दी जाती है, कि पूरी तरीके से टैक्सेशन प्रणाली को समझ कर निवेश करें, क्योंकि अगर आप सरकार की मंशा और तौर-तरीकों को मानते हुए निवेश करते हैं। तो भविष्य में आपको क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य अच्छे परिणाम मिलेंगे और उसका अनुभव भी बेहतरीन होगा।
निष्कर्ष यह निकलता है कि भारत में Cryptocurrency का भविष्य अभी भी सरकार के ही हाथ में है। जब तक मजबूत कदम नहीं उठाए जाते तब तक क्रिप्टो करेंसी में बड़ा इन्वेस्टमेंट अपने रिस्क पर होगा। लेकिन टैक्स के दायरे में आने पर कहीं ना कहीं सरकार की भी कुछ दखलअंदाजी जरूर दिखेगी। फिर भी पहले से स्थिति मजबूत दिख रही है। जो निवेशकों को क्रिप्टोकरंसी के तरफ रिझाने में कामयाब क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य होगी।
भारत में बिटकॉइन का भविष्य 2021
भारत में बिटकॉइन की स्थिति उसके बाजार मूल्य की तरह ही अस्थिर है। निरंतर अस्थिरता के बावजूद, 7 मिलियन से अधिक भारतीयों द्वारा डिजिटल मुद्रा बाजार में लगभग 1 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले भारतीयों की संख्या अगले महीनों और वर्षों में आसमान छूने की उम्मीद है।
इंफोसिस के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष नंदन नीलेकणी ने हाल ही में कहा था कि बिटकॉइन भारत में मूल्य के भंडार के रूप में स्वीकार्य हो सकता है। क्योंकि, जैसा कि उन्होंने कहा, भारत में लेनदेन के लिए क्रिप्टोकरेंसी उपयुक्त नहीं हैं क्योंकि ऐसा करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य देश के पास पहले से ही बेहतर विकल्प (जैसे UPI) हैं।
बिटकॉइन का क्या फायदा है? What is the advantage of bitcoin?
- यहां आपकी लेन-देन शुल्क क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड द्वारा भुगतान की तुलना में बहुत कम है।
- आप दुनिया में कहीं भी और कभी भी बिना किसी परेशानी क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य के बिटकॉइन भेज सकते हैं।
- यहां कोई बिटकॉइन अकाउंट ब्लॉक नहीं है, क्योंकि कभी-कभी बैंक हमारे क्रेडिट या डेबिट कार्ड को किसी कारण से ब्लॉक कर देता है, तो यहां वह समस्या नहीं होती है।
- यदि आप लंबे समय में बिटकॉइन में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको इससे बहुत लाभ मिल सकता है क्योंकि रिकॉर्ड में देखा गया है कि बिटकॉइन की कीमत बढ़ रही है, आपको इससे बहुत लाभ मिल सकता है।
- अगर बिटकॉइन लेनदेन प्रक्रिया की निगरानी किसी सरकार या प्राधिकरण द्वारा नहीं की जाती है, तो कई लोग हैं जो इसका दुरुपयोग करते हैं, तो यह उनके लिए फायदेमंद है।
निष्कर्ष
हमारा मानना है कि अधिक से अधिक लोग इसे समझ रहे हैं और हम क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर बहुत आशावादी हैं। लेकिन आने वाले समय में क्या होगा ये तो वक्त ही बता सकता है.
आशा है कि हमेशा की तरह आप हमारे इस विषय को समझ गए होंगे। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट कमेंट, शेयर करते रहें।
क्या डूबने वाला है क्रिप्टोकरेंसी में किया निवेश? सरकार लगाएगी बैन!
29 नवंबर से संसद का क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य शीतकालीन सत्र शुरु होने जा रहा है.ऐसे में जब मंगलवार को इस सत्र में पेश किए जाने वाले बिलों की सूची सामने आई तो उसमें क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े एक बिल का भी नाम सामने आया.इस बिल के सामने आने के साथ ही ये खबर भी आई की सरकार देश में क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य को बैन करने जा रही है.इस खबर के सामने आते है कि क्रिप्टो मार्केट में भयंकर गिरावट देखी गई.डरे निवेशक किसी तरह से क्रिप्टोकरेंसी में किया निवेश निकालने में लग गए.इसी विषय से जुड़े हैं हमारे सात सवाल. देखें वीडियो.
The winter session of Parliament is going to start on November 29. In such a situation, when the list of bills to be introduced in this session came out on Tuesday, the name of a bill related to cryptocurrency also appeared in it. It was also the news that the government was going to ban cryptocurrencies in the country.
Crypto Assets पर नहीं बनी सहमति, जानें क्या है केंद्र सरकार और RBI की राय
- केंद्र और RBI ने पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य पर चर्चा करने के लिए बैठक की थी।
- मौजूदा समय में एक बिटकॉइन की कीमत 65 हजार डॉलर से ऊपर है।
- केंद्र सरकार और केंद्रीय बैंक एक-दूसरे से काफी सहमत नहीं थे।
Crypto Assets: पिछले हफ्ते डिजिटल मुद्राओं (Cryptocurrency) और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एक-दूसरे से काफी सहमत नहीं थे। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में कई सरकारी विभागों ने क्रिप्टोकरंसी पर कुछ नियंत्रण के विचार का समर्थन किया, लेकिन मैक्रोइकोनॉमिक और वित्तीय स्थिरता की चिंताओं के मद्देनजर केंद्रीय बैंक ने प्रतिबंध की वकालत की।
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